जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा के निर्देश के आलोक में अपर समाहर्ता ने वर्चुअल माध्यम से बैठक कर जिले में हो रही वर्षापात की स्थित, जलजमाव,नदियों का जलस्तर,आकस्मिक फसल योजना ,चापाकलों की स्थिति, संभावित बाढ़ पूर्व तैयारियों आदि का किया विस्तृत समीक्षा। मई में 33% ,जून में 72% सामान्य से कम वर्षा वही जुलाई माह में अबतक सामान्य से 192.3 प्रतिशत वर्षापात ज्यादा। सभी संबधित पदाधिकारी को पूरी तरह से अलर्ट मोड में रहने का निर्देश। नदियों के जलस्तर पर लगातार नजर,वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित। अभी तक 89 प्रतिशत हुई धान बिचड़ा का आच्छादन। लम्बित डीसी बिल का अविलम्ब निष्पादन का दिया निर्देश।मधुबनी, जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा के निर्देश के आलोक में अपर समाहर्ता नरेश झा ने वर्चुअल माध्यम से बैठक कर जिले में हो रही वर्षापात की स्थिति, भूजलस्तर ,चापाकलों की स्थिति, सिंचाई के साधनों, संभावित बाढ़ पूर्व तैयारियों आदि को लेकर विस्तृत समीक्षा किया। उन्होंने समाहरणालय स्थित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष से सभी जिला स्तरीय ,अनुमंडल एवम प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियो के साथ वर्चुअल माध्यम से बैठक कर सर्वप्रथम जिले में वर्षापात की वर्तमान स्थिति,बिचड़ा आच्छादन,धान की रोपनी आदि को लेकर जिला कृषि पदाधिकारी से वर्तमान स्थिति की जानकारी प्राप्त किया। वर्षापात की समीक्षा के क्रम में यह बताया गया कि मई में 33% ,जून में 72% सामान्य से कम वर्षा हुई वही जुलाई माह में अबतक सामान्य से 192.3 प्रतिशत ज्यादा वर्षापात हुई है। जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि अभी तक 89 प्रतिशत बिचड़ा आच्छादन हो चुका है, तथा धान की रोपनी भी शुरू हो गई है। अपर समाहर्ता ने निर्देश दिया कि सभी संबधित पदाधिकारी लगातार स्थिति पर नजर बनाए रखे। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग द्वारा। जुलाई माह में बारिश की संभावना व्यक्त की गई है,इसलिए हमे हर स्थिति के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि नदियों के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है तथा वर्तमान में सभी तटबंध पूरी तरह से सुरीक्षित है। उन्होंने जलजमाव वाले क्षेत्रों पर विशेष नजर रखने एवं जलजमाव की समस्या का त्वरित समाधान करने का निर्देश दिया।उन्होंने सिंचाई विभाग के उपस्थित अभियंताओं को निर्देश दिया की जिन-जिन क्षेत्रों में नहर की व्यवस्था है,वहाँ नहरों के अंतिम छोर तक पानी पहुचाने हेतु व्यवस्था सुनिश्चित कर ले।,उन्होंने नलकूप विभाग को भी निर्देश दिया कि सभी बंद पड़े नलकुपो को अविलंब चालू करवाये। उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को भी निर्देश दिया कि आकस्मिक फसल योजना की भी पूरी तैयारी कर ले,ताकि अगर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है तो इसका लाभ लिया जा सके। समीक्षा के क्रम यह पाया गया कि वर्तमान में सभी महत्त्वपूर्ण नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे या उसके आसपास ही है । उन्होंने निर्देश दिया नदियों के जलस्तर पर लगातार नजर बनाये रखे एवम तटबन्धों की 24 घंटे निगरानी भी करते रहे। सभी पदाधिकारियों को सतर्कता बरतने का निर्देश देते हुए कहा कि मानसून की वर्षा कभी भी जिले को प्रभावित कर सकती है,एवम कभी भी बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है,इसलिये सभी संबधित पदाधिकारी पूरी तरह से अलर्ट मोड में ही रहे। जिले के सभी चिन्हित शरण स्थलों में स्वच्छ पेय जल की आपूर्ति सहित सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध रहे ,इसे सुनिश्चित कर ले। उन्होंने सिविल सर्जन से चिकित्सा संबंधी सभी तैयारियों की जानकारी ली और कहा कि सर्पदंश सहित सभी आवश्यक दवाइयों की कमी न होने पाए। उन्होंने डीसी बिल की समीक्षा के क्रम में कहा कि लंबित डीसी बिल का निष्पादन नही करने वाले पदाधिकारियो पर जबाबदेही कर करवाई की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिया कि सेटेलाइट फोन,लाइफ जैकेट एवम मोटरबोट सहित सभी संसाधनों की नियमित रूप से चेक करते रहे ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में त्वरित राहत कार्य मे किसी भी प्रकार का अवरोध उत्पन्न नही हो सके। उक्त बैठक में डीपीआरओ सह आपदा प्रभारी परिमल कुमार,सहित जिले के सभी वरीय पदाधिकारी कार्यालय कक्ष से और सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी व अंचल अधिकारी वर्चुअल माध्यम से बैठक में शामिल हुए।
बुधवार, 5 जुलाई 2023
मधुबनी : संभावित बाढ़ पूर्व तैयारियों
Tags
# बिहार
# मधुबनी
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
मधुबनी
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें