- न्याय की मांग पर 21 जुलाई को राष्ट्रव्यापी प्रतिरोध, अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार करो, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस्तीफा दें!
पटना 20 जुलाई, मणिपुर में नफरती भीड़ द्वारा दो कुकी महिलाओं पर यौन उत्पीड़न की भयावह व पूरे देश को शर्मसार करने वाली घटना के खिलाफ भाकपा-माले और उससे जुड़े जनसंगठनों ने कल 21 जुलाई को राष्ट्रव्यापी प्रतिरोध दिवस की घोषणा की है. माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के तहत कल पूरे राज्य में प्रतिरोध दिवस मनाया जाएगा. भाकपा-माले ने कहा है कि यह घटना 4 मई की बताई जा रही है. कांगपोकपी जिले में जब महिलाएं अपने परिवार के सदस्यों के साथ पास के इलाके में गांवों को जलाने वाली भीड़ से बचने की कोशिश कर रही थीं, इस भयावह घटना को अंजाम दिया गया. भीड़ ने महिलाओं के कपड़े उतारकर उन्हें नंगा घुमाया और उनका यौन उत्पीड़न किया. उन्हें नग्न परेड पर मजबूर किया गया. नफरती भीड़ ने ’बदले’ की कार्रवाई के तहत महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार किया. रिपोर्टें हमें यह भी बताती हैं कि बलात्कार पीड़िताओं के परिवार के पुरुष सदस्यों की भीड़ ने हत्या कर दी. अब यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा जहां अपनी ‘डबल इंजन’ की सरकार चलाती है, वहां दंगे, बलात्कार और हत्याएं शासन के तरीके बन जाते हैं. उत्तर-पूर्व में सांप्रदायिक व जातीय तनाव भड़कना भाजपा शासन का एक और लक्षण है. भाकपा-माले मांग करती है कि अपराधियों की तुरंत पहचान कर उनकी गिरफ्तारी हो. ’अज्ञात’ भीड़ के नाम पर उन्हें बचाने की हर कोशिश का पर्दाफाश होना चाहिए. साथ ही, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफा दें. हमारी यह भी मांग है कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में नारीवादियों और वकीलों की एक टीम तत्काल मणिपुर भेजी जाए. यह टीम मामले की संपूर्णता में जांच करे. पुलिस द्वारा की गई कार्रवाइयों पर भी गौर करे.
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