- साप्ताहिक समीक्षा बैठक में डीएम ने दिए कई निर्देश। बैठक से अनुपस्थित जिला शिक्षा पदाधिकारी का वेतन स्थगन के साथ स्पष्टीकरण करने का दिया निर्देश।
- निर्धारित अवधि से अधिक दिनों तक प्राप्त मामलों को लंबित रखने पर होगी करवाई।कार्यालयों में काफी पुराने एवं अनुपयोगी संचिकाओं का नियमानुसार विनिष्टिकरण करने का दिया निर्देश।
- उच्च न्यायालय में चल रहे वादों में ससमय प्रतिसपथ पत्र दाखिल करने का दिया निर्देश। शाखाओं के प्रभारी पदाधिकारी नियमित रूप से लॉग बुक सहित विभिन्न महत्वपूर्ण पंजियो की करे जाँच।
मधुबनी, जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला स्तरीय सभी विभागों के वरीय पदाधिकारियों के साथ विभिन्न कार्यालय गतिविधियों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित हुई।जिलाधिकारी ने बैठक से अनुपस्थित जिला शिक्षा पदाधिकारी का वेतन स्थगन के साथ स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया। उक्त बैठक में जिलाधिकारी द्वारा जिला नीलाम पत्र वाद , जिला लोक शिकायत निवारण में दायर परिवाद, समाधान यात्रा में प्राप्त आवेदन, सी पी ग्राम, जानता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में प्राप्त आवेदनों, माननीय उच्च न्यायालय में चल रहे मामलों, सूचना का अधिकार, मानवाधिकार आदि से संबंधित मामलों की बारी बारी से समीक्षा की गई। समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने कहा कि कार्यालयों में कर्म पुस्तिका के समुचित संधारण में अपेक्षित परिणाम हासिल किए जा सकते हैं। शाखाओं के प्रभारी पदाधिकारी नियमित रूप से लॉग बुक की जाँच करे ।उन्होंने वरीय पदधिकारियो को भी निर्देश दिया कि वे प्रत्येक सप्ताह किसी भी दो विभागों में औचक रूप से लॉगबुक की जांच करें। उन्होंने स्पष्ट किया* कि जांच के दौरान इस बात की पड़ताल की जाए कि गत एक सप्ताह से दो महीने के बीच निर्गत किसी भी दो आदेश पत्रों का पारगमन शाखा से संबंधित शाखा में अनुपालन कार्य के बीच कितना वक्त लगा है। उन्होंने कहा कि सभी शाखा के वरीय पदाधिकारी अपने संबंधित शाखा में लॉग बुक के संधारण पर पूरा ध्यान दें। जिससे आदेश पत्रों का ससमय अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके। नीलाम पत्र वाद की समीक्षा के क्रम में डीएम ने निर्देश दिया कि सभी लंबित मामलों का अविलम्ब निष्पादन कराना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने उपस्थित पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि जन शिकायतों को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ समय निष्पादन करना सुनिश्चित करें । उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि साप्ताहिक समीक्षा बैठक का परिणाम नजर आनी चाहिए एवं लंबित मामलों को हर हाल में शून्य करें। । उन्होंने कहा कि सभी पदाधिकारी नियमित रूप से लॉग बुक,सूचना केअधिकार पंजी, सहित सभी महत्वपूर्ण पंजियो का नियमित से निरीक्षण करें ताकि यह सुनिश्चित कर सके कि ससमय मामलों का निष्पादन हो सके। उन्होंने सभी पदाधिकारियो को निर्देश दिया कि कार्यालयों में काफी पुराने एवं अनुपयोगी संचिकाओं का नियमानुसार विनिष्टिकरण करना सुनिश्चित करे। जिलाधिकारी ने कहा कि जनता के दरबार कार्यक्रम में प्राप्त जन शिकायतों को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ ससमय निष्पादन करना सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा जनता के दरबार कार्यक्रम अंतर्गत प्राप्त शिकायतों को पूरी गंभीरता से ले,किसी भी हाल में लंबित नही रखे। उन्होंने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय में चल रहे वादों में ससमय प्रतिसपथ पत्र दाखिल करें, साथ ही लोकशिकायत,मानवाधिकार,सूचना के अधिकार आदि का अलग-अलग पंजी भी संधारित करे,साथ ही उसकी नियमित समीक्षा भी करे। उक्त बैठक में उप विकास आयुक्त, विशाल राज, अपर समाहर्ता,नरेश झा, नगर आयुक्त अनिल चौधरी, सिविलसर्जन, मधुबनी,डीपीआरओ परिमल कुमार,विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, अमेत विक्रम बैनामी, , प्रभारी पदाधिकारी, जिला सामान्य शाखा, साहब रसूल, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र, रमेश कुमार शर्मा, कार्यपालक अभियंता विद्युत, मो अरमान, अ डीपीएम जीविका, वसीम अंसारी, उत्पाद अधीक्षक, गणेश कुमार सहित सभी वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
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