- न्यायिक कार्य का बहिष्कार करते हुए मांग की है कि यदि शीघ्र ही दोषी पुलिसकर्मियों और अन्य अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन तेज होगा
भदोही (सुरेश गांधी) हापुड़ घटना को लेकर डिस्ट्रिक बार एसोसिएशन ज्ञानपुर-भदोही ने मोर्चा खोल रखा है। गुरुवार को डिस्ट्रिक बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट रविंद्र मिश्रा की अध्यक्षता एवं महासचिव संतोष कुमार दुबे के संचालन में बैठक की गयी। बैठक में हापुड़ की घटना में अभी तक न्याय न होने पर नाराजगी व्यक्त की गयी और न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया गया। निर्णय के बाद समस्त अधिवक्ता नारेबाजी करते हुए कोर्ट तक गए और वहां जबरदस्त धरना-प्रदर्शन किया। इस सम्बंध में अध्यक्ष एडवोकेट रविंद्र मिश्रा एवं महासचिव संतोष कुमार दुबे ने कहा कि लाठी चार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर ठोस कार्रवाई ना होने से वकीलों में नाराजगी है। इसलिए न्यायिक कार्य बहिष्कार किया गया। जबकि अधिवक्ताओं को सरकार की तरफ से आश्वासन दिया गया था कि सभी मांगें मान ली गई हैं। एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट पर एक कमेटी बनाने की बात कही गयी थी। लेकिन लाठी चार्ज मामले में दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई ना होने से नाराज एसोशिएशन के अधिवक्ता व पदाधिकारी नाराज है। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज करने की कार्रवाई शासन के कहने पर भी नहीं हुई है। कोर्ट के आदेश पर पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज किया गया है। इसके साथ ही जिन पुलिस अधिकारियों का तबादला किया गया है उन्हें सस्पेंड या लाइन हाजिर करने की बात कही गई थी। अभी तक किसी भी वकील को मुआवजा नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि हापुड़ के वकीलों की मांग पूरी कर दें तो हम हड़ताल खत्म कर देंगे। एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लेकर कमेटी बनाये जाने की बात कही गई थी उसपर भी अभी तक कुछ नहीं हुआ है। जिन्हें सरकार तत्काल पूरी करें, नहीं तो अधिवक्ता समाज विरोध में रहेंगे। बैठक में एडवोकेट हंसाराम शुक्ला, स्वामीनाथ मिश्र, आदित्य प्रसाद पांडेय, मजहर शकील, योगेश मिश्रा, रागिनी तिवारी, ओमप्रकाश मौर्या, विनय पांडेय, रवि यादव सहित दर्जनों अधवक्ता शामिल थे।
किशोर न्यायालय भी सरपतहा में हो
डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन ज्ञानपुर भदोही के अध्यक्ष रविंद्र मिश्रा एडवोकेट की अध्यक्षता एवं महासचिव संतोष कुमार दुबे एडवोकेट के संचालन में अधिवक्ताओं की हुई बैठक में किशोर न्यायालय को ज्ञानपुर से स्थानांतरित कर मुख्यालय सरपतहा में करने की मांग की गयी। वक्ताओं ने कहा कि ह न्यायालय ज्ञानपुर में होने से मुकदमों की पैरवी के लिए वकीलों को आने-जाने में काफी परेशानी होती है। आएं दिन 4 किमी दूरी की यात्रा करने से वकील दुर्घटना के शिकार होते रहते है। इसलिए किशोर न्यायालय को सरपतहा में अतिशिघ्र स्थानांतरित किया जाय।
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