दरभंगा : प्रो वी सी सिद्धार्थ शंकर सिंह आधारहीन शिकायतों पर छात्रों एवम महाविद्यालय की गिरा रहे छवि - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 7 अगस्त 2023

दरभंगा : प्रो वी सी सिद्धार्थ शंकर सिंह आधारहीन शिकायतों पर छात्रों एवम महाविद्यालय की गिरा रहे छवि

Sanskrit-university-darbhanga
पटना : कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालयविद्यालय से सम्बद्ध दयानन्द आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय आजकल कुत्सित राजनीति और अराजकता का केंद्र बन गया है। चिकित्सा महाविद्यालय के शिक्षकों, शिक्षकेत्तर कर्मचारियों एवम छात्र-छात्राओं ने प्रभारी प्राचार्य प्रोफेसर राजा प्रसाद, असिस्टेंट प्रोफेसर विजय गणेश यादव तथा प्रो उपेंद्र पर्वत के संयुक्त नेतृत्व में महाविद्यालय परिसर में बीते कल प्रदर्शन किया तथा जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे महाविद्यालय कर्मियों एवं छात्रों ने बताया कि कुछ लोग अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए गलत आरोप लगाकर आए दिन कुछ ना कुछ शिकायतें राजभवन, बिहार सरकार, भारत सरकार एवं एनसीआई एसएम को करते रहते हैं। जिससे किचिकित्सा महाविद्यालय की छवि खराब हो तथा नामांकन पठन-पाठन एवं अस्पताल आदि पर बुरा प्रभाव पड़े।उन्होंने ने यह भी कहा कि श्री पाठक पिछले15 वर्षों से अपने द्वारा लगाए गए कोई भी आरोप साबित नहीं कर पाये हैं। और अब जब पूर्व सचिव डॉ बी पी एन पाठक पर राशि गबन एवम मानहानि का मुकदमा न्यायालय में लंबित है, तो इससे बचने के लिए आये दिन झूठे आरोप लगा-लगा कर महाविद्यालय में अशांति तथा एकेडमिक माहौल को अस्थिर करना चाहते हैं ।जिससे छात्र एवम महाविद्यालय प्रशासन के लोग ऊबकर उग्र प्रदर्शन करने के लिए बाध्य हुए। उन्होंने यह भी बताया कि इस कार्य में पाठक अपने मित्र रहे एवम विश्वविद्यालय के प्रो वी सी सिद्धार्थ शंकर सिंह से मिलकर इस कुत्सित कार्य को अंजाम दे रहे हैं तथा महाविद्यालय के छात्र एवम छात्राओं को प्रताड़ित कर रहे हैं। इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ विवेक कुमार, सुधीर कुमार दुबे, हरेराम सिंह, श्रेष्ठ राज, नदीम एवम प्रकाश पाण्डेय सहित महाविद्यालय के सभी कर्मी उपस्थित थे।

कोई टिप्पणी नहीं: