वाराणसी : सावन सोमवारी पर गेरुआ रंग में रंगी काशी, शिवालयों में उमड़ा आस्था का सैलाब - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 10 जुलाई 2023

वाराणसी : सावन सोमवारी पर गेरुआ रंग में रंगी काशी, शिवालयों में उमड़ा आस्था का सैलाब

  • बाबा विश्वनाथ धाम में पांच लाख कांवरियों ने अरघे में डाला गंगा जल, श्रद्धालुओं ने शिवालयों में शिव दर्शन पूजन की और शिवलिंग पर जल-दूध चढ़ाया
  • आरती उतारी, प्रसाद चढ़ाया और परिवार में खुशहाली की कामना की, हर हर महादेव, बम बम भोले के जयकारों से पूरे दिन सड़क हो या शिवालय गूंजते रहे, घर से लेकर मंदिरों में जगह-जगह रुद्राभिषेक भी किया गया

Sawan-in-kashi
वाराणसी (सुरेश गांधी) सावन के पहले सोमवारी पर भगवान भोलेनाथ की नगरी काशी शिवमय दिखी। हर तरफ केशरियां ही केशरियां। हर तरफ हर हर महादेव की गूंज। चाहे काशी विश्वनाथ धाम हो या मार्कण्डेय महादेव हो या मृत्युंजय महादेव हो या कालभैरव मंदिर समेत अन्य शिवालय, हर जगह शिवभक्तों एवं कांवडियों की जलाभिषेक के लिए लंबी कतारे दिखी। तीखी धूप के बावजूद शिवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। दशाश्वमेध, ललिता घाट से लेकर हर घाट पर श्रद्धालुओं ने गंगा में डूबकी लगाई। इस दौरान बोल बम व हर हर महादेव का उद्घोष लोग करते रहे। इस दौरान श्रद्धालुओं ने शिवालयों में शिव दर्शन पूजन की और शिवलिंग पर जल-दूध चढ़ाया। आरती उतार, प्रसाद चढ़ा परिवार में खुशहाली की कामना की। आज सावन का पहला सोमवार है. ऐसे में सुबह से ही शिव मंदिरों में भारी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। तमाम शिवालयों में भक्त तड़के से ही भगवान शिव को जल चढ़ाने के लिए मंदिरों में पहुंचे और पूजा अर्चना की, तो वहीं काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों की भारी संख्या को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं. बता दें, काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है. सावन के पहले सोमवार को यहां भी भक्तों की भारी भीड़ दिखाई दी, जिसे देखते हुए मंदिर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. भक्तों को लाइनों में मंदिर के अंदर प्रवेश दिया जा रहा है ताकि किसी तरह की आपाधापी न हो. इस दौरान चारों तरफ लोग भक्ति भाव से विभोर नजर आए.


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बाबा के दर्शन के लिए रविवार रात से ही भक्तों की लाइन लग गई थी। सोमवार को राजराजेश्वर काशी पुराधिपति भगवान विश्वेश्वर के दरबार में शीश नवाने के लिए दूर दूर से शिवभक्त काशी पहुंचे हैं। रात आठ बजे तक 5 लाख से ज्यादा शिवभक्तों ने बाबा के दरबार में हाजिरी लगाई है। आस्था के इस जनसैलाब को देखते हुए योगी सरकार के निर्देश पर काशी विश्वनाथ धाम में सुविधा और सुरक्षा के पुख्ता और कड़े इंतज़ाम किये गए हैं। भोर में मंगला आरती के बाद जैसे ही बाबा विश्वनाथ के मंदिर का कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खुला, आस्थावानों के पांव बाबा के चौखट की ओर बढ़ चला। शिवभक्तों ने पूरी श्रद्धा के साथ बाबा के दरबार में शीश नवाकर क्षीर-नीर का अर्पण किया। वहीं दोपहर 12 बजे के करीब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जब हेलीकॉप्टर से श्री काशी विश्वनाथ धाम, मार्कण्डेय महादेव और प्रयागराज-वाराणसी कांवड़िया मार्ग पर फूल बरसाए गए तो शिवभक्त निहाल हो उठे। हेलीकॉप्टर से हुई पुष्प वर्षा के बाद पूरी काशी हर-हर महादेव और बोल बम के जयघोष से गूंज उठी। सुबह ही परंपरागत रूप से सबसे पहले यादव बंधुओ ने चांदी के कलश में जल भरकर बाबा का जलाभिषेक करते हुए विश्व कल्याण की कामना की। इस दौरान यादव बंधुओं को किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो, इसके लिए प्रशासन की ओर से समुचित व्यवस्था की गई थी।


श्री काशी विश्वनाथ धाम मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि पिछले वर्ष 2022 में सावन के पहले सोमवार को रिकॉर्ड  5,76,573 दर्शनार्थियों ने दर्शन किया था। इस वर्ष सावन के पहले सोमवार को रात 8 बजे तक 5,19,169 श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे। अनुमान लगाया जा रहा है कि सावन के पहले सोमवार को तकरीबन 6 लाख श्रद्धालु दर्शन कर सकते हैं। जो धाम बनाने के बाद का अबतक का कीर्तिमान होगा। मंदिर के चारों द्वार पर लगे हेड स्कैन मशीन के जरिए श्रद्धालुओं की गिनती की जाती है। मंदिर प्रशासन की ओर से देर रात आंकड़े जारी किये जाएंगे। ग्रामीण अंचलों में श्रद्धालु नहाकर शिवालय पहुंचे। भगवान शिव-पार्वती की पूजा अर्चना की। शिवलिंग पर जल, दूध चढ़ा कर अभिषेक पूजन किया। बिल्व पत्र व कनेर आदि पुष्प चढ़ा श्रृंगार किया। आरती उतार व प्रसाद चढ़ा परिवार में खुशहाली व क्षेत्र में अच्छे जमाने की कामना की। पूरे दिन शिवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ रही। जगह-जगह रुद्राभिषेक भी किया गया। सावन के महीने में भगवान शिव की विशेष पूजा अराधना की जाती है. सावन के सोमवार का और भी ज्यादा महत्व होता है. इस दिन पूजा करने से भगवान शिव की विशेष कृपा भक्तों पर बरसती है.मान्यता के मुताबिक सावन के सोमवार में भगवान शिव की विधिवत पूजा- उपासाना करने से जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ती होती है।


मेले जैसा रहा माहौल

मंदिरों में पूरे दिन मेले जैसा माहौल रहा। मंदिरों में दर्शन पूजन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। उन्होंने दर्शन पूजन व शिवलिंग पर अभिषेक कर आरती उतारी। प्रसाद चढ़ा परिवार में खुशहाली की कामना की। वहीं सावन महीने के प्रथम सोमवार के दिन स्थानीय कलाकारों द्वारा अच्छी बारिश को लेकर भगवान शंकर के भजन कीर्तन किए। हर-हर महादेव और बम-बम भोले की गूंज से वातावरण शिवमय हो गया।

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