- एक्सटीटीआई में ही जेसुइट पुरोहितों के लिए निर्मित खास कब्रिस्तान में दफन किया गया
पटना. बक्सर धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष जेम्स शेखर है.पटना में आकर जेसुइट पुरोहित फादर सुसाईराज की अंतिम संस्कार में शामिल हुए.इस अवसर पर आयोजित धार्मिक अनुष्ठान किया गया.इसका मुख्य अनुष्ठानकर्ता धर्माध्यक्ष जेम्स शेखर थे.उनके साथ जेसइट के प्रोविंशियल फादर डोनाल्ड एफ मिरांडा,जेसइट के पूर्व प्रोविंशियल फादर जोस,बरबीघा पल्ली के पल्ली पुरोहित फादर लाजरूस स्तानिसलाउस के साथ दर्जनों पुरोहितों थे. मालूम हो कि फादर सुसाईराज रोमन कैथोलिक चर्च खगौल के प्रधान पल्ली थे.शुक्रवार की रात में सोने गए थे.शनिवार 09 सितंबर को सुबह उठकर चर्च गए.फादर सुसाईराज सुबह की प्रार्थना सभा में शामिल हुए.उन्होंने पहला वाचन किया.उन्होंने समुदाय के बाकी लोगों के साथ नाश्ता नहीं किया. जब फादर टॉमी निशांत दोपहर लगभग 12.45 बजे जेसुइट आवास पर लौटे, तो हमारे लिए खाना बनाने वाली लड़की ने मुझे बताया कि फादर सुसाई ने नाश्ता नहीं किया है.इसलिए फादर टॉमी उसके कमरे में गया और उसे एक कुर्सी पर अपने पैर बिस्तर पर टिकाए हुए पाया.उसका बायां हाथ नीचे लटका हुआ था और स्मार्ट मोबाइल उसकी गोद में था. फादर टॉमी निशांत ने कहा चूँकि फादर ने मेरे बार-बार बुलाने पर कोई उत्तर नहीं दिया, इसलिए मैंने उनके कमरे में गया और उसे हिलाया.उसने कोई जवाब नहीं दिया.फिर हम उसे रूबेन अस्पताल ले गए जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. फादर टॉमी निशांत कहते है कि यह पहली बार है जब मैं अकेले किसी की मौत का सामना कर रहा हूं.' हमेशा की तरह वह कम प्रोफ़ाइल में रहे और पैरिश प्रीस्ट का अपना काम बड़ी प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ किया. वे 68 वर्ष वर्ष के थे. फादर सुसाईराज केरल के थे.07.05.1955 में जन्म लिए थे.जब 20 साल के थे,तब 01.07.1975 को विश्व विख्यात 'येसु समाज' में प्रवेश किया.24.04.1985 में पुरोहित बने.उस समय 30 वर्ष के थे. उनका 38 में ही अंतिम ग्रेड 03.12.1993 को हुआ. बता दें कि 05.09.1993 को फादर Jacob Ayiravelil का, 05.09.2003 को फादर Joseph Parakatt का,06.09.2001 को फादर John Morrison का,07.09.1988 को फादर Thomas Paruvannany का 08.09.1984 को फादर Leo Birner का और 09.09.2001 में फादर Charles Law का निधन हुआ था.अब 09.09.2023 में फादर फादर सुसईराज का नाम जुड़ गया है. फादर टॉमी निशांत ने कहा कि फादर सुसाईराज का पार्थिव शरीर को एक्सटीटीआई के परिसर में स्थित जेवियर भवन के कमरा नं.दो में रखा गया है.उन्होंने कहा कि आज सोमवार 11.09. 2023 को अंतिम संस्कार का पवित्र मिस्सा 4.00 बजे से एक्सटीटीआई चर्च में किया गया. उसके बाद एक्सटीटीआई में ही जेसुइट पुरोहितों के लिए निर्मित खास कब्रिस्तान में दफन किया गया.यह पूछे जाने पर कहा गया कि हार्ट रोग से पीड़ित थे.हार्ट अटैक ही हुआ होगा.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें