- टीसीएम को देश के 30 म्युचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर्स सूची में शामिल, इस सूची में टीसीएस का नाम दूसरी बार शामिल किया गया है
ग्राहकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है : अंकुश
अंकुश ठुकराल ने भारतीय म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के बारे में बताया कि इसकी विश्वसनीयता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भदोही, वाराणसी दिल्ली ही नहीं पूरे देश में ग्राहकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जो 2030 तक 100 लाख करोड़़ के एयूएम को भी पार कर जाएगी. अभी देश में सिर्फ 1.25 लाख म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर्स हैं। उन्होंने कहा कि डिस्ट्रीब्यूटर्स की संख्या बढ़ने के साथ एमएफ के निवेशकों की संख्या बढ़ाने में भी मदद मिलेगी. श्री ठकुराल ने कहा कि म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर बनने के लिए सिर्फ 5,000 रुपये के शुरुआती निवेश की जरूरत पड़ती है. समय के साथ बिजनेस तेजी से बढ़ेगा, नए फोलियो खुलेंगे और बाजार से मिलने वाले सहारे के जरिये डिस्ट्रीब्यूटर जल्द ही बढ़िया कमाई शुरू कर देंगे. अगर पिछले 20 साल के आंकड़े देखें तो डिस्ट्रीब्यूटर्स ने 16 गुना तक मुनाफा कमाया है. म्यूचुअल फंड निवेश, संपत्ति निर्माण और नियमित बचत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं.
भारत के विकास में अहम् कड़ी बनेगा म्यूचुअल फंड
वित्तीय साक्षरता और नए जमाने के वित्तीय उत्पादों तक पहुंच के मामले में भूगोल, विविधता और असमानता भारत में एक बड़ी चुनौती है. हालांकि, यह महत्वाकांक्षी उद्यमियों और देश के युवाओं के लिए म्यूचुअल फंड वितरक बनने और संभावित निवेशकों के लिए वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने का भी एक अवसर है. भारत आज अपनी अर्थव्यवस्था और बाजारों को बदलने में एक बड़ी छलांग लगाने के लिए तैयार है और ’अमृत काल’ का दृष्टिकोण इस बात पर भी लागू होगा कि लोग कैसे बचत करेंगे और निवेश करेंगे. हाल के वर्षों में उद्योग की उत्साहजनक वृद्धि तो बस शुरुआत है. आज जरूरत इस बात की है कि अधिक से अधिक युवा आने वाले दशकों में होने वाले परिवर्तन में अवसर देखें और म्यूचुअल फंड वितरण को एक करियर अवसर के रूप में अपनाएं. निवेशकों के लिए मंच पहले से ही तैयार है और हम केवल अधिक से अधिक लोगों को म्यूचुअल फंड के साथ भारत के विकास की कहानी में भाग लेते देखने की उम्मीद करते हैं.
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