मधुबनी : संभावित बाढ़/सुखाड़ के प्रभाव को कम से कम करने को लेकर सरकार दृढ संकल्पि - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 24 जुलाई 2023

मधुबनी : संभावित बाढ़/सुखाड़ के प्रभाव को कम से कम करने को लेकर सरकार दृढ संकल्पि

  • मंत्री खाध एवम उपभोक्ता संरक्षण विभाग सह प्रभारी मंत्री मधुबनी जिला श्रीमती लेशी सिंह ने  संभावित बाढ़/ सुखाड़ की   पूर्व तैयारियों, जल-जीवन-हरयाली अभियान  एवं जिला कार्यान्वयन समिति  की समीक्षा बैठक कर दिये कई निर्देश।
  • पूरी सहजता एवं तेजी के साथ सभी पात्र किसानों के खाते में डीजल अनुदान की राशि उपलब्ध करवाए। किसानों  को सिंचाई हेतु कृषि फीडर से निर्धारित अवधी तक निर्बाध विधुत आपूर्ति करने का दिया निर्देश।नहरों के अंतिम टेल तक पानी पहुचाने का दिया निर्देश।
  • बाढ़/सुखाड़ की स्थिति में वैकल्पिक फसल योजना के लिए कर ले पूरी तैयारी। जिला पशुपालन पदाधिकारी को पशुओं में फैले लंपी रोग से बचाव एवं उपचार को लेकर पंचायत स्तर पर पूरी गंभीरता के साथ कार्य करने का दिया निर्देश।  डीएम अरविन्द कुमार वर्मा ने पावर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से बाढ़ पूर्व अब तक कि तैयारियो का दी विस्तृत जानकारी।
  • सभी 8932 पुल-पुलियो  के भेंट की सफाई कर ली गई पूरी। जिला नियंत्रण कक्ष  चार शिफ्ट में 24 घण्टे कार्यरत। जल जीवन हरियाली के बिना जीवन में खुशहाली की कल्पना नहीं की जा सकती। व्यापक जनसहभागिता के द्वारा ही जल-जीवन -हरियाली अभियान को सफल बना सकते है।

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मधुबनी, मंत्री खाध एवम उपभोक्ता संरक्षण विभाग सह प्रभारी मंत्री मधुबनी जिला श्रीमती लेशी सिंह ने डीआरडीए सभागार में बैठक कर संभावित बाढ़/सुखाड़ की  पूर्व तैयारियों ,जल-जीवन-हरियाली अभियान एवं जिला कार्यान्वयन समिति की बैठक कर    विस्तृत समीक्षा किया। उन्होंने कहा कि संभावित बाढ़/सुखाड़ के प्रभाव को कम से कम करने को लेकर सरकार दृढ संकल्पित है,एवं पूरी गंभीरता के साथ प्रयासरत है।उन्होंने कहा कि बाढ़/सुखाड़ जैसी  आपदा की  स्थिति उत्पन्न होने पर पूरी सहजता के साथ ससमय पीड़ितों को राहत उपलब्ध इसको लेकर पूरी गंभीरता के साथ लगातार प्रयास किये जा रहे है। उन्होंने कहा की पूरी सहजता एवं तेजी के साथ सभी पात्र किसानों के खाते में डीजल अनुदान की राशि उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करे।  उन्होंने कहा कि बाढ़/सुखाड़ दोनों ही स्थितियो के आलोक में वैकल्पिक फसल योजना के लिए पूरी तयारीबकर ले ।इसके पूर्व जिलाधिकारी,  अरविन्द कुमार वर्मा ने पावर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से जिले में अबतक की गई संभावित बाढ़ /सुखाड़ की पूर्व तैयारियों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मधुबनी जिला पारंपरिक रूप से आपदा के प्रति संवेदनशील जिला रहा है लगभग 18 नदियों और उसकी सहायक नदियां  जिले से गुजरती हैं। उन्होंने बताया कि जिले की महत्वपूर्ण नदियों के जलस्तर प्रतिदिन प्रति तीन घण्टे पर ली जा रही है। उन्होंने कहा कि मई माह में सामान्य से 33 प्रतिशत, जून माह में सामान्य से 73  प्रतिशत एवं जुलाई माह में अबतक 22 प्रतिशत वर्षा कम हुई है। प्रभारी मंत्री ने कार्यपालक अभियंता विधुत को निर्देश दिया कि किसानों  को सिंचाई हेतु कृषि फीडर से निर्धारित अवधी तक निर्बाध विधुत आपूर्ति सुनिश्चित करे। जल संसाधन विभाग के अभियंताओं को निर्देश दिया कि नहरों के अंतिम टेल तक पानी पहुचाये,ताकि किसानों को रोपनी के लिए सिंचाई की दिक्कत नही हो।। जिलाधिकारी ने बाढ़ पूर्व तैयारियों के आलोक में बताया कि सभी 43 सलुइस गेट की जाँच कर ली गई है,जो सभी कार्यशील हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ नियंत्रण से संबंधित कुल 10 योजनाओं में से 9 योजनाएं पूर्ण कर ली गई हैं शेष के 1 का  कार्य अंतिम चरण में हैं। प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिया कि अपूर्ण योजनाओं को बाढ़ से पूर्व हर हाल में पूर्ण करवा ले। जिलाधिकारी ने बताया कि अब तक कुल 8930 पुल-पुलियो  के भेंट की सफाई कर ली गई है। उन्होंने बताया कि  पिछले दिनों भारी वर्षा के कारण क्षतिग्रस्त कुल 28 सड़को में  25 की मरम्मत  करवा ली गई है,शेष तीन में जलजमाव हटते ही मरम्मति करवा ली जाएगी। प्रभारी मंत्री ने संबधित अभियंता को निर्देश दिया कि आज ही बैठक के बाद स्वयं क्षतिग्रस्त सड़को का स्थल जाँच कर तुरंत मरम्मति की करवाई सुनिश्चित करे। जिलाधिकारी ने  बताया कि जिले में संभावित बाढ़ के दृष्टिकोण से सरकारी नावों की मरम्मत कर ली गई है और 19 निजी नाव मालिकों के साथ एकरारनामा का कार्य भी पूरा कर लिया गया है,24 निजी नाव मालिको के साथ एकरारनामा किया जा रहा है। वर्तमान में 176 परिचालन योग्य नावे जिले में उपलब्। अनुग्रहिक राहत के भुगतान हेतु परिवारों के आधार सीडिंग को अद्यतन करने का काम पूरा कर लिया गया है एवम सूची को अपडेट किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में बाढ़ आश्रय स्थल की पहचान कर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। मेगा बाढ़ राहत केंद्र के रूप में कुल 24 स्थानों की पहचान हुई है, जिसमें 28252 लोगों के ठहरने की व्यवस्था की जा सकती है। साधारण बाढ़ राहत केंद्र के तहत कुल 227 शिविरों की पहचान   हैं, जिसमे 124705 लोगो की ठहरने की व्यवस्था है। इन सब के लिए सामुदायिक रसोई के लिए 218 स्थानों को भी चिन्हित किया गया है। जिसमें रोजाना कुल 77190 लोग भोजन प्राप्त कर सकते हैं।  सभी चिन्हित बाढ़ आश्रय स्थलों का भौतिक सत्यापन कर लिया गया है और उन जगहों पर पेयजल एवं शौचालय  आदि उपलब्ध है।उन्होंने कहा कि जिला आपातकालीन संचालन केंद्र चार शिफ्ट में 24 x 7 कार्यरत है,जिसका नंबर 0627-222576 है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री राहत कोष की राशि से निर्मित किए जा रहे बाढ़ आश्रय स्थलों के निर्माण हेतु भूमि उपलब्ध करा दी गई है। कुल 8 बाढ़ आश्रय स्थलों में से 04स्थलों पर निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है एवं शेष स्थलों पर निर्माण कार्य प्रक्रियाधीन है। प्रभारी मंत्री ने भवन विभाग के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया कि दो माह के अंदर शेष का निर्माण पूर्ण करें।जिले में एसडीआरएफ के स्थायी  आवासन एवं आपदा की स्थिति में रिस्पांस टीमों के प्रशिक्षण हेतु डिस्ट्रिक्ट इमरजेंसी रिस्पांस फैसिलिटी सह ट्रेनिंग सेंटर हेतु  बनाने हेतु निविदा की प्रक्रिया शुरू हो गई है। आपदा की घड़ी में मानव स्वास्थ्य के देखभाल हेतु मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी मधुबनी द्वारा स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति एवं जीवन रक्षक दवाओं, हैलोजन टेबलेट, ब्लीचिंग पाउडर, डीटीटी आदि अधिकांश दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सा दल का गठन कर लिया गया है। अत्याधिक बाढ़ प्रभावित वाले प्रखंडों यथा मधेपुर फुलपरास घोघरडीहा ,बिस्पि, मधवापुर, बेनीपट्टी एवं लौकीही में वोट एम्बुलेंस के लिए मेडिकल टीम का गठन कर लिया गया है। जिले में पेयजल आपूर्ति के मद्देनजर कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य प्रमंडल मधुबनी एवं लोक स्वास्थ्य प्रमंडल झंझारपुर के द्वारा कुल 3084 चापाकल की मरम्मती का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। वर्तमान में कुल 7 मरम्मती दल भी कार्यरत है। जिसके माध्यम से मरम्मत हेतु बंद चापाकलों की सूचना प्राप्त होने पर उनकी मरम्मत सुनिश्चित की जाती है।


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जिला कृषि पदाधिकारी, मधुबनी द्वारा विभागीय निर्देश के आलोक में प्रभावित कृषकों को कृषि इनपुट सब्सिडी का भुगतान कर दिया गया है एवम आकस्मिक फसल योजना  बनाई गई है। धान के बिचड़े का आच्छादन, धान की रोपनी एवं   वैकल्पिक फसल जैसे अरहर, तुरिया, उड़द, कुर्थी के फसल लगाने हेतु आकस्मिक फसल योजना की तैयारी कर ली गई है। बीज की आवश्यकता का आकलन कर कृषि विभाग को आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं।   उन्होंने बताया कि जिले में वर्तमान में 209 लाइफ जैकेट हैं एवम 15 मोटर बोट है और चार सेटेलाइट फोन भी उपलब्ध हैं। जिले में संकटग्रस्त समूह की पहचान कर ली गई है जिसकी अनुमानित संख्या 554545 है।प्रभारी मंत्री ने जिला प्रशासन द्वारा अब तक की गई तैयारी पर  प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा की सभी संबंधित विभाग पूरी तत्परता एवं गंभीरता के साथ कार्य करते रहें तो निश्चित रूप से आपदा के प्रभाव को काफी कम किया जा सकता है। *उन्होंने उपस्थित सभी माननीय जनप्रतिनिधियों को उनके महत्वपूर्ण सुझाव के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि सभी* के *सहयोग से आपदा के प्रभाव को हमें काफी कम से कम करना है। जल-जीवन-हरियाली* अभियान की समीक्षा के क्रम में प्रभारी मंत्री ने कहा कि जल जीवन हरियाली के बिना जीवन में खुशहाली की कल्पना तक नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि व्यापक जनसहभागिता के द्वारा ही हम इस अभियान को सफल बना सकते है। उन्होंने सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं को अतिक्रमणमुक्त कराने, तालाबों / पोखरों / आहरों / पैईनो का जीर्णोद्वार, सार्वजनिक कुओं का जीर्णोद्वार, सार्वजनिक कुओं / चापकलों के किनारे सोखता / रिचार्ज  का निर्माण, नए जल श्रोतों का सृजन, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग की संरचना का निर्माण, पौधशाला सृजन एवं सघन वृक्षारोपण, वैकल्पिक फसलों, टपकन सिंचाई, जैविक खेती एवं अन्य नई तकनीकों का उपयोग, सौर ऊर्जा के उपयोग एवं प्रोत्साहन तथा जल जीवन हरियाली अभियान को लेकर जागरूकता कार्यक्रम आदि की विस्तृत समीक्षा कर संबधित अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।।उक्त बैठक में माननीय सदस्य, बिहार विधान परिषद, घनश्याम ठाकुर, माननीय सदस्य, बिहार विधान परिषद, अंबिका गुलाब यादव, माननीय सदस्य, बिहार विधान सभा, सुधांशु शेखर, माननीय सदस्य, बिहार विधान सभा, अरुण शंकर प्रसाद,जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा, मुख्य पार्षद, नगर निगम, मधुबनी, अरुण राय, मुख्य पार्षद, नगर परिषद, झंझारपुर, बबिता शर्मा, मुख्य पार्षद, नगर पंचायत, घोघरडीहा, अनिल कुमार मंडल, मुख्य पार्षद, नगर पंचायत, जयनगर, कैलाश पासवान, मुख्य पार्षद, नगर पंचायत, बेनीपट्टी, मंजू देवी, मुख्य पार्षद, नगर पंचायत, फुलपरास, धर्मेंद्र कुमार साह उप विकास आयुक्त विशाल राज, सहायक समाहर्ता पार्थ बगुप्ता,डीपीआरओ सह आपदा प्रभारी,परिमल कुमार,विशेष कार्य पदाधिकारी जिला गोपनीय शाखा, अमेत विक्रम बैनामी, नगर आयुक्त अनिल कुमार, निदेशक डीआरडीए, किशोर कुमार,पंचायत राज पदाधिकारी शैलेंद्र कुमार, प्रभारी पदाधिकारी जिला विकास शाखा, निधि राज, सिविल सर्जन,  डॉ नरेश कुमार भीमसरिया, एडीएसएस, आशीष प्रकाश अमन, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मुख्यालय प्रभाकर तिवारी, कार्यपालक अभियंता विद्युत मो अरमान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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