- एलपीजी सिलेंडर की कीमत पर 200 की कटौती चुनावी चाल मतदाताओं के लुभाने के लिए :- धनुषलाल महतो
जयनगर/मधुबनी, जिले के जयनगर में प्रखंड कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैठक किया। इस मौके पर प्रखण्ड अध्यक्ष, जिला महासचिव नित्यानंद झा, जिला संगठन सचिव मो. चांद, जिला उपाध्यक्ष नवेन्द्र झा, अजय झा, पूर्व अध्यक्ष रामचन्द्र साह, धनुषलाल महतो समेत उपस्थित कार्यकर्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा देश में महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है। लेकिन सरकार कुंभ करनी नींद में है। सिर्फ नफरत और जाती धर्म समुदाय को बाटने का घिनोनी राजनीति में लगी हुई। महंगाई बेरोजगारी से आम जनता छात्र किसान मजदूर युवा त्रस्त है, जिसका जवाब आगामी लोक सभा चुनाव में आम जनता अपने मतों से देगी और केंद्र में मोदी तानाशाही सरकार को उखाड़ फेंकने का कार्य करेगी। भाजपा के डीएनए में लूट खसोट है। रिवर्स रॉबिन हुड हरकते अमीरों को और अमीर और गरीबों को और गरीब बना रही है। क्या यह बहुत आश्चर्य की बात नहीं है कि प्रधानमंत्री जिन्होंने एलपीजी सिलेंडर सहित सभी आवश्यक वस्तुओं की अत्यधिक कीमत में वृद्धि के कारण अपने लोगों और उनकी पीड़ा को कभी परवाह नहीं की। उन्हें अचानक उनके दर्द का एहसास हुआ और कीमत 200 रुपये कम कर दी। एलपीजी सिलेंडर की कीमत 2014 से लगातार बढ़ी है और पिछले सात वर्षो में दोगुनी हो गई है, और 2020 से भाजपा सरकार ने सब्सिडी देना भी बंद कर दिया है। पिछले दो दशकों में एलपीजी सिलेंडर की मूल्य वृद्धि के रुझान पर बारीकी से नजर डालने से हर मतदाता की आँखें खुल जाएगी और कोई भी स्पष्ट रूप से समझ सकता है कि कीमत केवल भाजपा शासन के दौरान ही बेरहमी से बढ़ाई गई है। पिछले साढ़े नौ साल में मोदी सरकार ने रसोई गैस के दाम लगातार बढ़ाकर 31.37 करोड़ देशवासियों को लूटा है। उन्होंने जनता की जेब पर 8,39,640.76 करोड़ (आठ लाख तैंतीस हजार करोड़ से ज्यादा की लूट की सिर्फ हमारी उज्ज्वला बहनों से ही 2017 से अब तक मोदी जी ने 68.70276 करोड़ (अहसठ हजार सात सौ करोड़) लूट लिए। एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 200 रुपये की कटौती मतदाताओं को लुभाने और पांच चुनाव वाले राज्यों और उनके बाद के लोकसभा चुनावों में बढ़त हासिल करने के लिए एक और राजनीतिक स्टंट है।
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