मधुबनी : शिक्षक दिवस के अवसर पर डी.बी. कॉलेज, जयनगर में हुआ वृक्षारोपण - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 5 सितंबर 2023

मधुबनी : शिक्षक दिवस के अवसर पर डी.बी. कॉलेज, जयनगर में हुआ वृक्षारोपण

  • पर्यावरण की सुंदरता तथा संतुलन को बढ़ाता है वृक्षारोपण : डॉ नंद कुमार
  • मनुष्य का कोई सबसे बड़ा गुरु है तो वह प्रकृति है : डॉ श्याम कृष्ण
  • वृक्षारोपण ग्लोबल वार्मिंग को न्यून करने में सार्थक कदम : डॉ शैलेश सिंह 

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जयनगर/मधुबनी, जिले के जयनगर प्रखंड अंतर्गत डी.बी. कॉलेज, जयनगर में शिक्षक दिवस के अवसर पर भूगोल विभाग के छात्र छात्राओं और शिक्षकों द्वारा प्रधानचार्य डॉ. नंद कुमार के नेतृत्व में विभिन्न फलदार वृक्षों का रोपण कर समाज को एक नया संदेश दिया गया। इस दौरान राष्ट्रीय वृक्ष बरगद, जामुन, महोगनी, नीम, आम, अमरूद, गुलाब, बेली सहित विभिन्न प्रकार के पौधों और फूलों का रोपण किया गया। वृक्षारोपण की शुरुआत करते हुए महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. नंद कुमार ने कहा कि, वृक्षारोपण पर्यावरण की सुंदरता तथा संतुलन को बढ़ाता है, साथ ही ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव को कम करता है। वहीं, भूगोल विभाग के युवा शिक्षाविद्  डॉ. श्याम कृष्ण ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि, पृथ्वी पर यदि मनुष्य का कोई सबसे बड़ा गुरु है तो वह प्रकृति है। उससे जीने की हर तरह की कला सीखी जा सकती है। प्रकृति हमें धैर्य, शक्ति, सुंदरता एवं शांति का एहसास करा कर उसकी सीख देती है। इस अवसर पर वाणिज्य विभागाध्यक्ष डॉ. शैलेश कुमार सिंह ने कहा कि, ग्लोबल वार्मिंग के दुष्परिणाम को कम करने के लिए वृक्षारोपण की महती आवश्यकता है। जिस तरह से भूगोल विभाग के श्याम कृष्ण ने छात्र छात्राओं को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया है, वह सराहनीय और अभिप्रेरणाप्रद है। साथ ही शिक्षक दिवस के अवसर पर वृक्षारोपण जैसे कार्यक्रम का आयोजन शिक्षक की प्रासंगिकता को व्यापक रूप प्रदान करती है। वहीं, हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. बुद्धदेव प्रसाद सिंह ने कहा कि, वृक्षारोपण के क्रम में महाविद्यालय परिसर के साथ ही अगल बगल के गावों में पौधा रोपण करने के साथ ही जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए। आशा है कि प्रत्येक आयोजन पर वृक्षारोपण जैसा कार्यक्रम जलवायु परिवर्तन के गति को न्यूनतम करने के लिए सार्थक कदम साबित होगा। इस दौरान मुख्य रूप से प्रधानाचार्य डॉ. नंद कुमार, डॉ. बुद्धदेव प्रसाद सिंह, डॉ. आंनद कुंवर, डॉ. शैलेश कुमार सिंह, डॉ. मो. मिन्हाजुद्दीन, डॉ. अखिलेश कुमार श्रीवास्तव, डॉ. श्याम कृष्ण, डॉ. रमण कुमार ठाकुर, ओम कुमार सिंह, डॉ विकास कुमार सुधाकर, डॉ. आनंद राज, डॉ. ज्योति प्रकाश, डॉ. तारकेश्वर राम, डॉ. मदन पासवान सहित मुकेश कुमार, आनंद कुमार, तपेश, अंजली, मोना, शहमद, नसरीन, अनपूर्णा, प्रांजल इत्यादि सैकड़ों छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

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