- कर्जा मुक्ति अभियान धार्मिक एकता ट्रस्ट ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर दिया कलेक्टर के नाम ज्ञापन कार्रवाही की मांग
सीहोर। साहूकारी सुदखोरी बैंक एवं एनबीएफसी रिकवारी एंजेट महिला पुरूष युवा कर्जदारों को लगातार आरबीआइ के नियमों के विपरीत 24 घंटे परेशान कर आत्महत्या के लिए मजबूर कर रहे है। ग्रामीणों को कम ब्याजदर और उपहारों के लालच देकर कर्जे के जाल में फंसा कर अमानवीयता कर रहे है। मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर कर्जा मुक्ति अभियान धार्मिक एकता ट्रस्ट ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन देकर आरबीआइ के नियमों का उलंघन करने वाले अवैधानिक रिकवारी एंजेटों पर सख्त कानूनी कार्रवाही करने और कर्जा चुकाने में असमर्थ गरीब तबके के नागरिकों का समस्त प्रकार का कर्जा माफ करने और छोटे व्यापारी दुकानदारों को कर्जा चुकाने के लिए पर्याप्त समय देकर राहत प्रदान करने की मांग की है। कर्जा मुक्ति अभियान धार्मिक एकता ट्रस्ट के जिलाध्यक्ष मूलचंद्र जायसवाल ने बताया की केंद्रीय वित्तमंत्री के द्वारा 22 जुलाई 2023 को बैंक या एनबीएफसी को सख्त निर्देश जारी किए है। जिस में बैंक या एनबीएफसी को कहा गया है की कर्जदारों के साथ अमानवीय व्यहावर न करे कर्ज की वासूली में नम्रता बरते एवं मानवता का पालन करे लेकिन इस के विपरीत बैंक या एनबीएफसी समूहो एवं साहूकारो प्राईवेट बैंक बजाज फाइनेंस- टीवीएस फाइनेंस कंपनी के द्वारा कर्ज की एक या दो किश्त चुक जाने पर रिकवरी एजेंट के रूप में आठ से दस गुंडे कर्जदारों के घर आकर गाली गलोच कर रहे है। मानषिक रूप से प्रताङ्क्षड़त कर रहे है। जायसवाल ने कहा की कर्जदारों को फ़ोन पर पुलिस अधिकारी बनकर डराना, वकील बताकर केस लगाकर जेल भेजने जैसे धमंकिया दी जा रही है। घर जाकर अकेली महिलाओं के साथ अभद्ध व्यहावर किया जा रहा है। ग्रामीण अंचलों में समूह से जुड़ी कर्जदार महिलाओं के हालात काफी खराब है किसी भी एक महिला के किश्त अदा नहीं करने पर सभी महिलाओं को चार से छ: घण्टे तक बैठकर सजा दी जा रही है मोहल्ले समाज परिवार में कर्जदारों को नीचा दिखाया जा रहा है। गाडिय़ां छुड़ा लेना बदले में नकली एजेंटों द्वारा पैसा वसूलना आम हो गया है। कर्जदारों के घर से घरेलू समान दो पाहिया वाहन गाय, भेंस बकरी मुर्गे उठाकर एजेंट ले जा रहे है। परेशान लोग थाने जाते है तो पुलिस कोई मदद नहीं करती है। जिससे परेशान होकर कई लोग आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे है। जिले के सैकड़ों कर्जदारों ने कर्जा मुक्ति अभियान धार्मिक एकता ट्रस्ट में कर्जा मुक्ती के लिए फाईल जमा कराई है और ट्रस्ट के द्वारा प्रधानमंत्री कार्यालय में उक्त कर्जदारों की फाईलों को जमा करा दिया गया है। कर्जा मुक्ति अभियान धार्मिक एकता ट्रस्ट केंद्र और राज्य सरकार से रिकवरी एजेंटो की गुंडागर्दी पर अंकुश लगाये जाने, कर्जदारों की जान बचाई जाने,साहूकारी सुदखोरी बैंक एवं एनबीएफसी के कर्जदरों के साथ अमानवीय व्यहावर नही करने,कर्ज की वसूली में नम्रता बरते एवं मानवता का पालन कराने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में गजराज सिंह, ओमप्रकाश, पप्पू, चंदरसिंह, प्रदीप, केसर बाई, लीलाबाई, सविता बाई, गीता बाई, रुकमणी बाई, शालू बाई, संजना बाई, माखनलाल, बलदेव, धर्मेद,्र कमलेश, रतनसिंह, विष्णु, भेरूलाल, लाखनसिंह, शिवा, कृष्णपाल, प्रदीप मालवीय, मांगीलाल, सीमाबाइर्, संतोष, रोहित, दसरथ सिंह आदि शामिल रहे।
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