यह सब पटना की बेउर जेल में न्यायिक हिरासत में बंद मनीष कश्यप को पटना सिविल कोर्ट में एस्कॉर्ट कर लाने वाले एक सहायक अवर निरीक्षक सहित चार पुलिसकर्मियों के सामने हुआ.सोशल मीडिया पर जैसे ही उनके तल्ख बयान वाला वीडियो आया वायरल हो गया. बताया जा रहा है कि पुलिस के आला अफसरों ने इसी वीडियो पर संज्ञान लिया और पटना SSP को पूरे प्रकरण की जांच करने का निर्देश दिया है. पटना के बेउर जेल में ज्यूडिशियल कस्टडी में रहते हुए यूट्यूबर मनीष कश्यप से मीडिया कर्मियों की बात करने की अनुमति देना पटना पुलिस के पांच पुलिसकर्मियों को भारी पड़ गया है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में एस्कॉर्ट में शामिल सभी पुलिसकर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा है.पटना पुलिस लाइन में तैनात इन सभी पुलिसकर्मियों को पटना एसएसपी ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. पुलिसकर्मियों ने काम में लापरवाही के लिए पटना पुलिस प्रशासन ने लापरवाही के आरोप में सभी पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया है. पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राजीव मिश्रा ने मंगलवार (26 सितंबर) को मीडिया को इसके बारे में जानकारी दी. एसएसपी ने कहा कि इस संबंध में कश्यप के खिलाफ पटना के पीरबहोर थाने में मामला भी दर्ज किया गया है. एसएसपी ने कहा कि बेउर जेल अधीक्षक को मामले की सुनवाई के दौरान कश्यप को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अदालत में पेश करने की व्यवस्था के लिए पत्र लिखा गया है.यह भी उल्लेख किया गया कि कोर्ट के आदेश पर सशरीर कोर्ट में उपस्थित किया जाए.
बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई के मुताबिक़, मनीष कश्यप पर तमिलनाडु में बिहारी मज़दूरों के साथ हिंसा के बहुत सारे झूठे वीडियो बनाने और फ़ेक इंटरव्यू करने का आरोप है. मनीष के ख़िलाफ़ तमिलनाडु पुलिस ने छह और बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने तीन मामले दर्ज किए हैं. बता दें कि विवादों में रहने वाले यूट्यूबर मनीष कश्यप तमिलनाडु में जेल में बंद थे. मनीष कश्यप के वकील ने बेतिया में कोर्ट में प्रेयर किया था कि मझौलिया कांड संख्या 737/20 केस में उन्हें यहां पर लाया जाए. उन्होंने रिमांड की मांग की थी. जिसको बेतिया कोर्ट ने स्वीकार करते हुए प्रोडक्शन वारंट मदुरई कोर्ट को भेजा था. ताकि मनीष कश्यप का इस केस में फिजिकल अपीरियंस हो सके. तब जाकर इस केस का ट्रायल चलेगा. बेतिया कोर्ट में मनीष कश्यप की पेशी जिस मामले में हुई वो 2020 के विधानसभा चुनाव से जुड़ा है. उस वक्त मनीष कश्यप पर चनपटिया से बीजेपी विधायक उमाकांत सिंह के साथ विधानसभा चुनाव के दौरान मारपीट करने और रंगदारी मांगने का आरोप लगा था. इससे जुड़ा केस मझौलिया थाने में दर्ज हुआ था.तमिलनाडु प्रकरण के बाद उसके खिलाफ चल रहा भाजपा विधायक के साथ मारपीट करने और रंगदारी मांगने का केस खुल गया है। तमिलनाडु के मदुरई सेंट्रल जेल में बंद यूट्यूबर मनीष कश्यप बिहार आ रहा है. 10 जुलाई को मनीष कश्यप को बेतिया कोर्ट में हाजिर किया गया.
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