- लूट-खसोट मोदी सरकार के DNA में : डा अखिलेश
पटना। आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष डा अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि लूट-खसोट भाजपा की फितरत है और यह उसका डीएनए है। यही कारण है कि देश की आज माली हालत इतनी खस्ता हाल में है कि आम देशवासी महंगाई की मार से त्रस्त है। उन्होंने कहा कि पिछले पन्द्रह सोलह महीने में सब्ज़ियों की बढ़ती क़ीमत के कारण खुदरा मँहगाई दर अपने उच्चतम शिखर पर रहा। पेट्रोल गैस की क़ीमत में जो कमी आई हैए पर वह आगामी चुनाव को ध्यान में रखकर किया गया है। देश भाजपा की रिवर्स रोबिनहुड हरकत को अच्छी तरह पहचानती है। क्योंकि केंद्र सरकार पहले ही पेट्रोल.डीजल पर एक्साइज ड्यूटी के जरिए कुल 72,160 करोड़ रुपए कमा चुकी है। लेकिन सरकार 2020-21 के 10 महीनों में ही 2.94 लाख करोड़ रुपए कमा चुकी है। उन्होंने कहा कि पिछले साठ सालों में आम आदमी की आय केवल 38 प्रतिशत बढ़ी है। इसके बिपरीत सरकार ने लोगों से आपसे पेट्रोल पर 220 प्रतिशत और डीजल पर 600 प्रतिशत ज्यादा टैक्स वसूला आपके पैसे से ही सरकार अपना झोली भर रही। रोज़मर्रा के इस्तेमाल की चीज़ों के दाम आसमान छू रहे हैं और फायदा अंबानी और अडानी को हो रहा है। डा सिंह ने कहा कि जी- 20 के नाम पर जनता के पैसे पर अपना प्रचार कर रही है। मंहगाई से ध्यान भटकाने के लिए मोदी सरकार तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। कभी भारत और इंडिया के नाम पर विवाद खड़ा करती है तो कभी संसद का विशेष सत्र बुलाकर एक देश एक चुनाव का सगूफा छोड़ती है। इतिहास में पहली बार देश के राष्ट्रपति रह चुके व्यक्ति को सरकार के अधीन काम करने पर मजबूर करती है। यह सरकार दृष्टि विहीन सरकार है। इंडिया गठबंधन बनने के बाद से ही सरकार बेचैन है, क्योंकि उसे मालूम है कि विपक्ष 60 फीसदी आबादी का प्रतिनिधित्व करती है। प्रेसवार्ता को कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता डा0 शकील अहमद खान ने भी सम्बोधित किया। अपने सम्बोधन में डा0 खान ने कहा कि 2014 से आज तक मोदी सरकार ने वादों की झड़ी लगा दी लेकिन आज तक एक भी वायदा पूरा नहीं किया। प्रेसवार्ता में शामिल अन्य कांग्रेस नेताओं में पूर्व मंत्री कृपानाथ पाठक, लाल बाबू लाल, प्रमोद कुमार सिंह, राजेश राठौड़, ब्रजेश पाण्डेय, राज कुमार राज, चन्द्र प्रकाश सिंह, आनन्द माधव, असित नाथ तिवारी, प्रभात कुमार सिंह, नवनीत जयपुरयार और ज्ञान रंजन प्रमुख हैं।
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