सीहोर : भजन संध्या, रंगोली प्रतियोगिता के साथ सात दिवसीय देवी भागवत पुराण का समापन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 26 अक्टूबर 2023

सीहोर : भजन संध्या, रंगोली प्रतियोगिता के साथ सात दिवसीय देवी भागवत पुराण का समापन

  • 9 दिनों तक शहर के विभिन्न क्षेत्रों में भक्ति भाव का माहौल बना रहा। नवरात्रि के अंतिम दिन जगह-जगह हवन-पूजन के बाद भंडारे के आयोजन किए गए। इसी के साथ ही शारदीय नवरात्र का समापन भी हो गया।

Devi-bhagwat-puran-sehore
सीहोर। नव युवा दुर्गा उत्सव समिति के द्वारा मंडी क्षेत्र के जनता कालोनी में बने दुर्गा पंडाल में प्रतिदिन सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे है। इसी के साथ ही समिति द्वारा सात दिवसीय देवी भागवत पुराण का आयोजन 17 अक्टूबर से किया जा रहा है। सोमवार को कथा के सातवें और अंतिम दिवस आयोजित हुई। देवी भागवत पुराण में कथा वाचक पंडित बाबूदास बैरागी ने बताया कि नवरात्रि के अंतिम दिन मां दुर्गा के नौवें स्वरूप को सिद्धिदात्री के नाम से जाना जाता है, जिनकी चार भुजाएं हैं। इनका आसन कमल और वाहन सिंह है। दाहिने और नीचे वाले हाथ में चक्र, ऊपर वाले हाथ में गदा, बाई ओर से नीचे वाले हाथ में शंख और ऊपर वाले हाथ में कमल पुष्प है। श्री बैरागी ने कथा के दौरान सत्यवती की कथा सुनाई, जिसमें  विवाह से पहले ही बता दिया गया था कि सत्यवती के पति की आयु ज्यादा नहीं है। अपने पति की आयु को बढ़ाने के लिए सत्यवती ने माता की आराधना की। जिससे सत्यवती को यमराज से अपने पति के प्राण वापस मिले। इसी के साथ ही सोमवार को सात दिवसीय देवी पुराण का समापन हो गया।


भजन संध्या में जमकर झूमे श्रोता

नव सुवा दुर्गा उत्सव समिति द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में खाटू श्याम की भजन संध्या का आयोजन किया। जिसमें इछावर नगर की नन्ही कलाकार निम्मी पांचाल ने भजनों की प्रस्तुति दी। मेरे कीर्तन में रस बरसाओ, आओ जी गजानन आओ, भक्तों को दर्शन दे गई छोटी सी कन्या, तेरी जय हो ज्वाला माई री, हारा हु बाबा बस तुझ  पे भरोसा है, सहित कई भजनों की प्रस्तुति दी। भजनों पर माता के भक्तों ने जमकर नृत्य किया। रात बारा बजे महा आरती कर प्रसाद का वितरण कर भजन संख्या का समापन किया गया।


फैंसी ड्रेस, रंगोली प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

नवरात्रि के नौं दिनों तक उत्सव समिति द्वारा प्रतिदिन सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। जिस के तहत विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं के साथ, गरबा, रंगोली प्रतियोगिता के साथ फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। जहां पर विभिन्न प्रकार के परिधानों में छोटी-छोटी बालिकाओं के साथ, बालकों ने भी रैंप वाक किया। जिसे देख कर लोग रौमांचित हो उठे। किसी ने मां दुर्गा का रूप धारण किया, तो किसी ने भगवान कृष्ण बन कर अपनी प्रस्तुति दी।


भंडारे का हुआ आयोजन

जनता कालोनी स्थित माता रानी के दरबार में नवरात्रि के अंतिम दिन भंडारे का आयोजन किया गया। इस के पूर्व विधि-विधान से हवन पूजन कर मां दुर्गा को भोग लगाने के बाद भंडारे की शुरुआत की। जिस में बड़ी संख्या में माता के भक्तों ने शामिल होकर भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया।


समिति सदस्यों का रहा सहयोग

नौ दिनों तक बने भक्ति भाव के माहौल में नव युवा दुर्गा उत्सव समिति के पदाधिकारी, सदस्यों और नागरिकों का विशेष सहयोग जिन के प्रयासों से पूरे नौ दिनों तक कई सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन निरंतर होते रहे। जिसमें अनिल वर्मा, नितिन राठौर, देवेंद्र शर्मा, विनोद राठौर, चंद्रगोपाल सोनी, अशोक गौर, नितेश सेन, मनीष सोनी, गोलू सोनी, संजय राठौर, पीयूष राठौर, पंकज राय, विनोद चौहान, सुनील राठौर, अमन बैरागी, प्रिंस राठौर, शुभम सोनी, गिरीश सोनी, आकाश राठौर, सनी राठौर, अन्नू राठौर, रजत मालवीय, दिव्यांक सोनी सहित अन्य सदस्यों का विशेष सहयोग रहा।

कोई टिप्पणी नहीं: