- 16 अगस्त से 18 सितंबर तक होंगे यथा-गायन, वादन, नृत्य, रंग-कर्म
- मकसद : सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बढ़ावा, नवीन प्रतिभाओं को अवसर प्रदान करना व अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित कराना है डीएम एस. राजलिंगम’
- डीएम एस. राजलिंगम ने समस्त तैयारियां समय से गुणवत्तापूर्ण तरीके से कराने की संबंधित अधिकारियों को दिया निर्देश
वाराणसी (सुरेश गांधी) भारत की सांस्कृतिक राजधानी काशी, संगीत की सभी विधाओं यथा-गायन, वादन, नृत्य, रंग-कर्म से परिपूर्ण है। यहाँ के महान संगीतकारों ने अपनी कला से पूरी दुनिया में भारतीय संकृति का श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। काशी के अनेक संगीतकार भारतरत्न एवं पद्म विभूषण, पद्म भूषण एवं पद्मश्री तथा संगीत अन्य राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय सम्मान, पुरस्कार से विभूषित हैं।सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बढ़ावा दिये जाने और नवीन प्रतिभाओं को अवसर प्रदान करने तथा अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित कराने के उद्देश्य से 16 अगस्त से 18 सितंबर तक लगभग एक माह तक जनपद में “काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव-2023“ का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम की अध्यक्षता में शनिवार को जिला राइफल क्लब सभागार में अधिकारियों की बैठक हुई। उन्होंने संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि “काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव“ के सफलतापूर्वक आयोजन हेतु निर्धारित तिथियों के अनुसार समस्त तैयारियां समय से गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूर्ण किया जाए। प्रतिभाओं का चिन्हीकरण, प्रशिक्षकों का चयन आदि समयानुसार सुनिश्चित कर लिया जाए। इसमें किसी भी स्तर पर शिथिलता कतई नहीं होनी चाहिए। महोत्सव के सफल आयोजन हेतु जिलाधिकारी द्वारा प्लानिंग एवं कोऑर्डिनेशन, विकासखंड स्तरीय, शहरी क्षेत्र में जोन स्तरीय, विश्वविद्यालय स्तर आयोजन एवं समन्वय समिति, रजिस्ट्रेशन एवं मीडिया समिति, नियम निर्धारण एवं निर्णायक समिति, पुरस्कार सम्मान आदि समितियों का गठन किया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि महोत्सव के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्र में न्याय पंचायत स्तर पर चयनित प्रतिभागियों को खण्ड विकास स्तर पर प्रतिभाग करने का अवसर प्रदान किया जायेगा तथा खण्ड विकास स्तर पर चयनित प्रतिभागियों को जनपद स्तरीय महोत्सव में प्रतिभाग करने का अवसर प्रदान किया जायेगा। इसी प्रकार शहरी क्षेत्र में जोनल स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में चयनित प्रतिभागियों को जनपद स्तरीय आयोजन में विकास खण्ड स्तर पर चयनित प्रतिभागियों के साथ प्रतिभाग करने का अवसर प्रदान किया जायेगा। वाराणसी जनपद में स्थित सभी विश्वविद्यालयों के प्रतिभागियों को अर्न्तविश्वविद्यालीय आयोजन में प्रतिभाग करने तथा चयनोपरांत जिला स्तर पर प्रतिभाग का अवसर प्रदान किया जाना प्रस्तावित है। इस महोत्सव में प्रतिभागियों को विभिन्न आयु वर्ग क्रमशः 10 वर्ष से 18 वर्ष एवं 19 वर्ष से 40 वर्ष तथा 41 वर्ष से ऊपर के वर्गों में विभाजित कर आयोजन में प्रतिभाग कराया जाना प्रस्तावित है, जिससे सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रतिभाग करने एवं अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का अवसर प्राप्त होगा। जनपद स्तर पर उपर्युक्त समस्त कार्यक्रम को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने हेतु मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में 15 सदस्यी प्लानिंग एवं कोआर्डिनेशन समिति गठित की गयी हैं। समिति खण्ड विकास स्तरीय समिति के माध्यम से प्रत्येक न्याय पंचायत में 16 जुलाई तक एक समिति गठित कराकर सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करेगा। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल सहित सभी एडीएम, एसडीएम एवं अन्य विभागीय अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें