सीहोर : कुबेरेश्धाम पहुंचे दो लाख से अधिक श्रद्धालु, 10 क्विंटल फलहारी खिचड़ी का हुआ वितरण - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 24 जुलाई 2023

सीहोर : कुबेरेश्धाम पहुंचे दो लाख से अधिक श्रद्धालु, 10 क्विंटल फलहारी खिचड़ी का हुआ वितरण

  • आगामी 16 अगस्त को देश के कोन-कोने से आऐंगे कावड़ यात्री

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सीहोर। जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर इन दिनों शिव मय हो गया है। जहां पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे है। विठलेश सेवा समिति, क्षेत्रवासी और जिला प्रशासन यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने, प्रसादी और पेयजल आदि की व्यवस्था कर रहा है। सावन और अधिक मास के तीसरे सोमवार को करीब दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने यहां पर आकर भगवान का विशेष अभिषेक किया। इसके अलावा कावड़ यात्रियों का विठलेश सेवा समिति की ओर से पंडित विनय मिश्रा, पंडित समीर के द्वारा स्वागत किया। कावड़ यात्रा में पहुंचे श्रद्धालुओं ने भगवान शंकर के जयकारे लगाए। सोमवार को शहर सहित आस-पास के आधा दर्जन से अधिक कांवड यात्रियों ने यहां पर पहुंचकर मंदिर परिसर में विश्राम किया और अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए। इस संबंध में जानकारी देते हुए विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि सोमवार को सुबह परिसर में 10 क्विंटल से अधिक प्रसादी का वितरण विठलेश सेवा समिति के सेवादरों के अलावा क्षेत्रवासियों ने किया।  शहर सहित पूरे देश की आस्था का प्रतीक भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा के प्रवचन से प्रभावित हजारों की संख्या में श्रद्धालु कुबेरेश्वरधाम पर पहुंच रहे है। यहां पर श्रावण मास और अधिक मास का पर्व पूरे आस्था और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। गुरुदेव पंडित श्री प्रदीप मिश्रा के बताए उपायों और विधि से यहां पर श्रद्धालुओं के द्वारा पूजा अर्चना की जाती है। पूरा श्रावण मास जप, तप और ध्यान के लिए उत्तम होता है, लेकिन इसमें सोमवार का विशेष महत्व है। सावन के सोमवार को शिव जी की पूजा सर्वोत्तम होती है, इसमें मुख्य रूप से शिव लिंग की पूजा होती है और उस पर जल तथा बेल पत्र अर्पित किया जाता है।

 

कुबेरेश्वरधाम पर 16 अगस्त को पहुंचने वाली भव्य कांवड़ यात्रा कई मायनों में होगी खास

आगामी 16 अगस्त को लगातार दूसरी साल शहर के सीवन तट से करीब 11 किलोमीटर तक निकाली जाने वाली यह कांवड यात्रा क्षेत्र वासियों ने लिए संजीवनी से कम नहीं है, यात्रा में शामिल होने के लिए पांच लाख से अधिक कांवड यात्री शहर में आकर आस्था और उत्साह के साथ कुबेरेश्वरधाम पर पहुंचेंगे। इस दौरान शहर सहित आस-पास के शहरवासी, ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों के अलावा जनप्रतिनिधियों के द्वारा 300 से अधिक स्थानों पर स्वागत और पेयजल सहित अन्य की व्यवस्था की जाएगी। मान्यता है कि तमाम कष्ट उठाकर भगवान भोले शंकर की कांवड़ चढ़ाने जाने वाले शिवभक्तों की सेवा करना भी परम पुण्य का काम है। इससे प्रेरित होकर कांवड़ मार्ग पर जगह-जगह सेवा शिविर लगाए जाऐंगे। जिससे कांवड़ में शामिल होने वालों का अतिथि सत्कार होगा। कावड यात्रा में मुख्य अतिथि भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा स्वयं यात्रियों के साथ शामिल होंगे। 

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