उदयपुर 22 अगस्त, "दिन भर काम के 67 रुपए की बेगार कब तक, हम भी इंसान हैं। कुक कम हेल्पर को स्थाई होने तक सरकार द्वारा तय न्यूनतम मजदूरी दो" के बैनर के साथ कुक कम हेल्पर संघर्ष समितिने 8 सूत्रीय मांगो को लेकर टाउन हॉल से कलेक्ट्री तक जुलूस निकाला तथा जिला कलेक्ट्री पर जोरदार प्रदर्शन कर कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सोपा। जुलूस में कुक कम हेल्पर से वेट बेगार कराना बंद करो , कुक कम हेल्पर को कुशल श्रमिक की न्यूनतम मजदूरी 283 रुपए दो, कुक के रिक्त पद भरो, सभी विद्यालयों में पोषाहार पकाने के लिए गैस की टंकी दो, कुक भी इंसान है उनके साथ गुलामों जैसा व्यवहार मत करो, कुक कम हेल्पर का हाजिरी रजिस्टर रखो, सभी ठेका और संविदा कर्मियों को स्थाई करो, कुक कम हेल्पर के वेतन भुगतान की प्राप्ति रसीद दो, रद्द किए सभी श्रम कानून को बहाल करो, आवासीय विद्यालय, छात्रावास में कार्यरत स्वीपर, चौकीदार , रसोईया , चपरासी को स्थाई करो , सभी को नियमानुसार कुक कम हेल्पर को पेंशन दो, सभी कुक कम हेल्पर को स्थाई करो जैसे लिखे नारो की तख्तियों के साथ टाउनहाल से रवाना हुआ जो बापू बाजार, देहली गेट से होता हुआ कलेक्ट्री पहुंचा जहा जोरदार प्रदर्शन के बाद सभा में बदल गया। कलेक्ट्री पर हुई सभा को सम्बोधित करते हुए प्रकृति मानव केंद्रित जन आंदोलन के मानाराम डांगी ने आंदोलन का समर्थन किया। सभा में पत्रकार हिम्मत सेठ ने कहा की संगठित होकर संघर्ष से ही मेहनतकशों की सुनवाई होगी। सभा को संबोधित करते हुए कुक गंगाबाई ने बताया कि हम 2001 बच्चों को खाना बनाकर खिलाने के अलावा शिक्षकों और विद्यालयों की सेवा कर रहे हैं पर कोई सरकार हमारे वेतन बढ़ाने को तैयार नहीं है। सभा को संबोधित करते हुए जनवादी मजदूर यूनियन के संरक्षक डी एस पालीवाल ने सभी तरह के ठेकाकर्मी, संविदाकर्मी, आशा सहयोगिनी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा बेरोजगारों को मिलकर रिक्त पदों को भरने, सभी को स्थाई करने तथा रोजगार के अवसर पैदा करने की मांगों को लेकर एकजुट संघर्ष करना होगा तब ही समस्याओ का समाधान होगा। सभा में मजदूर किसान हक संगठन के सचिव शांतिलाल डामोर ने बताया कि सभी मजदूर एवं किसानों को मिलकर जन विरोधी व्यवस्था को बदलने के लिए राजनीतिक लड़ाई लड़नी होगी। सभा को कुक कम हेल्पर संघर्ष समिति के सलाहकार नाना भगत, संयोजक कौशल्या वैष्णव ने भी संबोधित किया । सभा के अंत में जनवादी मजदूर यूनियन के अध्यक्ष डालचंद मेघवाल ने "राज चौरा रो"गीत सुनकर व्यवस्था की पोल खोली । संचालन जनवादीमजदूर यूनियन के सचिव जयंतीलाल ने किया। सभा में एटक के महेश शर्मा और भ्रष्टाचार मुक्त भारत के हरीश सुवालका भी उपस्थित थे।
बुधवार, 23 अगस्त 2023
उदयपुर : दिन भर काम के 67 रुपए की बेगार कब तक
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