सात जुलाई को पीएम नरेंद्र मोदी दो बड़े शहरों में कार्यक्रमों के साथ लोकसभा चुनाव 2024 के रण का आगाज करने आ रहे हैं। भाजपा की नजर पूर्वांचल में पैठ बढ़ाने की है। इसके साथ ही संदेश बिहार- झारखंड तक पहुंचाना है। गोरखपुर और वाराणसी में प्रस्तावित कार्यक्रमों की धमक निश्चित तौर पर बिहार तक सुनाई देने वाली है। मतलब साफ है पूर्वांचल से पश्चिम तक बहेगी चुनावी बयार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मस्थली गोरखपुर से लगायत अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को 2024 का चुनावी केन्द्र बिन्दु बनायेंगे। इसके संकेत तो पहले से ही मिलने लग गए थे। लेकिन सात जुलाई गोरखपुर व काशीवासियों को करोड़ों रुपये की विकास योजनाओं को समर्पित कर इसे अमली-जामा पहनाया जायेगा। आगमन के तैयारियों के बाबत एक लाख से अधिक भीड़ जुटाने से लेकर कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए पूरी भाजपा दिन-रात कर दी है। बता दें, 7 जुलाई को पीएम नरेंद्र मोदी दो बड़े शहरों में कार्यक्रमों के साथ लोकसभा चुनाव 2024 के रण का आगाज करने आ रहे हैं। भाजपा की नजर पूर्वांचल में पैठ बढ़ाने की है। इसके साथ ही संदेश बिहार- झारखंड तक पहुंचाना है।
गोरखपुर और वाराणसी में प्रस्तावित कार्यक्रमों की धमक निश्चित तौर पर बिहार तक सुनाई देने वाली है। इसी दिन मोदी सायंकाल अपने संसदीय क्षेत्र में रात्रि प्रवास भी करेंगे। इस दौरान वाजिदपुर में आयोजित जनसभा में पीएम मोदी अपनी सरकार की नौ साल की उपलब्धियों के साथ काशीवासियों को न सिर्फ करोड़ों की विकासरुपी योजनाओं की सौगात देंगे, बल्कि एकबार फिर उनसे आत्मीय रिश्ता से जोड़ेंगे। देखा जाएं तो मोदी इन नौ सालों में अपने संसदीय क्षेत्र में तकरीबन 51 हजार 500 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं देकर काशी को सजाने-संवारने की भरपूर कोशिश की है। समय-समय पर काशी के विकास की चर्चा भारत ही नहीं बल्कि सात समुंदर पार भी करते हुए बताते हैं कि काशी बदल गया है। मतलब साफ है काशी को 2024 में मोदी पूरे देश में विकास मॉडल के रुप में प्रस्तुति करेंगे, इसमें किसी को हैरानी नहीं होनी चाहिए। इसकी बड़ी वजह है यह है कि वाराणसी पूर्वांचल का दिल तो है ही, यह बिहार तक अपनी छाप छोड़ता है और इसी को भुनाने के लिए साल 2014, 2019 में पीएम मोदी ने काशी को ही केन्द्र बिन्दु चुना था और बंपर सफलता भी मिली थी। उन्हीं सियासी समीकरणों के साथ एक बार फिर काशी को चुना गया है। इसका फायदा भी उन्हें मिलता है। 2017 के विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी ने अपने तीन दिनी प्रवास के दौरान पूर्वांचल की 55 से अधिक सीटों पर भाजपा को जीत दिलायी थी। 2019 के लोकसभा और 2022 के विधानसभा चुनाव में भी काशी में पीएम मोदी की मौजूदगी ने भाजपा को बड़ी बढ़त दिलाई थी।
हालांकि यह सच है पीएम मोदी जब भी काशी आते है तब वे काशीवासियों को हजारों हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात देकर ही जाते है। आंकड़ों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते नौ वर्षें में 51 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की 500 से अधिक विकास योजनाओं की सौगात काशीवासियों को दी है। इससे काशी विकास की नई ऊंचाइयों को छूने लगी है। विकास का नया मॉडल बनकर उभरी है। अब आरओबी, फ्लाईओवर, फोरलेन सहित कई योजनाएं आकार लेंगी। बाबतपुर एयरपोर्ट से लेकर गंगा घाट तक सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए विकास कार्य पूरे कराए जा रहे हैं। इस नगरी को सभी सुविधाओं से सुसज्जित करने के लिए काशीवासियों को कैंट से गोदौलिया के बीच रोपवे की सौगात दी है। पर्व हो या कोई अन्य अवसर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी काशी जरुर आते है और विकास योजनाओं के जरिए काशीवासियों का दिल जीतने का प्रयास करते है। बात अगर उनके आगमन की तैयारियों की किया जाएं तो मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर बीजेपी का महा जनसंपर्क अभियान खत्म हो गया है. लेकिन टिफिन बैठक का कार्यक्रम जारी रहेगा और इसी के मद्देनजर प्रधानमंत्री अपने संसदीय क्षेत्र में बीजेपी के कार्यकर्ताओं संग टिफिन बैठक करेंगे. टिफिन बैठक के लिए पार्टी के पचास हजार कार्यकर्ताओं को बुलाया गया है. वाराणसी में मंडुआडीह लहरतारा रोड पर विश्वनाथ लॉन में ये कार्यक्रम आयोजित है। खास यह है कि देश भर में बीजेपी के सांसद एक ही दिन 8 जुलाई को अपने अपने लोकसभा क्षेत्र में टिफिन बैठक करेंगे. इस बैठक में करीब पांच सौ लोगों को बुलाने को कहा गया है. जिसमें आधे पार्टी के पुराने कार्यकर्ता होंगे जो अब सक्रिय राजनीति में नहीं हैं. लेकिन जो लंबे समय तक संगठन के लिए काम कर चुके हैं. पुराने कार्यकर्ताओं के साथ कुछ नौजवान कार्यकर्ताओं को भी इस बैठक में बुलाने को कहा गया है. इस बार भी मोदी अपने दो दिवसीय दौरें पर काशी पहुंचेंगे। केंद्र सरकार के नौ साल पूरे होने के बाद सात जुलाई को काशी में पीएम मोदी प्रदेश की पहली जनसभा को संबोधित करेंगे। काशी को हजारों करोड़ रुपये की सौगात के साथ नौ साल में विश्व पटल पर नए कलेवर में उभरी काशी के विकास मॉडल को भी देश के सामने रखेंगे।
गोरखपुर में वे गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह में शामिल होंगे। पीएम मोदी इसके बाद तीन वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने गोरखपुर स्टेशन आएंगे। वहां उनके गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला भी रखने का कार्यक्रम है। गोरखपुर स्टेशन पर पीएम नरेंद्र मोदी के करीब 20 मिनट तक रुकने का कार्यक्रम है। गीता प्रेस में आयोजित होने वाले कार्यक्रम की शुरुआत पीएम मोदी के स्वागत से होगी। गीता प्रेस के 100 वर्ष के इतिहास में पहली बार देश के प्रधानमंत्री का दौरा यहां हो रहा है। इस दौरान पीएम मोदी गीता प्रेस का भ्रमण भी करेंगे। लीला चित्र मंदिर भी देखने का कार्यक्रम है। गीता प्रेस मैनेजमेंट पीएम मोदी का सम्मान करेगा। मुख्य कार्यक्रम की शुरुआत गीता प्रेस के ट्रस्टी के स्वागत भाषण से होगी। इसके बाद पीएम मोदी 225 पेज की चित्रमय शिव पुराण ग्रंथ का विमोचन करेंगे। कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन होगा। गीता प्रेस को इस साल गांधी शांति पुरस्कार भी मिला है। ऐसे में यह कार्यक्रम शानदार होने वाला है। पीएम नरेंद्र मोदी गोरखपुर से अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचेंगे। वहां वे कई परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। पीएम मोदी पीएम पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन को सोन नगर से जोड़ने वाले कॉरिडोर को भी जनता को समर्पित करेंगे। वाराणसी जौनपुर एनएच-56 के चार लेन को चौड़ा करने की परियोजना की आधारशिला भी पीएम रखेंगे। इसके साथ वह मणिकर्णिका घाट और हरिशचंद्र घाट के रेनोवेशन परियोजना की भी आधारशिला रखेंगे। वाराणसी के कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी को कुल 12,148 करोड़ की 29 परियोजनाओं की सौगात देने वाले हैं। वाराणसी में 1800 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और करीब 10 हजार करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण होना है। योजनाओं में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, तीन रेलवे ओवरब्रिज, बीएचयू में बना 10 मंजिला अंतर्राष्ट्रीय छात्रावास सहित 96 सड़कों की मरम्मत और उनके निर्माण कार्य जनता को समर्पित किया जाएगा। इसके अलावा पीएम वाटर टैक्सी को भी हरी झंडी दिखा सकते हैं।
इनका होगा कायाकल्प
मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा ने बताया कि इन योजनाओं में मणिकर्णिका घाट का कायाकल्प, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, तीन रेलवे ओवरब्रिज, काशी हिंदू विश्वविद्यालय में 10 मंजिला अंतरराष्ट्रीय छात्रावास, 96 सड़कों की मरम्मत और उनका निर्माण कार्य शामिल है. इसके अलावा प्रधानमंत्री वाटर टैक्सी को भी हरी झंडी दिखा सकते हैं. बीजेपी जिलाध्यक्ष और उत्तर प्रदेश विधान परिषद सदस्य हंसराज विश्वकर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री के दो दिवसीय कार्यक्रम को देखते हुए पूरे शहर को सजाया गया है. प्रधानमंत्री के वाराणसी आगमन पर जगह-जगह भाजपा कार्यकर्ता उनका स्वागत करेंगे.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
वाराणसी प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर फील्ड में 20 आईपीएस के नेतृत्व में 26 एडिशनल एसपी और 50 डिप्टी एसपी तैनात रहेंगे। इसके अलावा 2750 सिपाही, हेड कांस्टेबल, दरोगा और इंस्पेक्टर तैनात रहेंगे। प्रधानमंत्री जिन मार्गों से होकर गुजरेंगे, वहां की बहुमंजिला इमारतों पर रूफ टॉप फोर्स तैनात की जाएगी। सभी रूटों और कार्यक्रम स्थलों पर डॉग स्क्वॉड, बम निरोधक दस्ता, अग्निशमन दल और स्थानीय अभिसूचना इकाई के कर्मचारी भी तैनात रहेंगे। प्रधानमंत्री का कार्यक्रम स्थल और उनका विश्राम स्थल नो फ्लाइंग जोन रहेगा। सभी कार्यक्रम स्थल सीसी कैमरों की निगरानी में रहेंगे।
पीएम मोदी की सौगात से भव्य व दिव्य होगी काशी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 हजार करोड़ रुपये लागत की 29 परियोजनाओं की सौगात देंगे। इसमें पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र की जनता की सुख सुविधाओं से जुड़ी कई परियोजनाओं से काशी नए कलेवर में नजर आएगी। मोक्षधाम मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र का पुनर्विकास होगा और घाटों पर जेटी निर्माण से सुरक्षित गंगा स्नान के साथ जल परिवहन भी सुलग होगा। पीएम हजारों करोड़ रुपये की रेल परियोजनाओं के साथ ही आवास, सुरक्षा, यातायात सहित हर क्षेत्र में जनता की सहूलियत से जुड़ी परियोजनाओं की सौगात देंगे। सनातन धर्म में तीर्थ का स्थान रखने वाले महाश्मशान मणिकर्णिका घाट जल्द ही बदले स्वरूप में नजर आएगा। मणिकर्णिका घाट के पुनर्विकास का काम सीएसआर फंड से होगा। सात जुलाई को वाराणसी दौरे पर आ रहे पीएम मोदी इसका शिलान्यास कर सकते हैं। वाराणसी के मणिकर्णिका घाट से तारकेश्वर मंदिर तक की इमारत को नागर शैली में विकसित किया जाएगा। तारकेश्वर महादेव मंदिर तक तीन मंजिला और तारकेश्वर महादेव से दत्तात्रेय पादुका तक (300 से 400 मीटर) का निर्माण होगा। इसके तहत घाट से लेकर मंदिरों के जीर्णोद्धार का काम कराया जाएगा।
छह घाटों पर बनेंगे फ्लोटिंग चेंजिंग रूम
गंगा तट पर स्नान के उपरांत श्रद्धालुओं को कपड़े बदलने के लिए फ्लोटिंग चेंजिंग रूम के दशाश्वमेध मॉडल को अब वृहद स्तर पर लागू किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात जुलाई को काशी के छह घाटों पर फ्लोटिंग जेटी पर चेंजिंग रूम के निर्माण का शिलान्यास करेंगे। स्मार्ट सिटी के मुख्य महाप्रबंधक डॉ. डी वासुदेवन ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर दशाश्वमेध घाट पर फ्लोटिंग जेटी चेंजिंग रूम बनाया गया था। अब 5.70 करोड़ की लागत से राजेंद्र प्रसाद घाट, अस्सी घाट, शिवाला घाट, राजघाट, केदार घाट और पंचगंगा घाट पर फ्लोटिंग जेटी चेंजिंग रूम बनाए जाएंगे। हर फ्लोटिंग चेंजिंग रूम में 10 महिलाओं और 10 पुरुषों के लिए अलग-अलग चेंजिंग रूम होंगे।
सुरेश गांधी
वरिष्ठ पत्रकार
वाराणसी
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