मधुबनी : रेलवे स्टेशन का नाम महाकवि कालिदास एवम विद्यापति करने की मांग - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 5 अगस्त 2023

मधुबनी : रेलवे स्टेशन का नाम महाकवि कालिदास एवम विद्यापति करने की मांग

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रहिका/मधुबनी, मैथिल समाज रहिका महासचिव प्रो शीतलांबर झा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि कल देर शाम जिलाधिकारी मधुबनी से कार्यालय प्रकोष्ठ में मिलकर मधुबनी रेलवे स्टेशन में विश्व विख्यात महाकवि कालिदास एवम विद्यापति जी का नाम जोड़ने संबंधी स्मारपत्र सौंपा। प्रो झा ने अपने स्मारपत्र में उल्लेख करते हुए कहा कि विश्व प्रख्यात महाकवि ,साहित्यकार एवम महान दार्शनिक कालीदास एवम बाबा विद्यापति का जन्मस्थल मधुबनी जिले में ही अवस्थित है ,बेनीपट्टी प्रखंड के अंतर्गत प्रसिद्ध सिद्धपीठ भगवती उच्चैठ स्थान के समीप कालीदास जी का जन्मस्थल है ,वहीं बाबा विद्यापति जी का जन्मस्थल विस्फी प्रखंड कार्यालय के समीप अवस्थित है,ये दोनों महान विभूति मिथिला ही भी नहीं देश के गौरव हैं ,कहा जाता है कि महामूर्ख कालीदास अपने पत्नी से शास्त्रार्थ में पराजय के बाद कालीदास गुरुकुल में रुके एवम यहीं उच्चैठ भगवती से ज्ञान का वरदान मिला और वे महाज्ञानी बने एवम विश्व विख्यात हुए और कई ग्रंथों का रचना कर डाले वहीं प्रो झा ने बाबा विद्यापति जी के बारे में अभ्यावेदन में कहा है की वे महा शिवभक्त थे मैथिली भाषा के महान कवि कोकिल थे उन्होंने संस्कृति एवम अवहट्ट में कुल सोलह ग्रंथों की रचना की थी नीति, न्याय ,इतिहास ,भूगोल ,राजनीति और अर्थशास्त्र सहित शायद ही कोई विषय होगा जो उनकी लेखनी से अछूता बचा हो उनकी कुछ प्रसिद्ध कृतियां कीर्तिलता, कीर्तिपताका , भूपरिक्रमा एवम पुरुष परीक्षा अद्वितीय रचनाएं हैं, कहा तो यहां तक जाता है की देवाधिदेव महादेव उनकी भक्तिभाव से प्रसन्न होकर उगना के रूप में बाबा विद्यापति जी के यहां चाकरी किए। सम्पूर्ण मिथिला सहित मधुबनिवासियों के जनभावना है कि दोनो महान विभूतियों का नाम मधुबनी रेलवे स्टेशन में जोड़ना अति आवश्यक प्रतीत होता है ये हमारे मिथिला के पहचान है उन्होंने जिलाधिकारी से आग्रह किया है कि अपने स्तर से आवश्यक कार्यवाही करते हुए अपना संतुति के साथ भारत सरकार को भेंजे । प्रो झा ने कहा कि जिलाधिकारी ने आश्वस्त किया है की मैं अपने स्तर से जो भी आवश्यक कार्यवाही करना होगा कर के भारत सरकार को अविलंब भेजेंगे।

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