- बैठक में विभिन्न देशों से आए 80 मेहमान मुख्य रूप से जी20 सतत वित्त रोडमैप के कार्यान्वयन में हुई प्रगति पर सदस्य आपस में विचारों का आदान-प्रदान कर रहे है
वाराणसी (सुरेश गांधी) चौथी जी20 सतत वित्त कार्य समूह की बैठक में हिस्सा लेने आए प्रतिनिधियों ने बुधवार शाम दशाश्वमेध घाट की गंगा आरती देख मंत्रमुग्ध रह गएं। क्रूज पर सवार जी-20 देशों के डेलिगेट्स शंखनाद, घंटी, डमरू, धूप, आरती के मिलन की अदभुत छठा देख रोमांचित हुए। अर्चकों के चंवर डोलाने के तरीकों को निहार रहे थे। मेहमानों का शानदार तरीके से स्वागत किया गया। सनातनी संस्कृति के एक-एक पल को मोबाइल में कुछ ने कैद किया तो कुछ भक्ति भाव में डूबे रहे।
नदेसर स्थित होटल ताज में बैठक के बाद 80 विदेशी मेहमान सुरक्षित वाहनों से घाट पहुंचे। वहां से दो क्रूज पर सवार होकर गंगा आरती देखने के लिए रवाना हुए। भाव विभोर करने वाली आरती को कुछ मेहमान समझने में जुटे रहे। आरती की विशेषताओं से भरे ब्रोसर को ध्यान से पढ़ा। कई अपने साथ ले गए। आरती करने वाले अर्चकों की भाव भंगिमाओं को समझाया जा रहा था। प्रतिदिन होने वाली गंगा आरती को देखने के लिए उमड़ने वाली भीड़ का रहस्य भी बताया गया। सनातनी संस्कृति में गंगा को मां का दर्जा दिया गया है। इसके बारे में उन्हें बताया गया। गंगा सेवा निधि व जिला प्रशासन की पहल पर दशाश्वमेध घाट की फूल-मालाओं से अद्भुत सजावट की गई। गंगा सेवा निधि के सात अर्चकों ने मां गंगा की आरती उतारी। इस दौरान घाट सीढ़ियों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। सुरक्षा व्यवस्था के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी।
बता दें, जी20 सतत वित्त रिपोर्ट को संयुक्त रूप से अपनाने के लिए वाराणसी में चौथी एसएफडब्ल्यूजी बैठक हो रही है। इसके पहले गुवाहाटी में पहली, उदयपुर में दूसरी और महाबलीपुरम में तीसरी बैठक हो चुकी है। दो दिवसीय इस बैठक में गुरुवार को विभिन्न देशों के प्रतिनिधि सतत वित्त रिपोर्ट को अंतिम रूप देंगे। बैठक में विभिन्न देशों से आए 80 मेहमान मुख्य रूप से जी20 सतत वित्त रोडमैप के कार्यान्वयन में हुई प्रगति पर सदस्य आपस में विचारों का आदान-प्रदान की है। सूचीबद्ध कार्यों के क्षेत्राधिकार के अलावा संबंधित हितधारकों की ओर से प्रगति पर चर्चा हो रही है।
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