- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की मातृ शक्ति की ओर से पीएम का जताया आभार
इस बार कई गुना बढ़ गया है नवारात्रि का उत्साह
प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी माता कुष्मांडा, माता शृंगार गौरी, मां अन्नपूर्णा और मां गंगा की पावन नगरी है। यहां के कण कण में मातृ शक्ति की महिमा जुड़ी है। विंध्यवासिनी देवी भी बनारस से दूर नहीं हैं। काशी नगरी देवी अहिल्याबाई होल्कर के पुण्य कार्यों और प्रबंध कौशल की साक्षी रही है। नारी शक्ति वंदन अधिनियम ने इस बार नवारात्रि के उत्साह को कई गुना बढ़ा दिया है। इस कानून से देश में महिला विकास के रास्ते खुलेंगे। लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं की उपस्थिति बढ़ेगी।
हर काल में साबित किया है नारी नेतृत्व का सामर्थ्य
उन्होंने कहा कि नारी का नेतृत्व बाकी दुनिया के लिए आधुनिक व्यवस्था हो सकती है। हम तो महादेव से पहले मां पार्वती और गंगा को प्रणाम करने वाले लोग हैं। हमारी काशी रानी लक्ष्मीबाई जैसी विरांगना की जन्मभूमि है। आजादी की लड़ाई में लक्ष्मीबाई जैसी विरांगनाओं से लेकर मिशन चंद्रयान को लीड करने वाली महिला वैज्ञानिकों तक नारी नेतृत्व के सामर्थ्य को हर कालखंड में हमने साबित किया है। उन्होंने कहा कि तीन दशक से ये कानून लटका था। आज संसद के दोनों सदनों में उन पार्टियों को भी इसके समर्थन में आना पड़ा जो पहले इसका विरोध करते थे।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनेक कदम उठाये गये : योगी
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ’’नास्ति मातृसमा छाया नास्ति मातृसमा गतिः, नास्ति मातृसमं त्राणं नास्ति मातृसमा प्रया।’’ मां के समान कोई छाया नहीं, मां के समान को सहारा नहीं, मां के समान कोई रक्षक नहीं, मां के समान कोई प्रिय नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पिछले 9 साल में पूरी दुनिया ने बदलते हुए भारत को देखा है। भारत की आधी आबादी और मातृ शक्ति को सशक्त करने के लिए नारी शक्ति वंदन अधिनियम को संसद में पारित कराने के बाद आज प्रधानमंत्री का आगमन अपनी काशी में हुआ है। 2014 के उपरांत महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनेक कदम उठाये गये हैं। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और मिशन इंद्रधनुष के जरिए महिलाओं को सुरक्षा कवच देने का कार्य हुआ है।
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