बिहार : रमेश चंद्र चौबे तीसरी बार बने राज्‍य सहकारी बैंक के अध्‍यक्ष - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 9 जुलाई 2023

बिहार : रमेश चंद्र चौबे तीसरी बार बने राज्‍य सहकारी बैंक के अध्‍यक्ष

Ramesh-chaube-co-oprative-bank-president
पटना, सहकारिता जगत में अपनी धाक रखने वाले रमेश चंद्र चौबे तीसरी बार बिहार राज्‍य सहकारी बैंक के अध्‍यक्ष निर्वाचित हुए हैं। इनका चुनाव सर्वसम्‍मति से हुआ है। वे रोहतास-कैमूर डिस्‍ट्रीक्‍ट कॉपरेटिव बैंक के अध्‍यक्ष हैं। शनिवार को पटना के होटल मौर्या में हुई जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों के अध्‍यक्षों की बैठक में उनका चुनाव किया गया। उन्‍होंने अपने नये निदेशक मंडल का भी गठन किया लिया है। निदेशक मंडल में विधायक विनय कुमार (मगध), सत्‍येंद्र नारायण सिंह (आरा), अमर पांडेय (मुजफ्फरपुर), मिंटू देवी (मुंगेर), मधुप्रिया (सीतामढ़ी), अली रजा (पूर्णिया) के साथ ही विशेषज्ञ के रूप में सुधीर रंजन (वैशाली) को मनोनीत किया गया है। सहकारिता विभाग की ओर से संजय कुमार सिंह के साथ बैंक के प्रबंध निदेशक नवगठित निदेशक मंडल में शामिल किये गये हैं। निर्वाचन के बाद श्री चौबे ने वीरेंद्र यादव न्‍यूज को बताया कि सहकारिता के क्षेत्र वित्‍तीय प्रबंध का विकेंद्रीकरण उनकी प्राथमिकता रही है। गांव और ग्रामीणों का सहकारिता के माध्‍यम से आर्थिक सशक्‍तीकरण हो, यही उनका लक्ष्‍य है। उन्‍होंने कहा कि 2013 में वे पहली बार बिहार राज्‍य सहकारी बैंक के अध्‍यक्ष बने थे। पहले साल में बैंक को 9 करोड़ के मुनाफे में पहुंचाया था। 31 मार्च को समाप्‍त हुए वित्‍तीय वर्ष में बैंक 103 करोड़ के फायदे में रहा। श्री चौबे ने कहा कि राज्‍य और जिला स्‍तरीय बैंकों को मजबूत और लाभकारी बनाने के लिए मानवबल को बढ़ाया। इससे कार्यों में तेजी आयी और बैंकों की आर्थिक गतिविधियां भी बढ़ी। उन्‍होंने कहा कि सरकारी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने और उसका लाभ किसानों तक पहुंचाने की हरसंभव कोशिश की जा रही है। 






--- वीरेंद्र यादव न्‍यूज ---

कोई टिप्पणी नहीं: