- सड़क में जगह-जगह बड़े छोटे-बड़े गढे बुला रही दुर्घटना को, 9.57 किलोमीटर लम्बी सड़क पुरी तरह क्षतिग्रस्त
- तीन विधानसभा क्षेत्र(राजनगर, बाबूबरही,खजौली विधानसभा) को जोड़ने बाली अकेली है ये बाईपास सड़क
इस सड़क की जर्जर हालत पर स्थानीय पूर्व उप प्रमुख सह पंचायत समिति ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कहा कि इस सड़क कार्य गुणवक्तापूर्ण कार्य नही किया गया, जिससे समय से पहले सड़क जर्जर हो गए। इसका रख रखाब नही किया। इस सड़क पर रोज आना जाना होता है। कठिनाई का समाना करना पड़ता है। वहीं, प्रतिक्रिया देते हुए पटवारा दक्षिणी पंचायत मुखिया प्रतिनिधि रामधीन राय नें कहा कि कई मुख्य सड़कों जोड़ता इस सड़क कों जर्जर होने से कई गाँव कई आवादी प्रभावित है। इमरजेंसी में एम्बुलेंस आने कतराते है। सड़क पर गढ़े के वजह सवारी गाड़ी मनमानी किराया बताते है, एवं आपात इस्थित में हॉस्पिटल जाने कोई वाहन भी नही मिलता है। वहीं, इस सड़क की हालत पर समाजसेवी संतोष सिंह ने कहा कि विभागीय जर्जर सड़क पर कोई ठोस पहल नही कर रही है। जर्जर सड़क की समस्या दिनों दिन गंम्भीर बनते जा रही है। जर्जर सड़क रहने से वाहन से सफर करना भय बना रहता है। आने-जाने बाले राहगीरों को काफ़ी परेशान होते है। खास कर रात के समय में दुर्घटना आशंका अत्यधिक बढ़ जाती है। इस सड़क मरम्मती के लिए प्रशासन कों संज्ञान लेना चाहिए। वहीं, स्थानीय नेता अब्दुल राजिक रेजा ने कहा कि ये सड़क क्षतिग्रस्त होने से रोजमर्रा के काम काज काफ़ी प्रभावित हो रहा है। लोगो कों एक जगह से दूसरे जगह आने-जाने में काफ़ी परेशानी हो रही है। पहले के अपेक्षा सवारी गाड़ी चलना बन्द हो चूका है, लम्बी दुरी तय कर जाना पड़ता है। बता दें कि सरकार कितने भी विकास के दावे कर ले, पर ये सड़कों की हालत इनके दाओं की पोल खोलते नजर आते हैँ। बरहाल ये देखना होगा कि कोई जनप्रतिनिधि या कोई नेता या पदाधिकारी इस पर संज्ञान लेते है या जनता को ऐसे ही उनके हालात पर छोड़ दिया जाता है।
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