- जल मार्ग विकास परियोजना और अर्थगंगा पहल भारत के दृष्टिकोण एवं समर्पण का ठोस प्रमाण हैं
- केंद्रीय जहाजरानी एवं आयुष मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने सम्मेलन में भागीदारी के लिए व्यापारियों संग संवाद किया
समुद्री क्षेत्र में नवीनतम प्रौद्योगिकी और उभरते रुझानों को प्रदर्शित करना है। समुद्री क्षेत्र में उपलब्धि हासिल करने वालों की पहचान करना तथा इनको सम्मानित करना है एवं उद्योग-अकादमिक संवाद के माध्यम से कुशल श्रमबल तक पहुंच प्राप्त करने के लिए एक मंच प्रदान करना है। इस योजना से शहर में जलमार्ग के माध्यम से रिवर क्रूज़ पर्यटन का विस्तार होगा। उन्होंने जलमार्ग के ज़रिए नेपाल से और नेपाल को माल के स्थानान्तरण को बढ़ावा देने के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, ‘‘हमने सभ्यता के उद्गम स्थल वाराणसी से भारत की इस बदलावकारी यात्रा की शुरूआत की है। जलमार्ग एवं लॉजिस्टिक्स हमारे आर्थिक विकास का आधार हैं। इससे देश में युवाओं के लिए 15 लाख से अधिक रोज़गार के अवसर उत्पन्न होंगे। स्थायी एवं आधुनिक प्रणाली के निर्माण हेतु सरकार की प्रतिबद्धता पर विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, हमारे मल्टी मॉडल टर्मिनल, आधुनिक गंगा नदी परिवहन एवं 60 कम्युनिटी जैटीज़ का आधुनिकीकरण, सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने एवं उद्योगों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। हम पड़ोसी देशों के साथ आपसी सहयोग को प्रोत्साहित करते हुए गंगा नदी पर क्रूज़ ला रहे हैं। यह बदलाव हरित एवं स्थायी है तथा पर्यावरण के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण बिहार के कालूघाट में इंटर मॉडल टर्मिनल का निर्माण कर रहा है। यह टर्मिनल दिसम्बर 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है और जलमार्ग के ज़रिए नेपाल को कालूघाट के साथ तथा कालूघाट को हल्दिया के साथ जोड़कर फ्रेट मुवमेन्ट में क्रान्तिकारी बदलाव लाने के लिए तैयार है।’ भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण द्वारा संचालित रोडशो ने तीसरे ग्लोबल मैरीटाईम इंडिया समिट 2023 के पूर्ववर्ती की भूमिका निभाई, जिसका आयोजन 17 से 19 अक्टूबर के बीच एमएमआरडीए ग्राउण्ड, बीकेसी, मुंबई में होना है। फिक्की की साझेदारी में आयोजित सम्मेलन आपसी साझेदारियों एवं इनोवेशन्स को बढ़ावा देने के लिए तत्पर है। भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के चेयरमैन संजय बंदोपाध्याय ने कहा, ‘‘हम भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण की उपलब्धियों का जश्न मना रहे हैं, जो 9 साल में 1517 करोड़ से 5210.81 करोड़ के आंकड़े तक पहुंचा है। इसने कार्गो मुवमेन्ट में 16 फीसदी विकास किया है। (2014-15 के बाद 315 फीसदी), रिवर क्रूज़ पर्यटन को बढ़ावा मिला है तथा बांग्लादेश म्यांमार, भूटान के साथ अन्तर्राष्ट्रीय साझेदारियां हुई हैं।’’ बांग्लादेश के परामर्श में इस मार्ग पर परिवहन जल्द शरू हो जाएगा। इस अवसर पर वाराणसी, अयोध्या एवं मथुरा में इलेक्ट्रिक कैटामरैन के संचालन के लिए भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण और यूपी सरकार के बीच एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गए। हाल ही में भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने महाराष्ट्र राज्य में पीपीपी मॉडल के तहत एनडब्ल्यू का संचालन शुरू किया, जिसमें राष्ट्रीय जलमार्ग अधिनियम 2016 के तहत 13 नदियों को एनडब्ल्यू (नेशनल वाटरवे/ राष्ट्रीय जलमार्ग) घोषित किया गया है। इस अवसर पर बिपिन राजभंदरी, रजिस्ट्रार, नेपाल, दयाशंकर मिश्रा (दयालु) राज्य मंत्री, आयूष, आर लक्ष्मणन, जेएस (आईडब्ल्यूटी) एमओपीएसडब्ल्यू आदि भी मौजूद रहे।
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