मधुबनी : भाकपा ने शहीद अकलु और गणेशी को याद किया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 14 अगस्त 2023

मधुबनी : भाकपा ने शहीद अकलु और गणेशी को याद किया


मधुबनी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मधुबनी शहर परिषद द्वारा 14 अगस्त 1942 के  अंग्रेजों भारत छोड़ों आंदोलन के शहीद अकलू शाह एवं गणेशी ठाकुर का श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया । भाकपा राष्ट्रीय परिषद सदस्य एवं जिला मंत्री मिथिलेश झा, राष्ट्रीय परिषद सदस्य बिहार महिला समाज के महासचिव राजश्री किरण , पार्टी सचिव मंडल सदस्य अरविंद प्रसाद , मनोज मिश्र , शहर मंत्री मोतीलाल शर्मा , ट्रेड यूनियन जिला सचिव सत्यनारायण राय , भाकपा नेता सह मुखिया सुंदरपुर भिट्ठी पंचायत ,  उमाशंकर झा , सहित कई पार्टी कार्यकर्ता इस समारोह में भाग लिए। शहीद अकलु साह एवं गणेशी ठाकुर को याद करते हुए वक्ताओं ने कहा आज  हम लोग देश के आजादी के 76 वाँ स्वतंत्रता दिवस की तैयारी में है परंतु केंद्र सरकार के विभाजनकारी नीति एवं नफरत की राजनीति के कारण हमारी आजादी एवं आजाद देश का संविधान खतरे में है । तत्कालीन हिंदुस्तानी कम्युनिस्ट पार्टी  के झंडा के साथ शहर के सुरी हाई स्कूल से जुलूस छात्रों का जुलूस अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ अग्रेजों भारत छोड़ों  के नारों के साथ थाना चौक के लिए रवाना हुए परंतु बीच रास्ते में ही अग्रेजों के गोली के शिकार होकर अक्लू साह एवं गणेशी ठाकुर ने अपनी सहादत दी । सुरी है स्कूल में स्वतंत्रता सेनानी,पूर्व सांसद भोगेंद्र झा , पूर्व केंद्रीय मंत्री चतुरानन मिश्र , मांझी साहू सहित  कई कम्युनिस्ट नेता अपनी पढ़ाई के साथ साथ  आजादी के लड़ाई में सक्रिय रहे । बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं भाकपा के कद्दावर नेता , स्वतंत्रता सेनानी  तेजनारायण झा, श्रीमोहन कहा  भी लगातार अग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किए , जेल गए , यातनाएं झेली , जेल से भी फरार हुए । आज की राजनीतिक एवं सामाजिक परिस्थिति में वैसे लोग राष्ट्रभक्ति की बात करते है जिनके एक भी पूर्वज स्वतंत्रता आंदोलन में भाग नही लिए ।  जाति धर्म के नाम पर समाज एवं राजनीतिक  चेतना का प्रसार करने वाले लोग भारतीय संविधान के मौलिक विचार को परिवर्तित करने की बहुत  बड़ी साजिश किया जा रहा है ।  छोटे छोटे कारोबारियों , मझौले उद्यमियों को कमजोर करने के लिए इजारेदारों अर्थात पूंजीपतियों के हाथों देश की संपत्तियों को बेचा जा रहा है । 76 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश वलवेदी पर अपनी जान न्यौछावर करने वाले शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजली तभी होगी जब हम बेरोजगारी , महगाई , सामाजिक सुरक्षा एवम् विषमता के खिलाफ आवाज को बुलंद करने के आंदोलन को तेज करने का संकल्प लेंगेंं।

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