- मेवाड़ में राष्ट्र निर्माण पाठ्यक्रम की संकल्पना का लोकार्पण
राष्ट्र निर्माण पाठ्यक्रम के अंतर्गत डॉ. अंजलि थपलियाल और प्रोफेसर वीरेंद्र ग्रोवर के संयोजन में इंडियन इनोवेशन मिशन की उपलब्धियां और परियोजना प्रस्तुत की गईं। डॉ रणधीर गौतम के संयोजन में संचालित अद्भुत पहल और मूलभूत मुद्दे अभियान के अंतर्गत विकसित भारत की विस्तृत परियोजना का खाका खींचा गया। 150 वर्ष पुरानी अनुपयोगी और हानिकारक जनगणना प्रक्रिया के स्थान पर आधुनिक, प्रमाणिक एवं नगण्य निवेश वाली वास्तविक जनभागीदारी को ठोस आधार देने वाली महागणना का प्रस्ताव सुसज्जित कुमार ने रखा। नामक एक महत्वपूर्ण विषय पर भी चर्चा हुई। पद्मश्री डॉ श्यामसिंह शशि ने राष्ट्र निर्माण की इस परियोजना को साकार करने के लिए देशवासियों, अतिथियों और सरकार से आवश्यक सहयोग करने का आह्वान किया। विशिष्ट अतिथि मेजर जनरल वीके तिवारी ने इस पाठ्यक्रम की व्यापकता और आवश्यकता पर अधिकतम भागीदारी करने की अपील की। विशिष्ट अतिथि सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता बलराज सिंह मलिक ने इसके संवैधानिक प्रावधानों का विश्लेषण किया। इस सम्पूर्ण मिशन के परामर्शदाता ऋषि पवन श्रीवास्तव ने समझदारी से भागीदारी का अमूल्य सूत्र प्रदान किया। मुख्य अतिथि अंतरिक्ष विज्ञानी एवं भारतवेत्ता डॉ ओमप्रकाश पांडेय ने भारत राष्ट्र की व्याख्या करते हुए इस पाठ्यक्रम को अद्भुत और आवश्यक बताया। राष्ट्र निर्माण पाठ्यक्रम को बड़े स्तर पर संचालित करने के लिए आधुनिक तकनीकी, मीडिया और फ़िल्म निर्माण के एक विशेष विभाग द्वारा वेब सीरीज बनाने की जिम्मेदारी सिनेमा क्षेत्र के कलाकार शिवेंद्र सिंह भाटी को सौंपी। अंत मे अपने अध्यक्षीय भाषण में राम बहादुर राय ने अपना अधिकतम समर्थन व्यक्त करते हुए गाँव और पंचायत के विषयों से सम्बंधित इस पाठ्यक्रम को जे. सी. कुमारप्पा आदि अनेक विशेषज्ञों, पुस्तकों और उदाहरणों से स्पष्ट किया। सभी अतिथियों को एमबी क्रिएशंस की अध्यक्ष कामना भंडारी ने प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया। पूर्व आईपीएस अफसर प्रदीप करण सिद्धार्थ तथा सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता राजेन्द्र वर्मा की उपस्थिति अत्यंत उत्साहजनक रही। डॉ. भारत भूषण सागर, डॉ. योगेश शर्मा, जितेंद्र तिवारी, प्रिंस शर्मा, कृष्णेन्दु गुप्ता, मनीष शर्मा, संदीप चौहान, शक्ति सिंह, अरविंद कुमार आदि की भागीदारी से आयोजन के उद्देश्य अत्यंत सफल सिद्ध हुए।
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