वाराणसी : 5 वीं सोमवारी पर बाबा विश्वनाथ धाम में उमड़ा आस्था का सैलाब - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 7 अगस्त 2023

वाराणसी : 5 वीं सोमवारी पर बाबा विश्वनाथ धाम में उमड़ा आस्था का सैलाब

  • कंवरिया सहित पौने सात लाख श्रद्धालुओं ने बाबा दरबार में टेका मत्था, भगवा रंगा पटा रहा मंदिर परिसर, गूंजता रहा बोलबम का जयकारा व हरहर महादेव  
  • जलार्पण के लिए रविवार देर रात से ही कांवरियों की लग गयी थी रूटलाइन में कतार, बाबा विश्वनाथ के  सप्त़ऋषि आरती के मौके पर तपस्यारत मां पार्वती संग बाबा विश्वनाथ का श्रृंगार देख भक्त हुए भावविभोर 

Somwari-varanasi
वाराणसी (सुरेश गांधी) सावन की 5वी और पुरुषोत्तम मास और बांग्ला सावन की तीसरी सोमवारी पर शहर से लेकर देहात तक के शिवालयों में भक्तों का तांता लगा रहा। गलियां हो या मेन रोड सब शिवमय हो गएं। काशी विश्वनाथ मंदिर में देर रात पौने सात लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन-पूजन किया। सायंकाल सप्त़ऋषि श्रृंगार आरती के मौके पर तपस्यारत मां पार्वती संग बाबा विश्वनाथ का विशेष श्रृंगार किया गया। बाबा का आशीर्वाद पाने के लिए रात से ही कांवड़यों और श्रद्धालुओं की लाइनें लग गयी थी। पूरा मंदिर परिसर भगवा रंग से पटा पड़ा था। चारों और बोल बम व हर हर महादेव के जयकारे लगते रहे। पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। कांवड़िएं जल अर्पण के लिए रविवार की देर रात से ही रूटलाइन में कतार में लग गए थे। मलमास के बावजूद भारी संख्या में कांवरियों का आगमन जारी है। बाबा विश्वनाथ धाम आने वाले कांवरिया जल अर्पण के बाद कावरयात्रा की यादों को अपने साथ समेट कर ले जाने का मौका छोड़ना नहीं चाहते। इस कारण बाबा मंदिर परिसर के बाहर कांवरियों को सेल्फी लेते देखा जा रहा है। ग्रामीण अंचलों में स्थित विभिन्न शिवालयों में शिव भक्तों का रेला उमड़ पड़ा। मंगला आरती के बाद भोर से शुरू हुआ दर्शन पूजन व जलाभिषेक का सिलसिला दिनभर जारी रहा। गंगा घाटों पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ रही। स्नान ध्यान के बाद पुरुष महिलाओं और बच्चों ने विभिन्न शिव मंदिरों में पहुंचकर बेलपत्र, भांग धतूर मदार पुष्प चढ़ाकर दूध व गंगाजल से भोलेनाथ का जलाभिषेक किया।


मंदिर प्रशासन द्वारा बताया गया कि श्री काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन करने के लिए आने वाले दिव्यांग और बुजुर्गों का खास ध्यान रखा जा रहा है। दिव्यांग और बुजुर्ग भक्तों को गेट नंबर 4 से प्रवेश कराया जा रहा है तथा जो भक्त चल पाने में सक्षम नहीं है उन्हें व्हीलचेयर पर बैठाकर बाबा दरबार में पहुंचाया जा रहा है। गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण ललिता घाट से प्रवेश बंद रहा। भीड़ का आलम यह था कि एक कतार बांसफाटक गोदौलिया होते हुए दशाश्वमेध घाट तो दूसरी गिरजाघार चौराहा होते हुए लक्सा की ओर वहीं गेट नंबर चार से मैदागिन की ओर आने वाले रास्ते पर कतार चौक से आगे पहुंच चुकी थी। काशी  विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि सावन के पांचवें सोमवार को कपाट बंद होने तक 6 लाख 60 हजार लोगों ने बाबा के दर्शन किये हैं। जबकि पहले सोमवार को 5 लाख 15 हज़ार, दूसरे सोमवार को 6 लाख 9 हज़ार, तीसरे सोमवार 5 लाख 87 हज़ार, चौथे सोमवार को लगभग 6 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा दरबार में दर्शन किये। अभी तक बाबा के दरबार में 88 लाख (चौथे सोमवार का आंकड़ा शम्म 7 बजे तक का है) हाज़िरी लगा चुके हैं। दावा है कि पूरे सावन भर में अभी तक लगभग 88 लाख लोग महादेव के दरबार में शीश नवा चुके हैं। सावन के छठे सोमवार तक श्री काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं की संख्या 1 करोड़ होने की उम्मीद है। कैथी मार्केंडय महादेव, बीएचयू विश्वनाथ, गौरी केदारेश्वर समेत जिले के अन्य शिवालयों में भी बाबा भक्तों की भीड़ उमड़ी। गंगा घाट से बाबा के धाम तक आस्थावानों की ऐसी कतार उमड़ी है कि महादेव की नगरी शिवभक्तों से बम-बम हो उठी। स्वर्ण शिखर वाले स्वर्णमंडित गर्भगृह में विराजमान बाबा विश्वनाथ भक्तों को झांकी दर्शन दे रहे हैं।

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