बिहार : पटना मास्टर प्लान – 2031 में मुसहर बस्तियां रहेंगी ? – उमेश मांझी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 1 अगस्त 2023

बिहार : पटना मास्टर प्लान – 2031 में मुसहर बस्तियां रहेंगी ? – उमेश मांझी

  • अब तक दर्जन भर बस्तियां तोड़ी जा चुकी हैं, किसी को भी पुनर्वासित नहीं किया जा सका है ।  
  • सरकार की 3 और 5 डीसमिल ज़मीन देने की योजना कागज पर, वैध कागजात नहीं होने से इंदिरा आवास योजना का लाभ भी नहीं मिलता 

Umesh-manjhi
पटना. पटना मास्टर प्लान – 2031, बिहार सरकार के नगर विकास एवं आवास विभाग का एक बहुत ही महत्वपूर्ण एवं महत्वकांक्षी योजना है.विभाग ने 28 अक्टूवर, 2016 को अधिसूचना जारी की है जिसकी संख्या 831 एवं 832 है. इसके अंतर्गत पटना शहर का विकास सुन्दर और व्यस्थित तरीके से किया जायेगा.समय के साथ ये बदलाव और व्यवस्था होनी भी चाहिए। पटना अब महानगर में परिवर्तित होने वाला है.महानगर की अपनी आवश्यकताएं होती है और जरुरत भी. पटना मास्टर प्लान में सड़क, बिजली, पानी, जलनिकासी, पार्क, शौचालय, स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स, इंडस्ट्रियल एरिया आदि सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है.पटना में बनने वाले मैरीन ड्राइव, पटना मेट्रो, स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स,  रिंग रोड, बिहटा में नए एयरपोर्ट, आई आई टी, एन आई टी, इंडस्ट्रियल एरिया, इनलैंड डिपो आदि विकासात्मक कार्य मास्टर प्लान – 2031 का हिस्सा है।  इस मास्टर प्लान में पटना जिला  के 23 प्रखंडों में से 15, छपरा के 3 और वैशाली के 3 प्रखंडों को शामिल किया गया है। पटना जिला के 15 प्रखंड के 5 प्रखंड दानापुर, पटना सदर, फुलवारीशरीफ, पुनपुन, सम्पतचक और वैशाली के हाजीपुर, राघोपुर, बिदुपुर पूर्ण रूप से जबकि पटना के मनेर, बिहटा, नौबतपुर, मसौढ़ी, धनरुआ, फतुहा, दनियावां, खुसरुपुर, बख्तियारपुर, अथमलगोला और छपरा के दिघवारा, दरियापुर और सोनपुर आंशिक रूप से शामिल किया गया है.
         

सड़क की बात करें तो अभी तत्काल मुख्य सड़क जैसे दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड, मनेर-दीदारगंज मैरीन ड्राइव, एम्स-दीघा एलिवेटेड रोड, जगजीवन स्टेडियम-दीघा रोड, खगौल नहर-नौबतपुर नहर रोड, बिहटा-सरमेरा फोर लेन रोड, 70 फीट-पुनपुन बांध रोड, शिवाला-नौबतपुर रोड, बिहटा-पतुत रोड, सिपारा-पुनपुन एलिवेटेड रोड, पटना-डोभी फोर लेन रोड आदि महत्वपूर्ण सड़क बन रहे हैं.इसके अलावे और भी महत्वपूर्ण सड़कें, नहर, कैनाल हैं जिस पर नए सड़क बनाये जायेंगें या तो उसे चौड़े किये जायेंगें.पटना शहर के अन्दर अभी तक सड़कें चौडीकरण, ओवरब्रिज, सौंदर्यीकरण  के कारण दर्जनों मुसहर बस्तियों को बिना किसी प्रकार के व्यस्था किये विस्थापित कर दिया गया है.अभी तक जिन मुसहर बस्तियों को विस्थापित किया जा चूका है उनमे से रामजी चक दीघा, मसूरगंज, मथनी तल, पटना साहिब, गुलज़ारबाग, अगमकुआं, बहादुरपुर, भंवर पोखर, लोहानीपुर, अलकतरा गोदाम, कृषि फॉर्म-फुलवारी शरीफ, नौबतपुर नहर, लखनी बिगहा रोड पर आदि मुख्य रूप से है.दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड के कारण शिवालापर, गोढ़ना, पैनाल, मखदुमपुर आदि मुसहर बस्ती भी विस्थापित होने के कगार पर है.


पटना मास्टर प्लान – 2031 के अंतर्गत आने वाले प्रखंडों में से सिर्फ तीन प्रखंड दानापुर, पटना सदर और फुलवारी शरीफ मुसहर बस्तियों और टोलों की संख्या दो सौ के करीब है. मास्टर प्लान के अन्य बारह प्रखंडों की बात करें तो एक अनुमान के अनुसार कुल करीब पांच सौ मुसहर बस्ती और टोला की कुल तीन लाख की आबादी इसकी चपेट में आने वाले हैं. एक सर्वे के अनुसार 95 प्रतिशत मुसहर बस्ती और टोला किसी सड़क, नहर, कैनाल, सैरात, पोखर या फिर मालिक गैर मजरुआ जमीन पर बसा हुआ है, जिनके पास कोई वैध कागजात रैयत के पास उपलब्ध नहीं है.बिहार की सामाजिक न्याय की सरकार पटना मास्टर प्लान से प्रभावित मुसहर बस्तियों में निवास करने वाले मुसहरों को पुनर्वास करेगी, ऐसी उम्मीद से परे है.

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