पटना, चाहो तो सब कुछ है आसान, बस उसमे ललक बांकी हो चाहत को पाने की। बिहार का एक पिता जो चाहते थे, कि उनकी लाड़ली बेटी पढ़-लिखकर अफसर बने। इसके लिए उस पिता ने बेटी की पढ़ाई लिखाई में किसी तरह की रुकावटें नहीं आने दी। वहीं, उनकी लाड़ली बेटी भी पूरी लग्न के साथ अपने पिता के सपनो को पुरा करने में जूट गई। मध्यम वर्ग परिवार के होने के नाते परवारिक रिश्तेदारों के दबाव के बाद बेटी की शादी हो गई। ससूराल आने के बाद पति ने भी अपने सपनों को पंख दिया और आज विनीता प्रिया उड़ान भर चुकी हैं। बता दें बिहार लोक सेवा आयोग के प्रतिष्ठित पंचायती राज ऑडिटर की परीक्षा में अंतिम रूप से चयनित विनीता प्रिया ने। कठिन परिश्रम और अनवरत मेहनत से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है, साथ ही उन्होंने बताया कि बिहार लोक सेवा आयोग की किसी भी परीक्षा के साक्षात्कार में उपस्थित होने का यह उनका तीसरा प्रयास था. पटना जिले के सहोड़ा गांव के बी.के. पांडे और कांति पांडे की प्रथम सुपुत्री विनीता प्रिया ने बताया कि उनके पिता चाहते थे कि वह बड़ी होकर अफसर बने और मैंने ठान लिया था कि मैं एक न एक दिन यह करके दिखाऊंगी। आज हम सब का सपना साकार हुआ है। बताते चलें कि विनीता प्रिया के पति निमेष शुक्ला ने इस शैक्षणिक सफर में उनका बखूबी साथ निभाया। निमेष शुक्ल पिछले कई वर्षों से पत्रकारिता और शिक्षण से जुड़े रहे हैं। बेटी संस्कृति, देवर निशांत और सास मिथलेश देवी ने विनीता को इस सफलता की बधाई दी।
सोमवार, 4 सितंबर 2023
बिहार : पति और पिता के सपनों को पंचायती राज ऑडिटर अधिकारी के रूप में बनकर किया साकार
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