मधुबनी : शहर में जलजमाव से निजात के लिए युद्धस्तर पर कैनालो की सफाई शुरू - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 6 जुलाई 2023

मधुबनी : शहर में जलजमाव से निजात के लिए युद्धस्तर पर कैनालो की सफाई शुरू

Madhubani-water-loging
मधुबनी, शहर में बीते वर्ष हल्की बारिश में ही भारी जलजमाव हो गया था, इसे देखते हुए आने वाले बरसात के मौसम में शहर के कई इलाकों में जलजमाव की आशंका जताई जा रही है। पिछले चार दिनों से हो रही बारिश के बाद एक बार फिर से मधुबनी शहर में जलजमाव की समस्या से लोगों का हाल बेहाल रहा। बीते दो-तीन दिनों में हुई बारिश ने नगर निगम की वर्षा पूर्व तैयारियों की पोल खोल कर रख दी।  बारिश के बाद होनेवाली जलजमाव का मूल कारण अतिक्रमणकारियों के प्रति नगर निगम का नरम रवैया और वर्षा पूर्व नाला सफाई में की गई सुस्ती है। शहर के किसी खास हिस्से या वार्डों तक ही जलजमाव सीमित नहीं रह गया है, बल्कि प्रत्येक वर्षा के बाद जलजमाव का दायरा बढ़ता जा रहा है। कई मोहल्ला व बाजार के साथ-साथ ही व स्थानीय बाजार व वीआईपी मोहल्ले में जलजमाव लोगों को परेशान कर रहा है। कई पार्षदों का कहना है कि नगर निगम की ओर से समय पर अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई नहीं करने के कारण जलजमाव की समस्या बढ़ती जा रही है। साथ ही नाला की सफाई के प्रति निगम की उदासीन रवैया भी जलजमाव का मुख्य कारण है। बारिश का पानी नाला की जगह अब सड़क पर फैलने लगा है।



नालों की सफाई में कोताही की वजह से रहता है जलजमाव :

मधुबनी नगर में बी.एन. झा कॉलोनी, अयाची नगर, भूप नारायण सिंह कॉलोनी, गंगासागर पोखर के समीप, चकदह के कुछ हिस्से, भच्छी, मंगरौनी, गाँधी चौक, सड़क पानी से लबालब भर हुआ है। मोहल्ले के लोग घरों में और दुकानदार अपने दुकान की सामानों को बचाने में दिन भर परेशान रहे। बीते दिनों की बारिश ने गर्मी से तो राहत पहुंचाई, लेकिन जलजमाव लोगों के सामने बड़ी चुनौती बनकर खड़ी हो गई। नालों की सफाई के आभाव से जलजमाव की समस्या लोगों के सामने खड़ी हो जाती है। केनालों से अतिक्रमण न हटा पाने एवं सफाई नहीं होने से पिछले कई सालों से जलजमाव की समस्या से जूझ रहा है।


बारिश थमने से जलजमाव में कमी

पांच दिनों से हो रही बारिश ने सोमवार दोपहर बाद विराम लिया। इससे शहर के लोगों ने राहत की थोड़ी सांस ली। बारिश थमने और मौसम साफ होने से जलजमाव की स्थिति में सुधार दिखने लगा है। अगले एक-दो दिनों में मौसम में और सुधार होने की संभावना जताई गई है। इससे जलजमाव से पूरी तरह निजात की उम्मीद है।


नगर निगम लगातार मुस्तैदी से करा रहा साफ-सफाई

इधर, शहर में वाट्सन, किग्स व राज कैनालों में जगह-जगह नगर परिषद ने जेसीबी से सफाई कार्य चलाया। जल निकासी व्यवस्था दुरुस्त रखने के प्रयास की जानकारी देते हुए नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी आशुतोष आनंद चौधरी ने बताया कि वर्षा रुकने से कैनालों की सफाई कार्य को तेजी रखने में काफी सहुलियत हो रही है। जलजमाव की स्थिति में काफी सुधार आई हैं। एक-दो दिनों में शहर के संपूर्ण हिस्सों से जलजमाव की समस्या को दूर कर लिया जाएगा।


नगर निगम के ये क्षेत्र हैं खासा प्रभावित :

Madhubani-water-loging
मधुबनी शहर के कई हिस्सों में अब भी जलजमाव है। बारिश थमने के बाद भी शहर के बी.एन. झा, प्रगति नगर कॉलोनी, तिरहुत कॉलोनी, बिजली कॉलोनी की बड़ी आबादी को जलजमाव से पूरी तरह निजात नहीं सका है। माल गोदाम रोड से विनोदानंद झा कालोनी जाने वाले रास्ते में जलजमाव और गंदगी दूर नही हो सकी है। कीर्तन भवन रोड से टाउन क्लब की ओर जाने वाली सड़क पर जलजमाव है। कोर्ट परिसर, अनुमंडल कार्यालय, जिला निबंधन कार्यालय के निकट आज भी जलजमाव है। तिलक चौक से लेकर गोशाला रोड जाने वाले मार्ग की भी यही स्थिति है। शिवगंगा बालिका उच्च विद्यालय, वाट्सन उच्च विद्यालय, सूड़ी उच्च विद्यालय परिसर भी पानी में डूबा है।


क्या कहते हैं चिकित्सक

बारिश के मौसम में जल जनित व मच्छर जनित रोगों के प्रति रहे सचेत गंदगी, जल जनित व मच्छर जनित रोगों की आशंका बढ़ गई है। ऐसे समय में चिकनगुनियां के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है। वैसे तो चिकनगुनियां से किसी पीड़ितों की सूचना नहीं है। बहरहाल, इस दिशा में लोगों को सचेत रहने की जरूरत है। चिकनगुनियां से बचाव की जानकारी देते हुए डॉ. रविश बंका ने बताया कि चिकनगुनियां वायरल बीमारी है जो मादा एडिस मच्छर के काटने से पीड़ित व्यक्ति के रक्त में इसका संचरण होता है। इसे पीले ज्वर का मच्छर भी कहा जाता है। बारिश के मौसम में चिकनगुनियां का वायरस बहुत तेजी से फैलता है। इसका लक्षण तीन से सात दिन के अंदर में मालूम पड़ जाता है। तेज बुखार आना, सर दर्द, ठंड लगना, आंख में जलन होना, उल्टी होना, जोड़ों एवं हड्डी में तेज दर्द होना, कभी-कभी जोड़ों का दर्द फुल जाता है। इस तरह का कोई भी लक्षण नजर आने पर शीघ्र ही स्वास्थ्य केन्द्र पर पहुंचकर जांच कराना चाहिए। इससे बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए। घर व इसके आसपास की सफाई रखना चाहिए।


सफाई एवं जलनिकासी को लेकर नगर वासियों में बढ़ी नाराजगी 

बारिश के बीच मधुबनी शहर के जगह-जगह कैनालों की सफाई से सड़क किनारे रखी गई गंदगी से अब लोगों की परेशानी बढ़ा रही है। गंदगी सड़क किनारे छोड़ देने से इसकी बदबू से लोग परेशान हैं। तिरहुत कालोनी के अलावा परिषद बाजार से थाना चौक तक, प्रधान डाकघर से स्टेशन चौक तक कई जगहों पर कैनालों से निकाली गई गंदगी की सोमवार तक सफाई नही हो सकी। वहीं शहरी क्षेत्र के चौक-चौराहों की गंदगी की सफाई की नही हो सकी। इससे आम लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। इससे आक्रोश बढ़ता जा रहा है। प्रतिमाह मोटी रकम खर्च के बाद भी शहर में सफाई कार्य नियमित रूप से नहीं हो पा रहा है। वहीं स्टेडियम चौक स्थित जलकुंभी नहीं हटाए जाने से लोग परेशान हैं।


बारिश एवं जलजमाव को लेकर हो रही असुविधा  को लेकर क्या कहते हैं मुसाफिर 

जलजमाव की समस्या झेल रहा मधुबनी शहर का बस पड़ाव शहर के प्राईवेट बस पड़ाव एवं सरकारी बस पड़ाव दोनों में ही भारी जलजमाव से यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है। जलजमाव वाले पड़ाव से जलनिकासी की सुविधा बहाल नही होने से खासकर महिला यात्रियों व बच्चों को होने वाले परेशानियों को दूर करने के प्रति पड़ाव संचालक उदासीन बना है। पड़ाव में यात्री शेड नही होने से बारिश से बचने के लिए यात्रियों को स्थानीय दुकानों पर जगह लेना पड़ता है। जलजमाव के कारण सड़क पर ही बस का इंतजार करना पड़ रहा है। बसों को पड़ाव के बाहर सड़क पा खड़ा करने से जाम की समस्या बनी है। निजी बस पड़ाव से सटे बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की पड़ाव का भी यही हाल है। ऐसे मौसम में बुजुर्ग, बच्चे और महिला यात्रियों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

कोई टिप्पणी नहीं: