- गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के बिना उज्जवल भविष्य की कामना नामुमकिन : कुलपति
- शिक्षकों ने कुलपति से कहा कि अगर संभव हो तो कॉलेज को किसी भी परीक्षा का केंद्र ना बनाया जाए। इससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होती है।
दरभंगा:- हम जिस युग में सांस ले रहे हैं यह भूमंडलीकरण का युग है और पूरी दुनिया एक ग्लोबल गांव में बदल चुकी हैं। इसमें कोई शक नहीं कि रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी हुई है लेकिन प्रतियोगिता में प्रतिस्पर्धा भी बढ़ी हैं ऐसे समय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ही किसी भी छात्र के भविष्य को उज्ज्वल बना सकता है। उक्त बातें प्रो० सुरेंद्र प्रताप सिंह, कुलपति ल० ना० मिथिला विश्वविद्यालय ने आज कही। कुलपति महोदय आज प्रातः 8:00 बजे अचानक स्थानीय सी०एम० कॉलेज दरभंगा पहुंचे और चल रहे वर्गो में छात्र-छात्राओं से बातचीत की पुस्तकालय के साथ-साथ कार्यालयों का भी निरीक्षण किया। साथ ही छात्र-छात्राओं की उपस्थिति पंजी एवं शिक्षकों व शिक्षकेत्तर कर्मियों की उपस्थिति पंजी का भी निरीक्षण किया। कार्यालय में कैश बुक और अन्य रिकॉर्ड देखकर प्रसन्नता व्यक्त की और कहां की कॉलेज में छात्रों की 70 प्रतिशत उपस्थिति, पुस्तकालय एवं कार्यालय के रिकॉर्ड का अपडेट होना कॉलेज प्रशासन की बेहतर कोशिशों का परिणाम है उन्होंने शिक्षकों शिक्षकेतर कर्मियों एवं छात्र-छात्राओं के साथ भी बातचीत की और उनकी समस्या सुनी। प्रो० सिंह ने कहा यह कॉलेज मिथिला विश्वविद्यालय का एक ऐतिहासिक मॉडल कॉलेज है और यहां छात्रों की संख्या को देखकर यह पता चलता है कि छात्र अपने भविष्य के प्रति सचेत है। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि कॉलेज में विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए कोचिंग का वर्ग भी चल रहा है और व्यवसायिक कोर्सों जैसे बी०बी०ए० बी०सी०ए० और पत्रकारिता और पुस्तकालय विज्ञान जैसे कोर्सों की भी पढ़ाई हो रही है। उन्होंने प्रधानाचार्य कक्ष में सभी शिक्षकों से भी विचार विमर्श किया और प्रधानाचार्य प्रो. मुश्ताक अहमद से कॉलेज में बुनियादी ढांचे को और बेहतर करने को कहा। शिक्षकों ने कुलपति महोदय से कहा कि अगर संभव हो तो कॉलेज को किसी भी परीक्षा का केंद्र ना बनाया जाए। इससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होती है। ज्ञातव्य हो कि कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो. मुश्ताक अहमद ने कुछ ही दिन पहले ऐसे 36 छात्रों का नामांकन रद्द कर दिया हैं जो नामांकन लेकर लगातार अनुपस्थित थे जिसका परिणाम है कि कॉलेज में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में काफी बढ़ोतरी हुई है जो एक शुभ संकेत है।
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