- बोले- समस्तीपुर से एक केंद्रीय और दो राज्य सरकार के मंत्री होने के बावजूद जिले में कोई ऐसा गांव नहीं है जहां की जनता त्रस्त न हो
धमौन के लोग तय करते हैं विधायक कौन बनेगा
सरायरंजन में पत्रकारों से बातचीत में प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि यहां धमौन एक बड़ा गांव है, वहां 50 हजार की आबादी है, वहां के लोगों ने हमें बताया कि हम ही लोग तय करते हैं कि यहां विधायक कौन बनेगा। क्योंकि हमारे गांव के 50 हजार वोटर हैं। उसी गांव के लोग ये भी बता रहे हैं कि यहां पर करीब 30 सालों से लोग अस्पताल की मांग कर रहे हैं, बावजूद इसके वहां एक छोटा भी अस्पताल नहीं है। आप ही समझिए कि जिस गांव में 50 वोटर हैं, फिर भी वहां अस्पताल नहीं बन रहा है तो आप समझिए वहां के लोग बीजेपी, धर्म, भारत-पाकिस्तान के नाम पर वोट दे रहे हैं, तो लोगों की परेशानी कैसे दूर होगी? मेरे पास योजना नहीं है, बल्कि मैं ये बता रहा हूं कि आप अपने वोट की ताकत समझिए, उसकी शक्ति समझिए और कीमत समझिए। लालू यादव का चेहरा देखकर, नरेंद्र मोदी का चेहरा देखकर वोट कीजिएगा तो बिहार नहीं सुधरेगा।
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