- मुजफ्फरपुर में दलित शिवनाथ राम और सारण में राजकुमार महतो की हत्या निंदनीय. पानी पीने के जुर्म में शिवनाथ राम और अपनी मां द्वारा झाड़ू-पोछा लगाने से इंकार के कारण की गई राजकुमार की हत्या.
- हत्यारों की अविलंब गिरफ्तारी हो, मुआवजा मिले, राजकुमार की पत्नी व बेटी के भरण-पोषण का दायित्व उठाए सरकार. दोनों मामले में प्रशासन बरत रहा शिथिलता, मुख्यमंत्री से मिलेगा प्रतिनिधिमंडल
मुजफ्फरपुर की घटना
मुजफ्फरपुर जिले के साहेबगंज प्रखंड के परसौनी दुबे गांव में विगत 2 जुलाई को दलित समुदाय के 65 वर्षीय शिवनाथ राम की बर्बर तरीके से हत्या कर दी गई. विगत दिनों भाकपा-माले का एक सात सदस्यों का जांच दल घटनास्थल पर पहुंचा और मामले का जायजा लिया. ग्रामीणों ने जांच दल को बताया कि मृतक शिवनाथ राम आम की खरीद-बिक्री का काम करते थे. वे रात में सियाराम सिंह के मुर्गी फार्म की रखवाली भी करते थे. 2 जुलाई की सुबह करीब पांच बजे शौच से पहले बगल में स्थित अनेश ठाकुर के बथान पर पानी पीने गए. उसी समय अनेश ठाकुर व अन्य लोगों ने उन्हें अछूत कहकर अपमानित करते हुए बर्बर तरीके से पीटना शुरू कर दिया. जान बचाने के लिए शिवनाथ राम मुर्गी फार्म में घुसे, लेकिन मुर्गी फार्म में ही तीन लोगों द्वारा पीट-पीट कर उनकी हत्या कर दी गई. इस मामले में साहेबगंज थाना में मुकदमा दर्ज किया गया है ( 296/23 है), लेकिन अभी तक किसी भी हत्यारे की गिरफ्तारी नहीं हुई है. उलटे शिवनाथ राम के परिजनों को पुलिस लगातार धमकी दे रही है. संभवतः हत्यारों से पैसा लेकर पुलिस मामले में शिथिलता बरत रही है. भाकपा-माले जांच दल ने पुलिस की भूमिका की निंदा की और हत्यारों के अविलंब गिरफ्तारी की मांग की. जांच दल में विश्वकर्मा शर्मा, वीरबहादुर सहनी, विद्यासागर, मुन्ना कुशवाहा, रामपीरित पासवान, हरिलाल राम और समीर शामिल थे.
सारण में युवक राजकुमार महतो की हत्या
सारण जिले के सोनपुर में सामंती दबंगों ने ऑटो रिक्शा चालक 24 वर्षीय राजकुमार महतो की हत्या पिछले दिनों कर दी. 9 जुलाई को घटित इस घटना की जांच करने माले का एक जांच दल सोनपुर पहुंचा. जांच के क्रम मे पता चला कि दबंगो ने मृतक युवक की मां द्वारा उनके घर में बर्तन धोने तथा झाड़ू-पोछा लगाने से इंकार करने के कारण राजकुमार महतो को पीट पीटकर मार डाला. मिली जानकारी के अनुसार सैदपुर सोनपुर निवासी विक्रम सिंह ने राजकुमार महतो की मां से एक सप्ताह तक बर्तन-बासन तथा झाड़ू-पोछा लगाने के लिए कहा था. राजकुमार महतो ने अपनी मां को इस तरह का काम करने से मना कर दिया. इससे बौखलाए विक्रम सिंह गाली-गलौज पर उतर आए और दो दिन बाद राजकुमार महतो के घर जाकर पूरे परिवार की जमकर पिटाई कर दी. राजकुमार महतो को बुरी तरह से पीटा गया, जिसके कारण उनकी मौत हो गई. राजकुमार टेम्पो चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते थे. उनके पीछे उनकी पत्नी तथा एक नन्ही सी बच्ची रह गई है. सारण के माले जिला सचिव सभा राय ने स्थानीय प्रशासन की शिथिलता पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि एक सप्ताह बाद भी किसी गिरफ्तारी का नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होने कहा कि यदि प्रशासन अपना काम नहीं करता तो बाध्य होकर माले को आंदोलन में उतरना पड़ेगा. भाकपा-माले सरकार से मृतक के परिवार को दस लाख रूपये तत्काल सहायता राशि देने और उनकी पत्नी व बेटी के भरण पोषण उठाने की मांग करती है. जांच दल में जिला सचिव सभा राय, जीवनंदन राय, जग्गू राय, रामेश्वर महतो, मधुसूदन ठाकुर, शंकर राय, नंदन यादव आदि शामिल थे.
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