मेघालय. भारत के मेघालय में रोमन कैथोलिक समुदाय का जोवाई धर्मप्रांत है.संत पापा फ्रांसिस ने माननीय फादर फर्डीनांड ड्खार (61), को जोवाई धर्मप्रांत का नया धर्माध्यक्ष नियुक्त किया है.फादर फर्डिनेंड डखार जोवाई धर्मप्रांत के प्रेरितिक प्रशासक के रूप में अपनी सेवा प्रदान कर रहे थे. बता दें कि शिलांग महाधर्मप्रांत को विभाजित करके जोवाई धर्मप्रांत की स्थापना 28 जनवरी, 2006 को पोप बेनेडिक्ट XVI द्वारा की गई थी, और फादर विंसेंट किम्पैट को जोवाई धर्मप्रांत का पहला बिशप नियुक्त किया गया था. उन्हें 2 अप्रैल, 2006 को भारत के अपोस्टोलिक नुनसियो, आर्चबिशप पेड्रो लोपेज़ क्विंटाना द्वारा नियुक्त किया गया था. बता दें कि जोवाई धर्मप्रांत के प्रथम धर्माध्यक्ष विंसेंट किम्पैट (2006-2011) हैं.इस धर्मप्रांत के द्वितीय धर्माध्यक्ष बी.पी. विक्टर लिंगदोह (2016-2020) हैं. 28 दिसंबर, 2020 को बिशप विक्टर लिंगदोह को शिलांग महाधर्मप्रांत के आर्चबिशप के रूप में नियुक्त किया गया. इसके बाद जोवाई धर्मप्रांत का प्रेरितिक प्रशासक फादर फर्डीनांड ड्खार को नियुक्त किया गया. 921 दिनों के बाद प्रेरितिक प्रशासक फादर फर्डीनांड ड्खार को पदोन्नत कर जोवाई धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष नियुक्त किया गया है.वे इस धर्मप्रांत के तीसरे धर्माध्यक्ष होंगे.इस तरह जोवाई धर्मप्रांत में 17 वर्षों में तीन धर्माध्यक्ष बने है. तीसरे धर्माध्यक्ष फादर फर्डीनांड ड्खार का जन्म 26 फरवरी 1962 को जोवाई धर्मप्रांत के लोंगकलुह में हुआ था.मेघालय के ऊपरी शिलांग में माइनर सेमिनरी में भाग लेने के बाद, उन्होंने क्राइस्ट किंग कॉलेज में दर्शनशास्त्र और शिलांग के महाधर्मप्रांत में ओरिएंस थियोलॉजिकल कॉलेज में धर्मशास्त्र. शिलांग में ईशशास्त्र और दर्शनशास्त्र की पढ़ाई के बाद उनका पुरोहिताभिषेक 23 जनवरी 1994 को जोवाई धर्मप्रांत के लिए हुआ.
उन्होंने निम्नलिखित कार्यालय संभाले हैं शिलांग के माइनर सेमिनरी में अध्ययन के डीन (1994-1995); एनाउंसमेंट चर्च, नामडोंग के सहायक पल्ली पुरोहित (1995-2000); चर्च ऑफ द होली स्पिरिट, उम्मूलोंग के सहायक पल्ली पुरोहित (2000-2002) और फिर पल्ली पुरोहित (2002-2007); एनाउंसमेंट चर्च के पल्ली पुरोहित और नामडोंग में एक हाई स्कूल के प्रिंसिपल (2007-2009); जोवाई धर्मप्रांत के प्रोक्यूरेटर (2009-2021). 2021 से अब तक वह जोवाई धर्मप्रांत के प्रेरितिक प्रशासक रहे हैं. जोवाई धर्मप्रांत 2006 में शिलांग महाधर्मप्रांत को विभाजित करके बनाया गया था. यह जयंतिया हिल्स में, खासी हिल्स के पूर्व में, बांग्लादेश के उत्तर में, उत्तरी कछार हिल्स के पश्चिम में और मेघालय में कार्बी आंगलोंग के दक्षिण में स्थित है. यह शिलांग से 64 किलोमीटर दूर है.इसमें 1,20,275 कैथोलिक आबादी, 23 पैरिश, 30 धर्मप्रांतीय पुरोहित, 41 रिलीजियस पुरोहित, 83 रिलीजियस सिस्टर्स और 313 शैक्षणिक संस्थान हैं. फादर फर्डीनांड ड्खार का जन्म 26 फरवरी 1962 को जोवाई धर्मप्रांत में हुआ.इस धर्मप्रांत में पुरोहित बने.921 दिनों के बाद प्रेरितिक प्रशासक रहे.अब जोवाई धर्मप्रांत का बिशप बनने जा रहे है.ऐसे ही बिहार में भी होना चाहिए. बिहार के पुरोहित भी मांग करते हैं. पर होता ही नहीं हैं. जिसके कारण पुरोहित फूफा बन बैठे हैं.स्थानीय पुरोहितों को धर्माध्यक्ष बनाने पर ईसाई समुदाय के लोग भी मांग करते हैं.
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