शाहपुर. बक्सर धर्मप्रांत में शाहपुर पल्ली बड़ी पैरिश है.इस पल्ली के पल्ली पुरोहित फादर भास्कर है.उन्होंने बताया कि आज रविवार 10 सितंबर को बाइबिल दिवस मनाया गया.आज पल्ली पुरोहित फादर भास्कर ने पवित्र मिस्सा अर्पित किए. भक्तों ने बाइबल जुलूस निकाला और पवित्र बाइबल को चुंबन किए. मौके पर पल्ली पुरोहित और अनुष्ठानकर्ता फादर भास्कर ने अपने प्रवचन में कहा कि हम लोगों को प्रतिदिन बाइबल पढ़ना चाहिए.इसे जीवन के महत्वपूर्ण कर्तव्य समझ कर अध्ययन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि बाइबल की विषय-सूचि पर नजर डालने से ज्ञात होगा कि यह एक नहीं वरन् अनेक रचनाओं का संकलन है. रचना-काल भी कई शताब्दियों तक फैला हुआ है.अलग-अलग रचनाकारों की रचनाएं हैं. इसकी मूल भाषा कभी इब्रानी रही तो कभी यूनानी. अर्थात समय, रचनाकार, भाषा - सब अलग. सम्पूर्ण बाइबल में कुल 73 ग्रंथ हैं.पुराने विधान में 46 और नए विधान में 27 ग्रंथ हैं.दूसरे शब्दों में कहें तो 46 पुस्तक येसु ख्रीस्त के जन्म से पहले लिखे गए और 27 पुस्तक उनके जन्म के बाद.73 ग्रंथों को लिखने में 1300 से भी अधिक समय लगा. नए व्यवस्थान में चार सुसमाचार - मारकुस, मतियस, लूकस और योहन रचित - प्रभु येसु के जीवन की गाथा है. प्रेरित-चरित की पुस्तक आरंभिक ख्रीस्तीयों के जीवन चरित्र के बारे बताती है. कलीसिया का आरंभिक इतिहास भी कुछ हद तक इसमें मिलता है. संत पौलुस एवं अन्य प्रेरितों के कार्यों का भी इसमें जिक्र है. ख्रीस्तीय समुदायों के नाम लिखे पत्रों में 13 पत्र संत पौलुस के नाम से प्रचलित हैं.दूसरे पत्र अन्य प्रेरितों एवं आरंभिक ख्रीस्तीयों के द्वारा लिखे गए हैं. बाइबल का अंतिम ग्रंथ प्रकाशना ग्रंथ है.यह एक रहस्यमय पुस्तक है.इस किताब की रचना आरंभिक ख्रीस्तीयों को दुःख के समय सांत्वना देने के उद्देश्य से लिखी गई थी. आगे कहा कि जब आप प्रतिदिन बाइबल पढ़ते हैं तो जो होता है वह आश्चर्यजनक है.आपका जीवन, मन और हृदय बदल जाएगा.आपको खुशी और ख़ुशी पाने के लिए आवश्यक सभी उत्तर मिलेंगे; यीशु के साथ आपकी गहराई और निकटता के माध्यम से आपको अपना उद्देश्य पता चलेगा. पवित्र मिस्सा के बीच में पुरोहित परमप्रसाद वितरित किए.सभी भक्तों ने येसु ख्रीस्त का शरीर और रक्त भक्तिभाव से ग्रहण किया.
रविवार, 10 सितंबर 2023
बक्सर : बाइबल जुलूस निकाला और पवित्र बाइबल को चुंबन किए
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