1)अकौर सहित अंचल के विभिन्न गांवों के भूमिहीनों को चिन्हित कर,उसे अबिलंब 5 डिसमिल बास भूमि दिया जाय.
2)अकौर,बेहटा,नागदह,बिजलपुरा,कुसमौल,सहित विभिन्न गांवों में बसे भूमिहीनों गरीबों का सर्वे कर उन्हें बसे हुए जमीन का बासगीत पर्चा दिया जाय.
3)लोरिका सहित विभिन्न गांवों में मठ व महंथ के नाम पर लावारिश भूमि हैं. उसे भूमिहीनों और दलितों में बितरीत कर दिया जाय.
4)अकौर,ब्रह्मापुरा,,लोरिका,बररी,सेंदुली,बेहटा,धकजरी,अतरौली, अरेड़,नागदह,बलाईन,बिजलपुरा,कपसिया,ढंगा,चम्पा गांवों के भूमिहीनों की सूची बनाकर माले द्धारा अंचल कार्यालय को दिया गया है, उसे अबिलंब जांच कराया जाय.
उपरोक्त चारों मांगों पर अंचल अधिकारी बेनीपट्टी के साथ भाकपा-माले नेता श्याम पंडित, मदन चंद्र झा,कामेश्वर राम एवं बिंदे सदाय के साथ सम्मान जनक बार्ता हूई.जिसमें अंचल अधिकारी ने अकौर के महादलितों व गरीबों को 31 अंगस्त तक पर्चा देने एवं अन्य मागों पर 30 सितंबर तक कार्रवाई करने का सार्वजनिक घोषणा किया. अनशन स्थल पर ही आयोजित सभा को अध्यक्षता करते हुए भाकपा-माले के बेनीपट्टी प्रखंड सचिव सह खेग्रामस के राष्ट्रीय पार्षद श्याम पंडित ने कहा कि आमरण अनशन से सम्बन्धित मागों पर अंचल अधिकारी के साथ जो सम्मान जनक समझौता हुआ है. उसे लागू करने के प्रति अंचल अधिकारी अब गंभीर दिख रहे है. राजस्व कर्मचारी का तबादला कर अच्छा काम किये है. परंतु 30 सितम्बर तक चारों मांगों पर संतोष जनक काम नहीं हुये तो अक्टूबर के प्रथम सप्ताह से ही माले छेड़ेगा आर पार का आंदोलन. सभा को संबोधित करते हुए माले के हरलाखी प्रखंड सचिव सह जिला स्थायी समिति के सदस्य मदन चंद्र झा ने कहा कि भाजपाई फासीवाद के खिलाफ गांव गांव में महागठबंधन दलों के आधारों की एकता बन रही है. यह एकता आने वाला समय में अफसरशाही पर भी लगाम लगाने का काम करेगी. सभा को संबोधित करते हुए भाकपा-माले के मधवापुर प्रखंड सचिव सह खेग्रामस के जिला सचिव कामेश्वर राम ने कहा कि गांव गांव में सरकारी व सार्वजनिक जमीन पर सामंतों व दबंगों का अबैध कब्जा हैं इधर साठ प्रतिशत भूमिहीनों गरीबों व दलितों को उचीत बासभूमि तक नही हैं. भाकपा-माले व खेग्रामस गरीबों के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार है. सभा के बाद सैकड़ों भाकपा-माले के महिला पुरुष कार्यकर्ताओं ने अंचल कार्यालय के प्रांगण से बिजय जुलूस निकाला जो लोहिया चौक पर जाकर समाप्त हुआ. कार्यक्रम में श्याम पंडित, मदन चंद्र झा,कामेश्वर राम,देवेंद्र सदाय,संतोष कामत,राम अशिष राम,बिंदे सदाय,बिक्रम पासवान, देव लाल सदाय, ब्रह्मादेव राम,बहुरा चौपाल सहित सैकड़ों लोग भाग लिये।
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