बेतिया. प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज़ वर्ल्ड स्पिरिचुअल यूनिवर्सिटी के द्वारा आज सोमवार को सेंट माइकल एकेडमी, बेतिया में ‘नशा मुक्ति अभियान‘ पर कार्यशाला आयोजित की गयी. प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से जिले के शैक्षणिक संस्थानों में नशा मुक्ति अभियान चलाया रहा है. इस अभियान की शुरुआत सोमवार 7 अगस्त को की गई.पश्चिम चंपारण जिले के जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय, ब्रह्माकुमारी अंजना बहन अभियान की मुख्य वक्ता व राजीव कुमार द्वारा कलेक्ट्रेट से हरी झंडी दिखाते हुए नशा मुक्त मोबाइल वैन को रवाना किया गया. नशा मुक्त भारत अभियान को लेकर संचालित यह अभियान जिले में 18 अगस्त तक संचालित किया जाएगा.इस दौरान शहर से लेकर गांव तक के स्कूलों, चौक चौराहों पर लोगों को नशे के प्रति जागरूक किया जाएगा. अभियान के दौरान स्कूली बच्चों व आम लोगों को जागरूक करने को लेकर उन्हें जानकारी दी जाएगी. इस अभियान के तहत सेंट माइकल एकेडमी, बेतिया में ‘नशा मुक्ति अभियान‘ पर कार्यशाला आयोजित की गयी.राजस्थान के माउंट आबू से आये राजीव कुमार जी के द्वारा कार्यशाला संचालन किया गया. मौके पर उन्होंने भारत के होनहार व देश का भविष्य रूपी 450 छात्र - छात्राओं को तनाव मुक्त जीवन जीने तथा गलत नशा जैसे मोबाईल गेम, टोबैको , गुटखा और बुरी आदतों को छोड़ने और अच्छी तथा सकारात्मक आदतों के नशा करने की सीख,उदाहरण और क्रियाकलाप करवाया. साथ ही साथ छात्र और शिक्षकों ने स्वयं नशा न करने तथा नशामुक्त परिवार और समाज बनाने का प्रण तथा संकल्प लिया. भारत 7.17 करोड़ लोग नशे के शिकार है और 23000 लोग नशे से मर जाते है.जिसमे युवाओं की संख्या सर्वाधिक है. हमेशा देश के पीएम कहते है कि भारत देश का युवा देश माना जाता है.हमें युवाओं को नशे से बचाकर युवा शक्ति का राष्ट्र निर्माण में प्रयोग करना है.आंकड़ो से पता चलता है कि देश में दस करोड़ लोग नशे की गिरफ्त में हैं, जिनमें अधिकतर युवा हैं.यह बहुत ही चिन्तनीय है.हर वर्ष पच्चीस सौ से तीन हजार युवा नशे की लत के कारण मौत का शिकार हो रहे हैं.पंजाब बोर्डिंग स्टेट होने के कारण पाकिस्तान से नशे की तस्करी हो रही है.नशा तस्करी के कारण हर प्रकार के क्राईम की वृद्धि हो रही है.समय पर समाचार पत्रों से पता चलता है कि उत्तर भारत में हेरोइन, चरस, गांजा, अफीम तस्करी के मामले सामने आए हैं.यह सब पाकिस्तान की तरफ से तस्कर होता है.पहले पंजाब में प्रभाव ज्यादा होने के कारण हरियाणा के भी आधा दर्जन से भी अधिक जिले नशे की गिरफ्त में हैं. नशे से बचने के लिए युवाओं को सामाजिक गतिविधियों के साथ-साथ खेलों और राष्ट्र निर्माण की गतिविधियों से जोड़ना होगा.स्कूल, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों में एनसीसी स्काउट्स, एनएसएस तथा रेडक्रॉस की गतिविधियों से जोड़ कर समाज को जागृत करना है.सेंट माइकल एकेडमी के सह प्राचार्य विजय विक्टर ने भी महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किये.
सोमवार, 14 अगस्त 2023
बिहार : सेंट माइकल एकेडमी, बेतिया में ‘नशा मुक्ति अभियान‘ पर कार्यशाला
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