- डीजल अनुदान,बीज वितरण,प्रतिरक्षण किट का वितरण,रोपनी की स्थिति,नहरों से सिंचाई,नलकूप,उर्वरक की उपलब्धता आदि का किया समीक्षा।
- नहरों के अंतिम टेल तक पानी पहुचाने एवं कृषि फीडर से निर्बाध 16 घण्टे प्रतिदिन बिजली उपलब्ध करवाने को लेकर संबधित अधिकारियों दिया निर्देश।
- जले हुए ट्रांसफार्मर को जल्द से जल्द बदलने के दिया निर्देश, उर्वरक की उपलब्धता एवं बिक्री पर सतत निगरानी रखने का दिया निर्देश।
मधुबनी, जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक आयोजित हुई। उन्होंने डीजल अनुदान,बीज वितरण,प्रतिरक्षण किट का वितरण,रोपनी की स्थिति,नहरों से सिंचाई,नलकूप,उर्वरक की उपलब्धता आदि का समीक्षा कर संबधित अधिकारियों को निर्देश भी दिये। समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने जल-संसाधन विभाग के अभियंताओं को निर्देश दिया कि पटवन हेतु नहरों के अंतिम छोर तक लगातार पानी पहुँचे, इसको लेकर नहर प्रमंडल के सभी पदाधिकारी प्रतिदिन क्षेत्र में जाकर नहरों में रही जलापूर्ति पर नजर रखे। किसानों से मिलकर पटवन की स्थिति जाने।डीजल अनुदान के समीक्षा के क्रम में यह गया कि जिलाधिकारी ने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया प्राप्त आवेदनों का तेजी से जाँच कर सभी शेष पात्र किसानों को ससमय पूरी सहजता के साथ उनके खाते में डीजल अनुदान की राशि उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें।उन्होंने कहा कि जिले के किसानों को डीजल अनुदान उपलब्ध करवाने में किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता बर्दाश्त नही की जाएगी। उन्होंने कार्यपालक अभियंता नलकूप को निर्देश दिया कि बंद पड़े नलकुपो को शीघ्र मरम्मति कर चालू करवाना सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि सिंचाई के लिए सुदूर खेतों तक तेजी के साथ विद्युत संबद्धता प्रदान करना हमारा लक्ष्य है। उन्होंने बैठक में उपस्थित कार्यपालक अभियंता विद्युत को निर्देश दिया कि जिले में जिन इच्छुक किसानों के खेतों में बिजली का खंबा उपलब्ध है, वहां शत प्रतिशत इच्छुक किसानों को जल्द से जल्द विद्युत संबद्धता प्रदान करे,साथ ही साथ ही उन्होंने जले हुए ट्रांसफार्मर को जल्द से जल्द बदलने के निर्देश भी दिए।उन्होंने कृषि फीडर से निर्बाध 16 घण्टे प्रतिदिन बिजली उपलब्ध करवाने को लेकर विधुत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने नलकूपों की मरम्मती और नव निर्माण में गति लाने के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बंद पड़े नलकुपो को शीघ्र चालू करवाना सुनिश्चित करवाये,विशेषकर विधुत दोष से बंद पड़े नलकूप को शीघ्र ठीक करवाकर चालू करवाये। उर्वरक की उपयोगिता के समीक्षा के क्रम में पाया गया कि जिले में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है।जिलाधिकारी ने निर्देश दिया की उर्वरक की उपलब्धता एवं बिक्री पर सतत निगरानी रखे, किसी भी स्थिति में उर्वरकों की कालाबाजारी की शिकायत नही मिलनी चाहिये। उक्त बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी सहित सभी संबधित अधिकारी उपस्थित थे।
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