सरकार द्वारा कई सारे कदम और कार्य किया जा रहा है। कही न कही इस नए पीढ़ी के लोगो को शायद पूरी जानकारी नही है। कितना काम एवं विकास पिछले दो दशक में किया गया है। पिछले दो-तीन दशक में क्या-क्या विकास हुए हैं। क्या-क्या कमियां को दूर कर करके हर विभाग के क्षेत्र में एक नया इंफ्रास्ट्रक्चर /नए वातावरण को लाकर हर वर्ग के नागरिकों के बीच योजनाओं से लाभान्वित करवाने का प्रयास किया गया है। सड़क के क्षेत्र में कई बदलाव आए हैं। वर्तमान समय में उदाहरण के तौर पर देखा जाए तो प्रेतशिला में पहले काफी आवागमन की समस्याएं थी अब सीधे नेशनल हाईवे से जोड़कर के एक तरफ बोधगया और दूसरे तरफ चाकन्द बेला की ओर बनाया गया है। ग्रामीण सड़क सभी जगह बन रहा है, जिसे मुख्यमंत्री टोला संपर्क योजना निश्चय के तहत लिया गया है। सभी सड़के निर्धारित समय सीमा के अंदर पूर्ण करने का निर्धारित है। हर गांव में नाली गली का निर्माण करवाया गया है। हर घर नल का जल पहुंचाया गया है। हर घर बिजली से आच्छादित किया गया है। पहले बिजली की क्या स्थिति थी और अब के समय में क्या स्थिति है अब हर घर में बिजली है, इसके बारे में आप अपने पूर्वज से पूछे। समृद्ध गांव स्वच्छ गांव के तहत हर गांव में लाइट लगवाने का कार्य किया जा रहा है, जो वर्ष 2025 तक पूर्ण हो जाएगा। हर गांव के हर घर में जो भी समस्या है उसे दूर करने का कार्य किया जा रहा है। आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित रखने के लिए जल- जीवन -हरियाली अभियान माननीय मुख्यमंत्री द्वारा प्रारंभ किया गया ताकि दिन प्रतिदिन पर्यावरण चेंजिंग के कारण यह पहल किया गया। समय पर पहले वर्षा होती थी जिससे किसान खेती करते थे लोगों को पानी की समस्या नहीं होती थी, परंतु वर्तमान समय में पर्यावरण संतुलन में थोड़ी बदलाव आया है इसे देखकर पर्यावरण संतुलन के लिए लगातार बड़े-बड़े कदम उठाए जा रहे हैं, जिसमें मुख्य रूप से वृहद पैमाने पर पौधारोपण किया जा रहा है। जल संरचनाओं को बनाया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक जल संग्रह किया जा सके, बड़े-बड़े चेक डैम का निर्माण करवाया जा रहा है। पहाड़ों के पानी जो बर्बाद होते थे उसे भी संरक्षित करने के लिए बड़े-बड़े काम किया जा रहे हैं. उन्होंने कहा की गया एवं बोधगया में हर वर्ष गर्मी के मौसम में पानी की अत्यंत समस्या होती है, पेयजल समस्या हमेशा बनी रहती है। भूगर्भ जलस्तर काफी नीचे चला जाता है।लगभग 178 क्यूबिक मिलियन लीटर पानी जो भूगर्भ जल से निकलता था/ दोहन कर करके लोगों तक पहुंचाया जाता था, उसे देखते हुए माननीय मुख्यमंत्री ने बरसात मौसम में गंगा का पानी बहकर जो अन्यत्र समुद्र में चला जाता था, बर्बाद हो जाता था। उसे पानी को काफी बड़ी चुनौती लेकर संचय करने एवं सदुपयोग करने के लिए गया एवं बोधगया में हर घर गंगाजल उद्धव योजना के तहत लाया गया एवं गया जिले के नीमचक बथानी अनुमंडल के तेतर पंचायत में बड़ा जल संग्रह केंद्र बनाकर हजारों मिलियन लीटर पानी को संग्रह कर गया एवं बोधगया के घरों तक शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा है। इससे गया एवं बोधगया के लोगों को भरपूर मात्रा में पानी भी मिल रहा है और भूगर्भ जल का दोहन भी नहीं किया जा रहा है। यह कार्य काफी ऐतिहासिक कार्य है।
गया के फल्गु नदी को जो पहले सूखा रहता था, उसमे गया जी डैम बना कर अब 10 फ़ीट पानी सालो भर रखा जा रहा है। देश-विदेश से सालों भर तीर्थयात्री जो आते हैं उन्हें तर्पण करने के लिए पानी मिल सके इसके अलावा मां सीता पथ एवं सीता ब्रिज का भी निर्माण किया गया है।काफी आकर्षक लाइट भी लगाई गई है सीता पथ में भी पूरी रोशनी की व्यवस्था रखी गई है ताकि रात्रि के समय में भी तीर्थ यात्रियों को आवागमन में कोई असुविधा नहीं हो सके। सीता पथ में मिथिला पेंटिंग भी करवाया गया है। पिंडदान के लिए सारी व्यवस्थाएं यहां किया गया है। इससे गया जिला को यह फायदा होगा कि यहां की आर्थिक विकास मजबूत होगी। लोग ज्यादा से ज्यादा आएंगे तो ज्यादा से ज्यादा गया के कारोबार बढ़ेगा, लोगों को नौकरियां मिलेगी, लोगों को आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी। लोगों की आर्थिक इकोनामी चैन मजबूत होगा। इसके अलावा संबोधित करते हुए कहा "आमजन के लिए सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही है, योजनाओं का लाभ कुछ लोगों तक ही मिल पा रहा है, तो कुछ को नहीं मिल पा रहा है। इसका मुख्य कारण आमजनों में योजनाओं की जानकारी का अभाव है । उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर आपकी बात पदाधिकारियों /कर्मियों द्वारा नहीं सुने जाने की स्थिति में प्रत्येक शुक्रवार को जनता दरबार में लिखित रूप में अपना आवेदन देकर समस्या का समाधान पा सकते हैं । व्यक्तिगत अथवा सामूहिक समस्याओं से जिला प्रशासन को आप अवगत कराएं, समस्याओं के निदान हेतु जिला प्रशासन आपकी सेवा में सदैव तत्पर है । स्थानीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से जन-जन तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाएगा। इसी क्रम में विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों द्वारा अलग-अलग योजनाओं की जानकारी दी गई। इसके पश्चात बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के बारे में आम जनों को जानकारी दी गई। बताया गया कि गया को गया जिले में कुल 10827 लोगों को यह योजना का लाभ दिया गया है, जिसमें नगर प्रखंड में 2561 लोगों को यह लाभ दिया गया है। यह लाभ इंटर पास करने के बाद किसी भी जाति श्रेणी के छात्र-छात्राएं को छात्र-छात्राएं चार लाख रुपए तक का सरकार लोन के रूप में दे रही है।
बिजली विभाग ने अपने संबोधन में बताया कि एग्रीकल्चर फाइटर के तहत ग्रामीणों को 6.11 रुपया अनुदान सरकार की ओर से दिया जा रहा है कोरमा पंचायत में 98 एग्रीकल्चर कनेक्शन दिए गए हैं तथा नगर प्रखंड में 19 एग्रीकल्चर फीडर बनाया गया है और सेपरेट बिजली आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि बिजली से संबंधित किसी भी समस्या होने पर 1912 पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं। जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने कहा कि खाद्य उपभोक्ता संरक्षण के तहत वर्तमान समय में काफी परिवर्तन की गई है पहले लाल पीला उजाला नीला कार्ड होता था, अब केवल अंत्योदय एवं पीएचएच श्रेणी का कार्ड है जिससे लोगों को लाभ मिलता है नगर प्रखंड अंतर्गत कुल 80 जन वितरण प्रणाली की दुकान है तथा इस पंचायत में सात दुकानें हैं अंत्योदय योजना के तहत 165 तथा पीएचएच के तहत 1760 कार्ड निर्गत है। इस प्रकार कुल 1893 कार्ड इस पंचायत में निर्गत हैं। 10205 परिवार को खाद्य उपभोक्ता संरक्षण योजना का लाभ इस पंचायत में दिया जा रहा है। सभी पंचायत में राशन कार्ड बनाने राशन कार्ड में नाम सुधारने इत्यादि के लिए कैंप मोड में कार्य चलाया जा रहा है आरटीपीएस काउंटर पर भी नए राशन कार्ड बनाने हेतु लोग आवेदन कर सकते हैं तथा अपने स्वेच्छा के अनुसार ऑनलाइन एप्लीकेशन के माध्यम से भी राशन कार्ड का आवेदन कर सकते हैं। जीविका दीदियों , वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, नल जल, एवं आपदा के स्थिति में सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायता आदि के बारे में भी जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत दी जाने वाली राशि एवं आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना के तहत 5 लाख तक निःशुल्क उपचार, आयुष्मान कार्ड हेतु ऑनलाइन आवेदन कैसे करें के संबंध मे एवं लाभ लेने के लिए पात्रता , मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना, जननी बाल सुरक्षा योजना, रेफरल सुविधा,सिटी स्कैन, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर आदि के बारे में आमजन को जानकारी दी गई। शिक्षा ग्रहण करने के लिए अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अति पिछड़ा/ वर्ग पिछड़ा वर्ग/अल्पसंख्यक समुदाय के लिए हॉस्टलों में निःशुल्क समुचित व्यवस्था उपलब्ध की गई है । जन संवाद में उपस्थित उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता राजस्व, अपर समाहर्ता लोक शिकायत निवारण, ज़िला पंचायत राज पदाधिकारी, ज़िला भूअर्जन पदाधिकारी, जिला जन संपर्क पदाधिकारी सहित ज़िला स्तरीय सभी विभागों के अधिकारी, प्रखंड स्तरीय अधिकारी मौजूद थे। सभी ने बारी बारी से अपनी विभागीय योजनाओं के बारे में लोगों को विस्तार से बताया।
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