पटना. बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डा0 अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि मैंने अपनी जिन्दगी की शुरुआत ए0एन0 कालेज में बतौर शिक्षक की थी और शिक्षक होना मेरे लिए बेहद गर्व की बात है। मैं राजनीति में जरूर आया लेकिन मैंने राजनीति को अपना पेशा नहींबनाया। राजनीति पेशा होना भी नहीं चाहिए। मेरा मानना है कि राजनीति समाज सेवा का जरिया भर है और समाजसेवा पेशा नहीं बन सकती। आप किसी भी पेशे में रहकर समाज सेवा कर सकते हैं। डा0 सिंह कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में बोल रहे थे। आज पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की जयंती सदाकत आश्रम में धूमधाम से मनाया गया जिसमें प्रदेश भर से चुने हुए प्रतिष्ठित शिक्षकों को विशिष्ट शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मान के तौर पर शाल, डायरी और पुष्पगुच्छ के साथ सम्मान पत्र भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा प्रदान किये गये। इस अवसर पर डा0 सिंह ने कहा कि आज का यह दिन शिक्षकों को सम्मान और उनके योगदान के लिए उनका आभार प्रकट करने का दिन है। इसलिए बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष होने के नाते मैंने यह फैसला लिया कि प्रतिवर्ष इस अवसर पर शिक्षकों को सम्मानित किया जायेगा।अगर युवा देश का भविष्य है तो मैं मानता हूँ कि शिक्षा प्रदान करना देश के भविष्य को संवारने का शिल्प है। इसी शिल्प में महारत हासिल करने के कारण डा0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन विश्वविद्यालय के क्लासरूम से राष्ट्रपति भवन तक पहुँच पाये। मैं मानता हूँ कि शिक्षण का कार्य सबसे कठिन कार्यों में से एक है। एक अच्छा शिक्षक अपने छात्रों की क्षमताओं को पहचान कर और उनकी रूचि को समझ कर उनकी योग्यता को निखारने का काम करते हैं। इसलिए मैं शिक्षकों को सबसे उत्कृष्ट बुद्धिजीवी मानता हूँ। आज जिन शिक्षकों को सम्मानित किया गया वे हैं डा0 सैयद मुमताजुद्दीन, प्रो0 सीमा शर्मा, प्रो0 शिव दर्शन सिंह, प्रो0 ललन प्रसाद यादव, प्रो0 चन्द्र सिंह, डा0 शैलजा सिन्हा, प्रो0 बलराज ठाकुर, प्रो0 के0एन0 सिंह, प्रो0 चन्द्रिका प्रसाद यादव, प्रो0 अम्बुज किशोर झा, प्रो0 निलेश कुमार, डा0 योगेन्द्र सिंह, दिवाकर सिंह, सौरभ कुमार, नीलिमा जी, श्री राम कुमार, शशिकांत तिवारी एवं आकाश कुमार। शिक्षक सम्मान समारोह में शामिल होने वाले कांग्रेस नेताओं में डा0 मदन मोहन झा, समीर कुमार सिंह, प्रेमचन्द्र मिश्र, डॉ. अशोक कुमार, बिजेन्द्र चौधरी, आनन्दशंकर सिंह, प्रतिमा कुमारी दास, लाल बाबू लाल, राजेश राठौड़, सरवत जहाँ फातिमा, कपिलदेव प्रसाद यादव, डा0विनोद शर्मा, ब्रजेशपाण्डेय, निर्मलवर्मा, मुन्ना शाही, ब्रजेश प्रसाद मुनन, प्रमोद कुमार सिंह, अभिषेक कुमार सिंह, आनन्दमाधव, शशिकुमार सिंह, मिन्नत रहमानी, रीता सिंह, सुधा मिश्रा, आलोक हर्ष आदि प्रमुख हैं।
बुधवार, 6 सितंबर 2023
बिहार : मैं शिक्षकों को सबसे उत्कृष्ट बुद्धिजीवी मानता हूँ : डा अखिलेश
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