- समापन मौके पर 26 अगस्त को संस्कृति मंत्रियों की मौजूदगी में जारी होगा एक विशेष डाक टिकट
- ’ग्लोबल थीमैटिक वेबिनार रिपोर्ट ’जी20 कल्चरः शेपिंग द ग्लोबल नैरेटिव फॉर इनक्लूसिव ग्रोथ’ को संस्कृति मंत्रियों की बैठक के एक भाग के रूप में लॉन्च किया जाएगा
- “सुर वसुधा“ शीर्षक से एक विशेष जी20 ग्लोबल ऑर्केस्ट्रा प्रदर्शन वाराणसी में आयोजित किया जाएगा
वाराणसी (सुरेश गांधी) चौथी जी20 संस्कृति कार्य समूह (सीडब्ल्यूजी) बैठक 23 अगस्त से वाराणसी में शुरू होगी। जबकि समापन 26 अगस्त को संस्कृति मंत्रियों की बैठक (सीएमएम) के बाद होगी। बैठक में जी20 सदस्य देशों, आमंत्रित देशों और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। 2020 में सऊदी अरब प्रेसीडेंसी के तहत संस्कृति मंत्रियों की पहली बार जी20 से इतर बैठक हुई। 2021 में इतालवी प्रेसीडेंसी के दौरान संस्कृति को एक कार्य समूह के रूप में औपचारिक रूप दिया गया, जिसके परिणामस्वरूप जी20 संस्कृति मंत्रियों की बैठक हुई और परिणामी ’रोम संस्कृति मंत्रियों की घोषणा’ हुई। इंडोनेशियाई प्रेसीडेंसी के तहत 2022 की ’बाली घोषणा’ ने सतत विकास में संस्कृति की भूमिका पर जोर दिया। वाराणसी में यह चौथी बार होगा जब जी20 सदस्यों और आमंत्रित देशों के संस्कृति मंत्रियों की बैठक होगी। खजुराहो, भुवनेश्वर और हम्पी में पिछली तीन सीडब्ल्यूजी बैठकों के साथ-साथ चार वैश्विक विषयगत वेबिनार की सफलता के आधार पर 23-25 अगस्त को वाराणसी में चौथी सीडब्ल्यूजी बैठक का लक्ष्य संस्कृति को स्थापित करते हुए कार्रवाई योग्य परिणामों पर पहुंचना है। ’नीति निर्माण का हृदय’ सीडब्ल्यूजी के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर विशेषज्ञ-संचालित वैश्विक विषयगत वेबिनार की अंतर्दृष्टि और सिफारिशों को “जी20 संस्कृतिः समावेशी विकास के लिए वैश्विक कथा को आकार देना“ नामक एक व्यापक रिपोर्ट में एकत्रित किया गया है। यह अंतर्दृष्टिपूर्ण रिपोर्ट, भारत के जी20 प्रेसीडेंसी के कल्चर वर्किंग द्वारा दी गई है। समूह, संस्कृति मंत्रियों की बैठक के एक भाग के रूप में वाराणसी में लॉन्च किया जाएगा। वाराणसी में संस्कृति मंत्रियों की बैठक का उद्देश्य भारतीय अध्यक्षता के तहत व्यक्त किए गए चार प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर प्रगति के सिलसिले में सामूहिक कार्यों में तेजी लाना होगा। इसके जरिये सांस्कृतिक संपत्ति का संरक्षण और पुनर्स्थापना, एक सतत भविष्य के लिए मौजूदा विरासत का उपयोग, सांस्कृतिक एवं रचनात्मक उद्योगों को बढ़ावा देने तथा रचनात्मक अर्थव्यवस्था, संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकियों से लाभ उठाने के काम को बढ़ावा दिया जायेगा। भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत सीडब्ल्यूजी ने विविध संस्कृतियों और समुदायों के बीच शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व पर आधारित बहुपक्षवाद में भारत के अटूट विश्वास को उजागर करने के लिए ’संस्कृति सभी को एकजुट करती है’ अभियान शुरू किया था। सीडब्ल्यूजी 26 अगस्त को अभियान को मनाने के लिए एक विशेष डाक टिकट जारी कर रहा है। ’संस्कृति सभी को एकजुट करती है’ डाक टिकट को सांस्कृतिक आदान-प्रदान का प्रतिनिधित्व करने और सांस्कृतिक संदर्भ स्थापित करने के लिए कनेक्टिविटी, संचार और यात्रा के विचारों को मिलाकर एक विशिष्ट प्रतीक के रूप में तैयार किया गया है।
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बैठक के दौरान, प्रतिनिधियों को गंगा नदी के तट पर विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती का अनुभव करने और सम्राट अशोक की सिंहचतुर्मुख राजधानी सारनाथ के सुंदर इतिहास को जानने का अवसर मिलेगा। जी-20 सदस्य देशों और आमंत्रित देशों के समृद्ध संगीत ज्ञान तथा विरासत का जश्न मनाते हुए “सुर वसुधा” शीर्षक से जी-20 ग्लोबल ऑर्केस्ट्रा प्रदर्शन वाराणसी में प्रस्तुत किया जाएगा। सभी प्रतिनिधि वाराणसी में अपने समय के दौरान भारतीय शास्त्रीय संगीत और नृत्य रूपों सहित सांस्कृतिक प्रदर्शन का भी अवलोकन करेंगे।
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