‘तेज प्रताप यादव ने रखा अपना पक्ष‘
आगे कहा गया है कि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग कई मीडिया चैनलों के माध्यम से ‘अटल पार्क का नाम बदलकर हुआ कोकोनट पार्क‘ नामक समाचार प्रसारित किया जा रहा है. साथ ही कहा जा रहा है कि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के माननीय मंत्री द्वारा अटल पार्क का नाम बदलकर कोकोनट पार्क कर दिया गया है. इस बात को लेकर मीडिया के कुछ लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गयी है. लेकिन वास्तविक स्थिति यह है कि सरकार द्वारा अटल पार्क का नाम बदलकर कोकोनट नहीं किया गया है तथा इसमें स्थापित मूर्ति एक निजी संस्था द्वारा बिना सरकार आदेश के बनायी गयी है ना कि सरकार द्वारा. क्योंकि सरकार द्वारा पाटलिपुत्र कॉलोनी में स्व० अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर एक पार्क बनाया गया है. जिसमें स्व० वाजपेयी जी की भव्य आदमकद प्रतिमा लगायी गयी है.जहाँ पर नियमित रूप से राजकीय समारोह का आयोजन किया जाता है. 16 नवंबर, 2022 को नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा पटना शहर के अन्य पार्कों के साथ कोकोनट पार्क को विधिवत पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग को हस्तांतरित कर दिया गया. कोकोनट पार्क के नाम से हस्तांतरित पार्क में पहले से ही निजी संस्था भारतीय जन जागृति मंच (द सेचुएशन एंड डेवलपमेंट फाउंडेशन, बिहार, पटना) द्वारा निर्मित पूर्व प्रधानमंत्री स्व० अटल बिहारी वाजपेयी जी की बहुत छोटी एवं अप्रभावी प्रतिमा तथा इसके मुख्य गेट पर राष्ट्रवाद भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी पार्क, पी० सी० कॉलोनी, कंकड़बाग, पटना का द्वारपट लगा हुआ था.
हस्तांतरित कोकोनट पार्क के वास्तविक स्वरूप को यथावत रखते हुए इसका उन्नयन एवं सौंदर्यीकरण कराया गया है. जिसका उद्घाटन माननीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा आज प्रस्तावित था जिसे अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया गया है. साथ ही माननीय मंत्री जी द्वारा इसके नामकरण के संबंध पटना नगर निगम को स्थिति स्पष्ट करने को कहा है. इस पार्क में स्व० अटल बिहारी वाजपेयी जी की मूर्ति प्राइवेट संस्था द्वारा लगायी गयी है न कि सरकार द्वारा राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2019 में पाटलिपुत्र कॉलोनी (लड्डू- गोपाल के सामने) स्व० अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर एक पार्क बनाया गया है. जिसमें स्व० वाजपेयी जी की भव्य आदमकद प्रतिमा लगायी गयी है. जिसका नियमित रखरखाव पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा किया जा रहा है. इस पार्क में हर वर्ष स्व० वाजपेयी जी के जन्म तथा पुण्यतिथि के अवसर पर राजकीय समारोह का आयोजन किया जाता है. इसलिए ‘अटल पार्क का नाम बदलकर हुआ कोकोनट पार्क‘ नामक समाचार सही नहीं है. पटना के एक पार्क को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है. बीजेपी का दावा है कि बिहार सरकार में पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री तेज प्रताप ने अटल बिहारी बिहारी वाजपेयी पार्क का नाम बदलकर कोकोनट पार्क कर दिया है. बीजेपी ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है. इस बीच अभिषेक सिंह एलजेपी ने कहा कि आज से 20 साल पहले, हम इन “पार्कों” में क्रिकेट खेला करते थे.तब हर कॉलोनी में एक “छोटा” खेल मैदान होता था, जहां हम कॉलोनी के सभी बच्चे खेला करते थे.चूँकि हर एक कॉलोनी में “पार्क” था, तो आपस में “मैच” भी लिया करते थे.इससे नये लोगों से जान-पहचान/ दोस्ती भी हो जाती थी.लेकिन आज, हमारे बच्चों के पास “आउटडोर” खेलों के नाम पर कुछ नहीं है.महोदय संज्ञान लें,जब कंकड़बाग में पहले से ही दर्जनों “पार्क” हैं, तो क्यों ना आप कुछ पार्कों को मुक्त कर के वापस खेल-मैदान बना दें.
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