चाँद पर चन्द्रयान की सफल लैंडिंग के साथ ही देशवासियों में खूब जोश और उत्साह रहा . इस अद्भुत अभियान को लेकर तरह-तरह की प्रीतिक्रियायें सोशल मीडिया और अन्यत्र देखने-पढ़ने को मिल रही हैं.एक विद्वान मित्र की फेसबुक पर दर्ज इस टिप्पणी ने बरबस मुझे उद्वेलित किया, गुदगुदा भी दिया. टिप्पणीकार ने कड़क भाषा का प्रयोग कर कहा था कि इस महाभियान ने हमारे सारे मिथक, अन्धविश्वास और आस्थाएं ध्वस्त कर के रख दीं. विज्ञान की जीत हो गयी. उन्होंने आगे ज्ञान देते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि हम वैज्ञानिक सोच को अपनाएं और अन्धविश्वासों से दूर रहें. इन महाशय की टिप्पणी में दम तो था मगर एक मित्र ने इनकी टांग यों खींची: "जिन्होंने चन्द्रयान को चांद पर भेजा वे खुद मंदिर-मन्दिर जाकर पूजा-हवन कर रहे थे कि सबकुछ सही रहे और चन्द्रयान सफलता पूर्वक चांद पर लैंड करे,,,,,फिर आप यह ज्ञान और उपदेश किसको दे रहे है?"
रविवार, 27 अगस्त 2023
विचार : चाँद पर चन्द्रयान
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