पटना. राजधानी पटना का चर्चित नीलेश मुखिया हत्याकांड में पुलिस ने आरोपियों के घर कुर्की जब्ती का कार्रवाई शुरू कर दी है.इसकी जानकारी पाटलिपुत्र थाने के थानाध्यक्ष एसके शाही ने दी.मौके पर उपस्थित पुलिस ने बताया कि स्व.महेंद्र राय के तीन पुत्र पप्पू राय, राजकुमार उर्फ धप्पू राय और गोरख राय नीलेश मुखिया हत्याकांड के आरोपी है.तीनों फरार है.डुगडुगी बजाकर इश्तेहार चस्पा किया गया.बावजूद,इसके तीनों फरार चल रहे हैं. नीलेश मुखिया हत्याकांड मामले में फरार नामजद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. गुरुवार 31 अगस्त को हत्याकांड के मुख्य आरोपित तीनों भाइयों पप्पू, धप्पू और गोरख राय के घर पर पाटलिपुत्र थाने की पुलिस ने इश्तेहार चिपका दिया. पुलिस ने आगे कहा कि इस मामले में आरोपी पप्पू, धप्पू और गोरख राय के घर की कुर्की जब्ती का वारंट कोर्ट से मंगलवार को ले ली थी.जिसके बाद बुधवार को पुलिस ने कुर्की जब्ती की कार्रवाई शुरू कर दी है.तीनों भाई संयुक्त रूप से रहते हैं.इसके आलोक में चल संपत्ति की कुर्की जब्ती की गई है. पुलिस ने कहा कि आरोपियों को कानून सम्मत आत्मसमर्पण करने का अंतिम मौके दिए गये थे.इसके बावजूद आरोपियों ने आत्मसमर्पण नहीं करने के कारण पुलिस ने आरोपियों के घर पर कुर्की जब्ती का कार्रवाई शुरू कर दी है.पिछले 44 दिनों से तीनों आरोपी फरार चल रहे है. पटना पुलिस दीघा और पाटलिपुत्र इलाके में कुर्की की कार्रवाई कर रही है.साथ ही फरार चल रहे हैं आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी जारी है. सूत्रों का कहना है कि नीलेश मुखिया हत्याकांड का मुख्य आरोपी पप्पू, धप्पू और गोरख राय घटना को अंजाम देने के बाद नेपाल में हैं. पुलिस सूत्रों का कहना है कि इसकी भनक लगने के बाद पटना पुलिस भी वहां रवाना हुई है. लेकिन इसकी पटना पुलिस के किसी अधिकारी ने पुष्टि नहीं की है. बताते चलें कि नीलेश की हत्या के बाद आस पास के लोगों ने स्वतः अपनी दुकानों को बंद कर विरोध जताया था. मंगलवार को कोर्ट से इजाजत के बाद पुलिस की कार्रवाई जारी है.इसके पहले पुलिस ने आरोपियों के घर पर इश्तेहार चिपकाया था, लेकिन तीनों आरोपियों में से किसी ने भी अब तक सरेंडर नहीं किया है.31 जुलाई को नीलेश मुखिया को अपराधियों ने कुर्जी मोड़ के आगे वार्ड पार्षद के कार्यालय के समक्ष गोली मार दी थी. असामयिक सुनियोजित ढंग गोली लगने के बाद नीलेश मुखिया को कुर्जी होली फैमिली हॉस्पिटल के ओपीडी इमरजेंसी कक्ष में लाया गया.ओपीडी इमरजेंसी कक्ष के सीएमओ ने बेहतर इलाज के लिए पटना नगर निगम के वार्ड नम्बर 22 बी की वार्ड पार्षद सुचित्रा सिंह के गोली के शिकार पति नीलेश प्रसाद को रेफर कर दिया. तब जाकर परिजनों ने पाटलिपुत्र कॉलोनी में स्थित एक निजी अस्पताल रूबेन में भर्ती कराया. उन्हें बेहतर इलाज के लिए 7 अगस्त को दिल्ली एम्स ले जाया गया.एम्स में ही 23 अगस्त को उनकी मौत हो गई. जिसके बाद पुलिस ने 14 अगस्त को शूटर राजा के साथ लाइनर शाहनवाज को गिरफ्तार किया. इस दोनों से मिले इनपुट के आधार पर पुलिस ने दो शूटर क्यास खान और उसके भाई मो. इमरान उर्फ लल्लू को और एक लाइनर विकास को 9 सितंबर को जेपी गंगा पथ से उठाया.दोनों भाई सुल्तानगंज थाना के कर्बला रोड के रहने वाले हैं.
यह भी हुआ था
नीलेश मुखिया के भाई सुरेश ने तीनों भाइयों भाइयों पप्पू, धप्पू और गोरख राय को नामजद अभियुक्त बनाया था.इस बीच पप्पू राय ने हाथ जोड़कर वीडियो जारी कर रहा कि हम लोग निर्दोष है.पुलिस अपराधी को पकड़े.हम भी साथ देने को तैयार है.पुलिस जहां भी बुलाये वहां पर आने को तैयार है.अगर हम दोषी होते है तो फांसी पर चढ़ने को तैयार है.मगर तब भी फरार है.अभियुक्त गोरख राय की पत्नी रजनी देवी और तीनों अभियुक्तों की मां ने कहा कि तीनों को फंसाया है.पटना नगर निगम की पूर्व डिप्टी मेयर रजनी देवी है.पूर्व डिप्टी मेयर रजनी देवी के पति गोरख राय हैं. पप्पू राय और थप्पू राय देवर है.पूर्व डिप्टी मेयर रजनी देवी का कहना है कि तीनों कोई कुकृत्य नहीं किये है.वहीं अभियुक्तों के परिजनों का भी कहना है कि जो शूटर और लाइनर पकड़े गए हैं,सभी पप्पू, धप्पू और गोरख राय का नाम नहीं लिए है और न 10 लाख रुपए सुपारी देने की बात कहे है.
नीलेश मुखिया के समर्थक हत्यारे को फांसी देने की मांग करने लगे
31 जुलाई को शूटआउट में घायल हुए नीलेश मुखिया की दिल्ली एम्स में मौत के बाद उनकी लाश पटना पहुंच चुकी है. उनके आवास पर लोगों की भीड़ लग गई.कुछ देर बाद शव यात्रा निकाली गई. इसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए.नीलेश मुखिया के समर्थक हत्यारे को फांसी देने की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे. नीलेश मुखिया के आवास से निकाली गई शव यात्रा लोयला स्कूल के पास पहुंची. इसके बाद नीलेश मुखिया के घर की ओर मुड़ गई.यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए. इसमें महिला, पुरुष, बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हुए.लोग की भीड़ बढ़ती ही जा रही है. गली-गली से लोग नीलेश मुखिया की शव यात्रा में शामिल होने के लिए निकले. महिला समर्थकों ने कहा कि नीलेश मुखिया के साथ अच्छाई भी मर गई. बहरहाल इन तीनों भाइयों का घर वार्ड पार्षद सुचित्रा सिंह के घर के पास ही है. इससे पहले पुलिस ने तीनों भाइयों के घर पर सरेंडर का वारंट 31 अगस्त गुरुवार को इश्तेहार के रूप में चिपकाया था.लेकिन तीनों में से किसी ने भी न सरेंडर नहीं किया.अंतत: 13 सितंबर बुधवार को पुलिस ने चल संपति की कुर्की जब्ती की कार्रवाई शुरू कर दी है.
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