इन 9 दिनों तक भक्त माँ दुर्गा के 9 स्वरूपों का पूजन करते हैं। माँ के हर रूप की अपनी एक अलग खासियत और निराली महिमा है। नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री का पूजन किया जाता है जो मां दुर्गा का प्रथम रूप हैं। मां ब्रह्मचारिणी द्वितीय रूप हैं। इन्होंने शिव जी को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए कठोर तप किया था इसलिए ये ब्रह्मचारिणी कहलाई। नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा का पूजन किया जाता है। इनमें ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों की शक्तियां शामिल हैं। इनके मस्तक पर अर्धचंद्र सुशोभित हैं, इसी वजह से ये चंद्रघंटा कहलाती हैं। नवरात्रि के चौथे दिन मां दुर्गा के चौथे रूप कुष्मांडा माता की पूजा होती है। जब हर तरफ अंधेरा था तब मां की ऊर्जा से सृष्टि का सृजन हुआ था।पांचवें रूप में मां स्कंदमाता के रूप में आई। उनकी गोद में स्कंद यानी कार्तिकेय हैं। छठे रूप में मां कात्यायनी बनती हैं, यह सीख देतीं हैं कि माता बनने के बाद भी आपको अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए। एकता जैन ने कहा कि सबसे भयावह रूप कालरात्रि का है, जिसे देखकर राक्षस भी डर जाएं। उसके बाद का रूप महागौरी का है, वह जितनी शांत हैं उनके पास उतनी ही शक्ति है, क्योंकि महागौरी कभी भी काली का रूप ले सकती है। महागौरी पूरे जगत की माता और हम सब की रक्षक भी है। वह राक्षसों का वध भी करती हैं। अंतिम में आता है सिद्धिदात्री का रूप, उनके पास सारी सिद्धियां उपस्थित हैं।" एकता जैन कहती हैं कि नौदुर्गा के जब हर एक रूप के बारे में मैंने अध्ययन किया, शोध किया तो मुझे बहुत अच्छा लगा और मैंने प्रयास किया कि हर एक रूप को धारण करूँ।मैंने दो हाथों में जो महत्वपूर्ण चीजें हो सकती थी लेकर फोटोशूट करवाया। रीमा नंदी ने उनका सुपरहिट मेक-अप किया है। उनके कपड़े और प्रोपस मगनलाल ड्रेसवाला से आये । जितने जेवरात पहने थे वे सारे शानवी क्रिएशन की श्रुति शाह की ओर से आये थे । इन तीनों का काफी सहयोग मिला। फोटो सुनील खंदारे ने खींची हैं। दलवींदर कुमार ने वीडियो शूट किया है। इस नवरात्रि में एकता जैन ने नवदुर्गा का रूप धारण किया है जिसको लेकर वह काफी खुश हैं। उनके कुछ इंटरनेशनल प्रोजेक्ट्स जल्द रिलीज़ होनेवाले हैं। उनकी कुछ वेब सीरीज भी जल्द आने वाली हैं जिनको लेकर वह काफी उत्साहित हैं। वह नवरात्रि में गरबा खेलने भी जाएंगी। उन्होंने सभी फैन्स, पाठकों को नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
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