- भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज नीतीश सरकार के तानाशाही शासन का परिणाम ।
पटना, राष्ट्रीय सामाजिक न्याय मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र चौहान प्रधान महासचिव नरेश महतो, वरिष्ठ नेता जगन्नाथ प्रसाद गुप्ता एवं मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता नीलमणि पटेल ने संयुक्त वक्तव्य जारी करते हुए कहा कि नीतीश सरकार के जनविरोधी नीति,बढते अपराध एवं प्रदेश में व्याप्त शैक्षणिक अराजकता के विरुद्ध भाजपा द्वारा आयोजित की गई पटना के गांधी मैदान से विधान सभा मार्च पूर्णता सफल एवं ऐतिहासिक रहा । मोर्चा नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार सत्ता के नशे में मगरूर हो गए और प्रदेश में सामंतवादी व्यवस्था लागू करना चाहते हैं । भाजपा कार्यकर्ताओ के शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर जिस प्रकार से पुलिस प्रशासन द्वारा लाठी चार्ज किया गया है वह श्री नीतीश कुमार के तानाशाही सोच का परिणाम है। एक और जहां बिहार में अपराध भ्रष्टाचार शैक्षणिक अराजकता शिक्षकों के विरुद्ध तानाशाही व्यवहार सरकार की निरंकुश शासन प्रणाली से बिहार की जनता पूरी तरह से त्रस्त हो चुकी है ऐसी स्थिति में भारतीय जनता पार्टी ने जनहित के मुद्दे को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के तानाशाही शासन व्यवस्था के विरोध में विधानसभा मार्च का आयोजन कर आम जनता का अभूतपूर्व समर्थन प्राप्त किया है। मोर्चा नेताओं ने आगे कहा कि आम जनों में भाजपा के बढ़ती लोकप्रियता को देखकर महागठबंधन के घटक दल राजद कांग्रेस एवं जदयू के नेताओं में घबराहट की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है । भाजपा के विधानसभा मार्च को रोकने के लिए सत्ताधारी महागठबंधन के नेताओं द्वारा जिस प्रकार से विधानसभा मार्च का बैनर पोस्टर को तोड़- फोड़ कर फाड़ा गया यह उनकी ऊंची मानसिकता एवं अलोकतांत्रिक प्रवृत्ति को दर्शाता है । बिहार की जनता मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के राजनीतिक चरित्र को भलीभांति अब समझ चुकी है और आने वाले विधानसभा चुनाव में इनकी सत्ता से विदाई लगभग तय है ।
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