कविता : मां शब्द की क्या ही परिभाषा दूं? - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 20 सितंबर 2023

कविता : मां शब्द की क्या ही परिभाषा दूं?

मां शब्द की क्या ही परिभाषा दूं?

मां एक शब्द है न लेख है,

ना ही इस शब्द का कोई मोल है,

मां शब्द एक एहसास है, एक प्यार है,

जिंदगी के हर दुख में छुपे एक हंसी का एहसास है,

जो साथ न होकर भी आसपास है,

छोटे-छोटे कदमों का साथ है,

जो आज भी हमारे साथ है,

मां की वह बचपन की लोरी से लेकर,

उसकी सांसों की वह आखिरी डोरी,

हर पल हर वक्त बस उसकी ममता,

करुणा और त्याग की मूरत है,

भूखे रहकर बच्चों को खिलाना,

अपने आंचल की ठंडी छांव में सुलाना,

नींद ना आने पर लोरी सुनना,

और डर जाने पर अपने पल्लू में छुपाना,

पापा की मार से बचाना,

बच्चों की खातिर दुनिया से लड़ जाना,

मां शब्द की क्या ही परिभाषा दूं?

मां एक शब्द है न लेख है।।





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भावना मेहरा

कपकोट, बागेश्वर

उत्तराखंड

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