पटना 14 अगस्त, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि बिहार के मेडिकल कॉलेजों में प्रोफेसरों की कमी के कारण रिसर्च का काम बाधित हो रहा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक पीएमसीएच में प्रोफेसरों की भारी कमी है. यहां स्वीकृत 77 पदों पर सिर्फ 17 प्रोफेसर हैं. कई विभागों में तो एक भी प्रोफेसर नहीं हैं. कुछ दिनों में कार्यरत इन प्रोफेसरों में कई रिटायर्ड भी हो जायेंगे. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव से इस समस्या पर गंभीरता से विचार करने को कहा है. कहा कि प्रोफेसर ही नहीं होंगे तो पीजी पर सीटों पर पढ़ाई व रिसर्च कैसे होंगे. जब पीएमसीएच का यह हाल है तो अन्य मेडिकल कॉलेजों की स्थिति का सही अंदाजा लगाया जा सकता है. यदि प्रोफेसरों की अविलंब बहाली नहीं हुई तो 50 प्रतिशत पीजी सीटें संकट में होगी. भाकपा-माले मांग करती है कि असिस्टेंट व एसोसिएट प्रोफेसरों को पदोन्नति देकर प्रोफेसर बनाया जाए और व्यापक पैमाने पर असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति की जाए ताकि मेडिकल कॉलेजों में पठन-पाठन व रिसर्च का काम बेहतर तरीके से चल सके.
सोमवार, 14 अगस्त 2023
पटना : मेडिकल कॉलेजों में प्रोफेसरों की कमी से रिसर्च का काम बाधित : माले
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