मधुबनी :विश्व प्रसिद्ध स्थल शंकर अयाची डीह और चमनिया डाबर का उत्थान हो :- मिहिर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 18 सितंबर 2023

मधुबनी :विश्व प्रसिद्ध स्थल शंकर अयाची डीह और चमनिया डाबर का उत्थान हो :- मिहिर

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पंडौल/मधुबनी, मिथिला वाहिनी द्वारा गुलाबीमय मिथिला अभियान के तहत मिथिला की धरोहर और संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन हेतु लगातार कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में मिथिला के मधुबनी जिला में स्थित पंडौल प्रखंड अंतर्गत सरिसवपाही के विश्व प्रसिद्ध स्थल शंकर अयाची डीह और चमनिया डाबर का उत्थान हो, यह स्थान विकसित हो, इसका सौंदर्यीकरण कर पर्यटक स्थल के रूप में इसको शामिल किया जाय, इसके लिए मिथिला वाहिनी के कार्यकर्ता और सहयोगियों द्वारा प्रयास किया जा रहा है। इस बाबत मिथिला वाहिनी के संस्थापक सह मुख्य संरक्षक मिहिर कुमार झा महादेव के नेतृत्व में पांच सदस्यीय समिति जब सरिसवपाही गांव स्थित चमनिया डाबर को देखने पहुंचे, तो वह काफी दुखी और निराश हुए। उन्होने इस डाबर की स्थिति को देखकर बड़ा क्षोभ और आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि जिस डाबर के घाट का उद्घाटन 2017ई. में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा किया गया था, आज उसकी यह हालत सरकार और सरकारी तंत्र की क्रियाकलाप पर संदेह उत्पन्न करती है कि उसकी मंशा क्या है? जब उस प्रसव महिला की मूर्ति का अनावरण हुआ, तो उस चमनिया डाबर पर उनकी प्रतिमा अब तक क्यों नहीं लगायी गयी है? किस कारण से उस डाबर में अगल बगल के घरों की गंदगी और गंदा पानी जा रहा है, और उसे देखने वाला कोई नहीं है? जबकि प्राप्त जानकारी के अनुसार मनरेगा के तहत दो-दो बार इस डाबर के सौंदर्यीकरण हेतु लाखों रुपए खर्च किए गए हैं। इतना ही नहीं सरकार की जल-जीवन हरियाली योजना से भी इस तालाब को कोई लाभ नहीं मिलना, यहां के जनप्रतिनिधियों वार्ड सदस्य से मुखिया, जिला पार्षद, विधायक,सांसद तथा मंत्रियों के कार्यशैली और सोच को भी दिखाता है कि वह लोग इस क्षेत्र के एतिहासिक सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहरों के प्रति अपना किस तरह की सोच रखते हैं। इतना ही नहीं इसमें भ्रष्टाचार की भी बदबू आती है, जो लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी इस डाबर और स्थान का यह हालत है। इसकी भी जांच होनी चाहिए और दोषियों पर ठोस कार्रवाई होनी चाहिए। इस स्थान पर एक संगठन जो कि इस स्थान के विकास करने के नाम पर ग्रामीणों और बाहर के लोगों से भी चंदा मांग कर धन उगाही करता है, वह भी इसके विकास हेतु कोई ठोस पहल नहीं कर रहा है। केवल साल में एक बार कुछ लोगों को बुलाकर देखावा कर खानापूर्ति कर लेता है। मौके पर श्री झा ने कहा कि मिथिला वाहिनी स्थानीय लोगों के साथ-साथ अन्य लोगों का सहयोग लेकर प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से आग्रह करेगी, साथ ही जरुरत पड़ने पर दवाब भी देगी कि इस स्थान के विकास हेतु सब लोग अपने-अपने स्तर से प्रयास करें, साथ ही इस स्थान को पर्यटक स्थल के रुप में शामिल किया जाय, इसके लिए विशेष अभियान चलायेगी। इस क्रम में उनके साथ विद्यानंद ठाकुर, रघुवीर साफी,पंकज, नित्यानंद, विवेक, बैजु महतो सहित अन्य स्थानीय लोग भी थे। सभी लोगों ने एक साथ मिलकर संकल्प लिया कि इस स्थान को स्वच्छ और सुंदर बनाने में अपनी पुरी ताकत लगा देंगे और स्थानीय लोगों को इसके लिए जागरूक करेंगे।

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